रोहतास: चार दिवसीय आस्था का महापर्व छठ संपन्न हो गया है. छठ महापर्व को लेकर संपूर्ण जिला मुख्यालय सासाराम भक्ति के माहौल में डूबा रहा. शहर में चारों ओर छठी मइया के गीतों की धुन सुनाई देता रहा. स्थानीय नदियों व तालाबों के तट पर मनोरम दृश्य देखने को मिला.
श्रद्धालुओं ने भगवान से मांगी मन्नतें
सासाराम के लालगंज नहर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर छठ के इस महापर्व को आस्था के साथ मनाया. इस दौरान महिलाएं अपने पूजा सामग्री को लेकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. उगते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के बाद कई महिलाओं और श्रद्धालुओं ने भगवान से मन्नतें भी मांगी. जिसके बाद महिलाओं ने अपने निर्जला उपवास को प्रसाद ग्रहण कर पूरा किया.
वहीं जिला प्रशासन की तरफ से छठ घाटों पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए किसी भी तरह का इंतजाम नहीं किया था. छठ घाट पर पहुंचे एक श्रद्धालु ने बताया कि जिला प्रशासन ने छठ घाट पर न तो मास्क का इंतजाम किया है और ना ही सैनिटाइजर का इंतजाम किया है.
वायरस पर आस्था भारी
जाहिर है जिला प्रशासन के द्वारा लगातार लोगों से अपील की जा रही थी कि कोरोना वायरस के कारण वह अपने घरों के अंदर ही आस्था के इस महान पर्व को मनाएं. लेकिन श्रद्धालुओं का आस्था कोरोना वायरस पर भारी पड़ गया और हजारों की संख्या में लोग छठ घाट पर पहुंचकर उगते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया. जिसके बाद आस्था के इस महान पर्व का समापन हो गया.