पूर्णिया: क्वारंटीन सेंटर में युवक की मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि मृतक मिथिलेश हैदराबाद में काम करता था. जब लॉकडाउन होने के बाद वापस घर लौट रहा था तो उसे कोरोना की वजह से क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था. जहां उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी.
परिजन ने उसके साथ मारपीट का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि किसी ने उसके साथ मारपीट की है जिसकी वजह से उसकी मौत हुई.
निगेटिव आई थी युवक की रिपोर्ट
मिथलेश हैदराबाद में मजदूरी करता था. कोरोना के कारण लॉकडाउन के बाद जब वह अपने साथियों के साथ वापस घर लौट रहा था तो पटना में प्रशासन ने उसकी स्वास्थ्य की जांच की थी. फिर उसे पूर्णिया जाने की इजाजत दी गई थी. मगर जब वह पूर्णिया अपने घर सदर थाना के वीरपुर लोथड़ा पहुंचा तो स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को हैदराबाद से आने की बात बताई. फिर उसे घर से ब्लॉक में लाकर 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया गया. सेंटर में उसकी तबीयत खराब हुई तो उसे सदर अस्पताल इलाज के लिए लाया गया. जहां उसकी मौत हो गई.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
मिथलेश की कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. डॉ. ने कैमरे के सामने कुछ नहीं बताया. लेकिन ऑफ द रिकॉर्ड बताया कि उसकी मौत दूसरी बीमारी से हुई है. वहीं, परिजन का आरोप है कि मिथिलेश के शरीर पर चोट के निशान हैं. उसके कपड़े भी फटे हुए हैं. उनका आरोप है कि उसके साथ किसी ने मारपीट की है. जिससे उसकी मौत हुई है. अब, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी और मौत के सही कारण का पता चलेगा.
लोगों का कहना है कि इस तरह की मौत के पीछे दो कारण होते हैं. पहला मरीज सेंटर से भागने की कोशिश करता है या फिर किसी के साथ मारपीट की घटना होती है. ऐसे में अब सभी को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है.