रोहतास : बिहार के रोहतास में पोषण पखवाड़ा मनाया गया. जिले के डेहरी स्थित मध्य विद्यालय भेड़िया सुअरा में बच्चों ने विद्यालय की शिक्षिका नंदनी कुमारी के नेतृत्व में साइकिल रैली निकाली और पोषण पखवाड़ा के मौके पर डोर टू डोर जाकर लोगों को जागरूक किया. इसके तहत लोगों को सही खानपान और पोषणयुक्त भोजन के बारे में जानकारी दी गई.
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पोषणयुक्त भोजन जरूरी : पोषण पखवाड़े को लेकर जागरूकता के मद्देनजर अर्धवार्षिक परीक्षा और बारिश के बीच ग्रामीण को जागरूक करने के लिए विद्यालय प्रधानाध्यापक सत्यप्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सह शिक्षिका नंदिनी कुमारी के नेतृत्व में बच्चों ने साइकिल रैली निकाली और गांव में घूम- घूम कर लोगों के घर-घर जाकर उन्हें पोषण युक्त खाने के महत्व को समझाया. साथ ही गर्भवती और प्रसूताओं के लिए भी पोषण युक्त खाने के महत्व पर जानकारी दी. इस मौके पर बाल संसद की स्वास्थ्य मंत्री छात्रा चांदनी कुमारी ने भी लोगों को जागरूक किया.
पोषण माह के तहत निकाली अमृत कलश यात्रा : इधर, मध्य विद्यालय शिवगंज डेहरी के छात्रों ने पोषण माह की गतिविधियों के तहत अमृत कलश यात्रा निकाली. अमृत कलश यात्रा को हरी झंडी दिखाकर प्रखंड विकास पदाधिकारी पुरुषोत्तम त्रिवेदी ने रवाना किया. साथ ही विद्यालय से लेकर कर्पूरी चौक थाना मोड़ तक पैदल यात्रा कर नेतृत्व करते बच्चों का उत्साह बढ़ाया. कलश यात्रा का उद्देश्य जन समुदाय को पोषण के प्रति जागरूक करना एवं आकर्षित करना था. इस अमृत कलश यात्रा का नेतृत्व प्रधानाध्यापक संजय कुमार ने किया.
"बदलते परिवेश में पोषण के महत्व को युवाओं को बताने की आवश्यकता है क्योंकि आज की युवा पीढ़ी फास्ट फूड के तरफ आकर्षित है और उन्हें पता नहीं है कि यह कितना नुकसानदेह है. आज की युवा पीढ़ी मोमोज, पास्ता, चाऊमीन व नॉनवेज के प्रति आकर्षित है, जबकि यह सभी कम उम्र में डायबिटीज, कब्ज, कैंसर जैसी बीमारियों को जन्म देती है. युवाओं को मोटे अनाज एवं फाइबर युक्त अनाज के प्रति आकर्षित करना मुख्य उद्देश्य है". -पुरूषोतम त्रिवेदी, बीडीओ, डेहरी
पोषण माह के रूप में मनाया जाता है सितंबर : गौरतलब है कि सितंबर महीने को बिहार सरकार की ओर से सूबे के सभी विद्यालय में पोषण माह के रूप में मनाया जाता है. इसमें विद्यालय द्वारा माह के प्रारंभ से ही पोषण के प्रति जागरूकता के साथ-साथ पोषण वाटिका को विकसित करने और तरह तरह की सब्जियों के पौधे की पहचान, उनके लगाने की विधि और उनके पोषक तत्व के महत्व को समझाया जाना शुरू कर दिया जाता है.