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रोहतासः विभिन्न मांगों को लेकर आशा कर्मियों का एक दिवसीय हड़ताल

आशा और ममता संघ की जिला अध्यक्ष लालती कुमारी ने बताया कि आशा और ममता कर्मियों को कई बार सरकार की ओर से मांग पूरी करने की बात कही गई. बावजूद इसके एक भी मांग को पूरा नहीं किया गया. इससे परेशान होकर एक दिवसीय हड़ताल की गई है.

ASHA workers protest
एक दिवसीय हड़ताल
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Published : Jan 8, 2020, 8:10 PM IST

रोहतासः जिले के सदर अस्पताल में आशा और ममता कर्मियों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. कर्मियों ने परिसर में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हड़ताल से अस्पताल की सेवा पूरी तरह से ठप हो गई. वहीं कर्मियों के हंगामे से परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा.

विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन
गौरतलब है कि सदर अस्पताल में कार्यरत आशा और ममता कर्मी पिछले कई सालों से विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. बता दें कि पिछले साल भी कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर 38 दिनों तक हड़ताल किया था. अस्पताल प्रशासन की ओर से इनकी मांगों को मान लेने पर कर्मियों ने हड़ताल खत्म किया था. कर्मियों का आरोप है कि कई महीने बीत जाने के बाद भी इनकी मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया. इससे नाराज होकर कर्मियों ने एक दिवसीय हड़ताल किया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी
आशा और ममता संघ की जिला अध्यक्ष लालती कुमारी ने बताया कि आशा और ममता कर्मियों को कई बार सरकार की ओर से मांग पूरी करने की बात कही गई. बावजूद इसके एक भी मांग को पूरा नहीं किया गया. इससे परेशान होकर एक दिवसीय हड़ताल की गई है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे.

रोहतासः जिले के सदर अस्पताल में आशा और ममता कर्मियों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. कर्मियों ने परिसर में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हड़ताल से अस्पताल की सेवा पूरी तरह से ठप हो गई. वहीं कर्मियों के हंगामे से परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा.

विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन
गौरतलब है कि सदर अस्पताल में कार्यरत आशा और ममता कर्मी पिछले कई सालों से विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. बता दें कि पिछले साल भी कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर 38 दिनों तक हड़ताल किया था. अस्पताल प्रशासन की ओर से इनकी मांगों को मान लेने पर कर्मियों ने हड़ताल खत्म किया था. कर्मियों का आरोप है कि कई महीने बीत जाने के बाद भी इनकी मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया. इससे नाराज होकर कर्मियों ने एक दिवसीय हड़ताल किया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी
आशा और ममता संघ की जिला अध्यक्ष लालती कुमारी ने बताया कि आशा और ममता कर्मियों को कई बार सरकार की ओर से मांग पूरी करने की बात कही गई. बावजूद इसके एक भी मांग को पूरा नहीं किया गया. इससे परेशान होकर एक दिवसीय हड़ताल की गई है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे.

Intro:रोहतास. सासाराम के सदर अस्पताल में आशा और ममता कर्मियों ने अस्पताल प्रशासन के मोर्चा खोल दिया. अस्पताल परिसर में ही आशा और ममता कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।


Body:गौरतलब है कि सासाराम के सदर अस्पताल में कार्यरत आशा और ममता कर्मियों के द्वारा पिछले कई सालों से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। पिछले वर्ष भी आशा और ममता कर्मियों ने तकरीबन 38 दिनों तक हड़ताल किया था। जिसके बाद अस्पताल में सेवा पूरी तरीके से ठप हो गई। वहीं अस्पताल प्रशासन के द्वारा मांग को माने जाने के बाद आशा कर्मियों ने हड़ताल खत्म किया था। लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी उनकी मांगों को अब तक पूरा नहीं किया जा सका। लिहाज़ा आशा और ममता कर्मियों ने आज फिर से एक दिवसीय हड़ताल पर जाकर सरकार को चेतावनी दिया कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो जल्दी पूरे बिहार में आशा कर्मियों के द्वारा हड़ताल किया जाएगा। वहीं आशा कर्मियों ने बताया कि अस्पताल प्रशासन उनके साथ दोहरा रवैया अख्तियार करता है। उन्हें अपना कर्मी मानने तक से इनकार करता है। वहीं अपनी मानदेय को लेकर प्रदर्शन कर रही आशा कर्मी ने बताया कि सरकार ने अब तक उनके मानदेय में कोई इजाफा नहीं किया।


इस दौरान आशा और ममता संघ की जिला अध्यक्ष लालती कुमारी ने बताया कि आशा ममता कर्मियों के द्वारा कई बार सरकार से मांग पूरी करने की बात कही गई। जिसके बाद हड़ताल भी किए गए लेकिन सरकार उनकी अब तक किसी भी मांग को पूरी नहीं कर सका है। पिछले साल भी तकरीबन एक माह से उपर हड़ताल किया गया था जिसके बाद सरकार ने आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों को पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन उसके बावजूद सरकार के द्वारा उनके मानदेय की मांगों को नहीं पूरा किया गया। जिसके बाद एक दिवसी हड़ताल किया गया अगर इसके बाद भी सरकार नहीं सुनती है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए हम सब मजबूर।

बाइट। जिलाध्यक्ष आशा और ममता संघ लालती कुमारी


Conclusion:बहरहाल आशा और ममता कर्मियों की हड़ताल से अस्पताल की सेवा पूरी तरीके से ठप हो गई। वहीं अस्पताल में आशा और ममता कर्मियों के हंगामे से भी अफरा-तफरी का माहौल रहा। जाहिर है सरकार को आशा कर्मियों की हर मांगों को गंभीरता से सुनना चाहिए और उसे पूरा करना चाहिए।
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