रोहतास : बिहार के रोहतास में पांच सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाएं कल से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. ऐसे में कोचस में आज आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ से जुड़ी सेविका तथा सहायिकाओं ने भूख हड़ताल शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार के विरोध में नारे भी लगाए. प्रदर्शन के दौरान आंगनबाड़ी सेविका तथा सहायिकाओं ने कहा कि सरकार ने अगर हमारी मांग पूरी नहीं की तो हम ईंट से ईंट बजा देंगे. साथ ही उन्होंने 'हमारी मांगे पूरी करो, अब शोषण बर्दाश्त नहीं' जैसे नारे भी लगाए.
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रोहतास में भूख हड़ताल पर बैठी आंगनबाड़ी सेविका : बता दें कि जिले में कल से ही आंगनबाड़ी कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. उसी के तहत आज कोचस के प्रखंड मुख्यालय पर प्रखंड अध्यक्ष रेणु देवी के नेतृत्व में आंगनबाड़ी की सेविका तथा सहायिकाएं भूख हड़ताल पर बैठ गई. इस दौरान रेणु देवी ने कहा कि हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जब तक सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
"आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं को लेकर सरकार दोहरी नीति अपना रही है. टोला सेवकों व विकास मित्र के वेतन में वृद्धि कर दी गई है लेकिन सरकार की आंखों की किरकिरी सिर्फ और सिर्फ आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाएं बनी है. किसी भी कीमत पर अपनी मांगे मानवाने को लेकर सरकार को बाध्य कर देंगे" - उषा देवी, उप सचिव
8 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन : दरअसल, अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर कल से ही अनिश्चितकालिन आंदोलन जारी है. वहीं खुद को सरकारी कर्मी घोषित करने, मानदेय की जगह वेतनमान देने सहित अन्य मुद्दों को लेकर यह लोग आंदोलन किया जा रहा है. इसके तहत आज भूख हड़ताल किया गया. वहीं, जानकारी देते हुए जिलाध्यक्ष कुमारी संध्या और उप सचिव उषा देवी ने बताया कि उनकी 8 प्रमुख मांगे हैं जिस पर सरकार अड़ियल रुख अपनाए हुए है.
"सरकार की गलत नीतियों से तंग आकर संयुक्त संघर्ष समिति ने अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. विभागीय निर्देश के मुताबिक सभी सेविका से सिर्फ चार घंटे ही काम लेना है लेकिन दबाव बनाकर उनसे 24 घंटे का काम लिया जाता है." -संध्या कुमारी, जिलाध्यक्ष