रोहतास: बिहार के रोहतास में कोर्ट के निर्देश का तामिला कराते हुए दो निजी दुकानों को सीओ अनामिका कुमारी बतौर मजिस्ट्रेट ने कब्जा मुक्त कराया है. दरअसल किराये पर दिए गये अपने ही दुकान को खाली करने के लिए दो व्यवसायी को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा. करीब 10 वर्ष बाद आज गुरुवार को न्याय मिला है. वहीं कोर्ट से न्याय मिलने के बाद व्यवसायी सुरेश चंद्र गुप्ता ने खुशी जताते हुए कहा कि 10 वर्षों तक न्यायालय का दौड़ लगाने के बाद आखिरकार उन्हें न्याय मिल गया.
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दो दुकान कब्जा मुक्त: डेहरी की सीओ अनामिका कुमारी ने बताया कि न्यायालय के निर्देश पर मोहन बीघा पहुंचकर दोनों दुकान के व्यवसायियों से बातचीत की गई.न्यायालय के निर्देश की जानकारी देते हुए कब्जाधारी दुकानों को कब्जा मुक्त कराकर दुकान मालिक सुरेश चंद्र गुप्ता को सौंप दिया. सीओ अनामिका कुमारी ने कहा कि न्यायालय के निर्देश पर सुरेश चंद्र गुप्ता को दो दुकानों पर दखल कब्जा दिलाया गया. सरकारी या निजी भूमि पर अवैध तरीके से दखल कब्जा करने वालों के विरुद्ध लगातार प्रयास जारी है. मौके पर पुलिस पदाधिकारी शैलेश कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी उपस्थित थे.
दो दुकानों को दिया था किराये पर: दरअसल जिले के डेहरी स्थित मोहन बीघा निवासी सुरेश चंद्र गुप्ता ने 12 वर्ष पूर्व अपने दो दुकानों को व्यवसायी गोपाल गुप्ता व ललन प्रसाद को दिया था. किंतु उक्त दोनों व्यवसायियों ने दोनों दुकानों को खाली करने से इंकार कर दिया. जिसके बाद सुरेश चंद गुप्ता ने कई अधिकारियों के पास फरियाद लगाई. किंतु किसी ने भी इनकी फरियाद को नहीं सुनी. परेशान होकर व्यवसायी सुरेश चंद्र गुप्ता ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया.
"न्यायालय के निर्देश की जानकारी देते हुए कब्जाधारी दुकानों को कब्जा मुक्त कराकर दुकान मालिक सुरेश चंद्र गुप्ता को सौंप दिया गया है. करीब दस वर्ष से दुकानों पर कब्जा था." -अनामिका कुमारी, सीओ, डेहरी