पूर्णियाः जिले की उषा देवी नामक महिला भगवान भास्कर का महापर्व छठ पिछले 51 सालों से कर रही है. वह तीस सूपों के साथ अपने घर में बने घाट पर हर साल अर्घ्य देती हैं. इसमें पिछले कुछ सालों से उनकी तीन बेटियां भी साथ दे रही हैं. इस दौरान उनके घर में नदी और तलाबों जैसी लोगों की भीड़ देखने को मिलती है.
19 साल की उम्र से कर रही हैं छठ
उषा देवी की उम्र 70 साल है. वह 19 साल की कम उम्र से ही यह व्रत करती आ रही हैं. उषा देवी ने बताया कि उनकी शादी कम उम्र में हो गई थी. ससुराल में उनकी सास छठ पर्व करती थी. सास की मृत्यु के बाद उन्होंने यह व्रत करना शुरू कर दिया. उस समय उनके परिवार की स्थिति काफी दयनीय थी. उसके बावजूद वह इस पर्व को करती आई. जिसके बाद से उनकी स्थिति काफी अच्छी हो गई.
रिश्तेदार और पड़ोसी भी यहीं करते हैं पूजा
उषा देवी की बेटी ने बताया कि वे लोग पूरे परिवार के साथ छठ में यहां आती हैं. उन्होंने बताया कि उनके रिश्तेदार और पड़ोसी नदी या तालाब में न जाकर उनके घर आकर भगवान भास्कर को अर्ध्य देते हैं.