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केक के बजाए पेड़ों के साथ बर्थ-डे मनाता है यह 'ट्री मैन' - पटना न्यूज

ट्री मैन के नाम से मशहूर एसएन गौतम आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर 500 पौधे लगा रहे हैं. अब तक वह 8000 से भी अधिक पेड़-पौधे लगा चुके हैं.

एस. एन गौतम
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Published : Jun 5, 2019, 4:09 PM IST

पूर्णिया: केक, दोस्त और परिवार के साथ रहते हुए उनके बीच अपना जन्मदिन तो हम में से हर कोई मनाता है. मगर एक शख्स ऐसा भी है जो पेड़ पौधों के साथ अपना जन्मदिन मनाता है. जिले में ट्री-मैन के नाम से मशहूर एस. एन. गौतम विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर 500 पौधे लगा रहे हैं. अब तक वह 8 हजार से भी अधिक पेड़-पौधे लगा चुके हैं.

जिले में जंगलों से भरे एक क्षेत्र से जब बेतहासा पेड़ काटे जाने लगे तब इस ट्री-मैन ने वृक्षों की कटाई के खिलाफ एक मुहिम छेड़ी. जब साथ देने कोई आगे नहीं आया तो इसने पेड़-पौधे लगाकर इसकी भरपाई का अनूठा तरीका निकाला. वह यह कार्य 16 वर्ष की उम्र से ही कर रहे हैं. अब तक शीशम, चंदन, सागवान, आंवला, आम, मोहगनी, अकेशिय और शहतूत समेत सौ से भी अधिक नस्लों के पेड़-पौधे लगा चुके हैं.

बचपन से ही रहा पेड़ों के प्रति लगाव
श्री निवास गौतम ने कहा कि वह खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उनका जन्म विश्व पर्यावरण दिवस पर हुआ. प्रकृति के प्रति मेरा प्रेम बचपन से ही रहा है. उनका कहना है कि बीते कुछ सालों में जिस तरह पूरी दुनिया में बेतहासा वृक्षों की कटाई का सिलसिला शुरू हुआ है. इससे पर्यावरण प्रदूषित हुआ है और मौसम का संतुलन बिगड़ा है. इसलिए वह लोगों से पेड़ लगाने की खास पहल करते हैं.

ट्री मैन के नाम से मशहूर एस. एन गौतम से खास बातचीत

वन विभाग से मिल चुकी है सराहना

श्री निवास वन विभाग द्वारा गांव गोद लेकर पौधे लगाने वाले कृषि वानिकी पायलट प्रोजेक्ट से भी जुड़े हुए हैं. पर्यावरण और पेड़-पौधों के प्रति इनके विशेष लगाव को देखते हुए वन विभाग समेत कई संस्थाओं की ओर से इनके कार्यों की सराहना भी हो चुकी है. इनके ऐसे ही प्रयासों को देखते हुए कृषि विभाग की ओर से इन्हें एग्रीकल्चर कार्ड भी दिया गया है.

पूर्णिया: केक, दोस्त और परिवार के साथ रहते हुए उनके बीच अपना जन्मदिन तो हम में से हर कोई मनाता है. मगर एक शख्स ऐसा भी है जो पेड़ पौधों के साथ अपना जन्मदिन मनाता है. जिले में ट्री-मैन के नाम से मशहूर एस. एन. गौतम विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर 500 पौधे लगा रहे हैं. अब तक वह 8 हजार से भी अधिक पेड़-पौधे लगा चुके हैं.

जिले में जंगलों से भरे एक क्षेत्र से जब बेतहासा पेड़ काटे जाने लगे तब इस ट्री-मैन ने वृक्षों की कटाई के खिलाफ एक मुहिम छेड़ी. जब साथ देने कोई आगे नहीं आया तो इसने पेड़-पौधे लगाकर इसकी भरपाई का अनूठा तरीका निकाला. वह यह कार्य 16 वर्ष की उम्र से ही कर रहे हैं. अब तक शीशम, चंदन, सागवान, आंवला, आम, मोहगनी, अकेशिय और शहतूत समेत सौ से भी अधिक नस्लों के पेड़-पौधे लगा चुके हैं.

बचपन से ही रहा पेड़ों के प्रति लगाव
श्री निवास गौतम ने कहा कि वह खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उनका जन्म विश्व पर्यावरण दिवस पर हुआ. प्रकृति के प्रति मेरा प्रेम बचपन से ही रहा है. उनका कहना है कि बीते कुछ सालों में जिस तरह पूरी दुनिया में बेतहासा वृक्षों की कटाई का सिलसिला शुरू हुआ है. इससे पर्यावरण प्रदूषित हुआ है और मौसम का संतुलन बिगड़ा है. इसलिए वह लोगों से पेड़ लगाने की खास पहल करते हैं.

