रोहतास: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी के निर्देशों के बावजूद रोहतास की सोन नदी से बालू का लगातार अवैध खनन जारी है. लिहाजा एक तरफ सोन नदी के प्राकृतिक प्रारूप को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर सरकारी राजस्व की लूट मची है. इतना है नहीं रोहतास-औरंगाबाद को जोड़ने वाले सोन ब्रिज से होकर औरंगाबाद की तरफ से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक और ट्रैक्टर बालू रोहतास में लाकर डंप किए जा रहे हैं.
दरसल नियमों को ताक पर रखकर बिना चालान के बालू बिहार के अन्य जिलों और दूसरे प्रांतों में भेजे जा रहे हैं. डेहरी इलाके के मनौरा, सुअरा, कोल डिपो, पहलेजा सहित विभिन्न इलाकों में खुलेआम बालू के अवैध भंडारण किए जा रहे हैं. वही लगातार प्रशासनिक कार्रवाई के बावजूद यह धंधा धड़ल्ले से फल-फूल रहा है.
स्थानीय लोगों ने दी जानकारी
स्थानीय लोगों का कहना है दिन हो या रात NH-2 पर धड़ल्ले से बालू लदे ट्रक और ट्रैक्टर दौड़ते हैं. लोगो की सांसे थम जाती है कि वह हादसे के शिकार हो जाए. लोग स्थानीय प्रशासन पर बालू माफियाओं से मिली भगत का आरोप भी लगा रहे हैं.
विभाग बना बेसुध
वहीं खनन विभाग की ओर से इसके रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन फिर भी माफिया तंत्र हावी हैं. इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी लगातार कार्रवाई की बात करते है जबकि अवैध बालू का खेल धड़ल्ले से चल रहा है. नदी की प्राकृतिक संरचना के साथ छेड़छाड़ ना हो सके इसके लिए खनन पर रोक है. लेकिन बालू माफियाओं के इससे कोई लेना-देना नहीं है.