रोहतासः पूरे देश में जहां गुरु गोविंद सिंह के जन्म दिवस के मौके पर प्रकाश उत्सव का पर्व मनाया जा रहा है. वहीं, सासाराम स्थित गुरु तेग बहादुर महाराज के ऐतिहासिक जगह की अनदेखी हो रही है. गुरुद्वारा बाग में गुरु तेग बहादुर महाराज के चबूतरे की स्थिति बदहाल बनी हुई है और प्रशासन का इस पर कोई ध्यान नहीं है.
क्या कहते हैं गुरुद्वारे के महंत
गुरुद्वारे के महंत ने बताया कि सासाराम में स्थित गुरुतेग बहादुर बाग में एक चबूतरा है. जहां गुरुतेग बहादुर ने कई दिनों तक चबूतरे पर रुक कर तपस्या की थी. उस दौरान बाग के चारों तरफ लगे पेड़ सूख रहे थे. लेकिन गुरुतेग बहादुर की तपस्या के बाद वो पेड़ हरे भरे हो गए. लेकिन अभी के समय में किसी का ध्यान इस चबूतरे की तरफ नहीं है. प्रशासन की तरफ से इस ऐतिहासिक जगह की अनदेखी की जा रही है. इसे लेकर कई बार प्रशासन और सरकार से गुहार भी लगाई जा चुकी है.
ये भी पढ़ेः बाढ़ के विदाई समारोह में भावुक हुईं लिपि सिंह, मुंगेर की बनाई गई हैं SP
गुरुद्वारे की हो रही है उपेक्षा
महंत ने बताया कि यहां प्रतिवर्ष देश और विदेश से सिख समुदाय के लोग इस चबूतरे पर माथा टेकने आते हैं, तो वहीं, अमेरिका, कनाडा और पाकिस्तान जैसे मुल्क से भी सिख समुदाय के लोग इस चबूतरे को देखने के लिए आते हैं, लेकिन प्रशासन की अनदेखी की वजह से ये गुरुद्वारा आज उपेक्षा का शिकार हो रहा है.