रोहतास: होली के रंग में जहां सभी सराबोर होते जा रहे हैं. ऐसे में किन्नर भी होली की हुड़दंग में भला कहां पीछे रहने वाले हैं. होली के हुड़दंग में शामिल होकर बड़े ही मस्ती और मूड में होली के पारंपरिक गीत और जोगीरा गाते हुए देखे जा रहे हैं.
होली में किन्नरों का महत्व
जिले के डेहरी में इन दिनों किन्नरों की ओर से लगातार होली पर धूम मचाया जा रहा है. ढोल, हारमोनियम और झाल के ताल पर ये होली के पाराम्परिक गीत और जोगीरा गाते नजर आ रहे हैं. पारंपरिक तरीके से होली मना रहे हैं. किन्नर पिंकी ने कहा कि वह होली में सबसे दुआ करती हैं कि सबके जीवन में खुशहाली आए. समाज में सब लोग मिलजुल कर रहें. बता दें कि होली के 5 दिन पहले एकादशी से ही किन्नर समाज के लोग होली में फगुआ गाने लगते हैं. क्योंकि होली में इनका खास महत्व है.
होली का महत्व
रंगों का त्योहार होली फाल्गुन माह की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है. इस पर्व का विशेष महत्व है. होली को सद्भाव और प्रेम का त्योहार माना जाता है. सभी अपने आपसी द्वेष भुलाकर एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं देते हैं और उन्हें अबीर-गुलाल लगाते हैं. होली में हर रंग का अपना विशेष महत्व होता है. होली के दिन प्रयोग किये जाने वाले हर एक रंग का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है.
लाल रंग और गुलाबी रंग
होली के दिन लाल रंग बहुत ही अधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है. यह रंग ऊर्जा, प्रेम, सद्भाव, उत्साह और विजय का प्रतीक है प्यार और सद्भाव प्रकट करने के लिए लाल रंग का इस्तेमाल करते हैं. गुलाबी रंग दया, मित्रता और दूसरों का ख्याल रखने का प्रतीक है. इस रंग का होली के दिन बहुत इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ ही कई अन्य रंगों का भी होली के दिन उपयोग किया जाता है.