ट्री मैन के नाम से मशहूर एस. एन गौतम से खास बातचीत

वन विभाग से मिल चुकी है सराहना

श्री निवास वन विभाग द्वारा गांव गोद लेकर पौधे लगाने वाले कृषि वानिकी पायलट प्रोजेक्ट से भी जुड़े हुए हैं. पर्यावरण और पेड़-पौधों के प्रति इनके विशेष लगाव को देखते हुए वन विभाग समेत कई संस्थाओं की ओर से इनके कार्यों की सराहना भी हो चुकी है. इनके ऐसे ही प्रयासों को देखते हुए कृषि विभाग की ओर से इन्हें एग्रीकल्चर कार्ड भी दिया गया है.

Intro:आकाश कुमार (पूर्णिया)
exclusive story ।

केक ,दोस्त और परिवार के बीच अपना जन्मदिन तो हम में से हर कोई मनाता है। मगर क्या आप कभी उस ट्री मैन से मिले हैं।
जो अपना जन्मदिन साथियों के संग मल्टीप्लेक्स या किसी रेस्तरां जाने के बजाए खेत- खलिहान और खाली पड़े जमीन पर पौधे लगाकर मनाता है। बकायदा इस जन्मदिन पर भी 'ट्री मैन' के नाम से मशहूर एस. एन गौतम आज 500 पौधें लगा रहे हैं। दरअसल आप जानकर हैरान रह जाएंगे। यह ट्री मैन अपनी सैलरी का तकरीबन 65 फीसदी हिस्सा पेड़ -पौधों पर ही खर्च करते हुए अब तक 8000 से भी अधिक पौधे लगा चुका है।



High lights:

पूर्ण अरण्य अर्थात जंगलों से भरा एक क्षेत्र पूर्णिया में जब बेतहासा पेड़ काटे जाने का सिलसिला शुरू हुआ। इस ट्री मैन ने वृक्षों की कटाई के विरुद्ध एक मुहिम छेड़ी। जब साथ देने कोई आगे नहीं आया। तो पेड़- पौधे लगाने का भरपाई का अनूठा तोड़ निकाला। वे ऐसा 16 वर्ष की उम्र से ही कर रहे हैं।



Body:पेश है इस बार विश्व पर्यावरण दिवस पर ईटीवी भारत की प्रेरणाओं से भरी यह एक्सक्लूसिव रिपोर्ट -


वृक्षों की कटाइ के खिलाफ मुहिम से शुरू किया वृक्षारोपण....


दरअसल पूर्णिया पूर्ण अरण्य से मिलकर बना है। आसान अर्थों में इसका मतलब जंगलों से भरा एक घनघोर क्षेत्र होता है। लिहाजा इमारत ,दुकानें व नई बस्तियां बसाने की होड़ में जब श्री निवास के गृह क्षेत्र बनमनखी में बेतहासा पेड़ों की कटाई का सिलसिला शुरू हुआ। साल दर साल बिगड़ते मौसम का संतुलन ,पर्यावरण विज्ञान के प्रति विशेष रुचि इसी का नतीजा रहा कि जब श्री निवास इंटर में थे। पेड़ों की कटाई के विरुद्ध एक मुहिम छेड़ दी। हालांकि इनके साथियों ने बाद में इस मुहिम से अपना नाता तोड़ लिया। बावजूद श्री निवास ने अपने घुटने नहीं टेकें। वृक्षों की कटाई के प्रति वृक्षारोपण का ऐसा तोड़ निकाला। साथियों से लेकर गांव वाले तक श्री निवास को 'ट्री मैन' के नाम से पुकारने लगे।


केक के बजाए पेड़-पौधे लगाकर मनाते हैं जन्मदिन...


श्री निवास की पेड़-पौधों के प्रति प्रेम किसी दीवानगी से कम नहीं। जहां दुनिया भर के लोग अपना जन्मदिन केक, घर-परिवार या दोस्तों के संग मल्टीप्लेक्स या रेस्तरां में इस खास दिन को यादगार बनाते हैं। बनमनखी प्रखंड स्थित औराही गांव से आने वाले श्री निवास गौतम की सोच इन सब से बिल्कुल अलग और अनूठी है। हर साल की तरह इस साल भी श्री निवास आज अपने जन्मदिन पर औराही स्थित पार्क में 500 पौधे लगा रहे हैं। इस तरह यह 5वा साल है। जब वे अपने जन्मदिन को वृक्षारोपण कर रहे हैं।



'ट्री मैन' के नाम से हैं मशहूर....


दरअसल श्री निवास हर किसी को अपना जन्मदिन केक ,दोस्त या परिवार के बीच मनाने के बजाए खेत -खलिहान ,पार्क या किसी खाली पड़े जमीन पर पेड़-पौधे लगाने का संदेश देते हैं। वे बताते हैं कि बीते कुछ सालों में जिस तरह समूची दुनिया समेत जिले में वृक्षों की कटाई का बेतहासा सिलसिला शुरू हुआ। साल दर साल बेहद तेजी से पर्यावरण प्रदूषित हुआ है। और मौसम का संतुलन बिगड़ा है। लिहाजा जरूरत है अब हर एक को अपने जन्मदिन पर यह खास पहल करने की। पर्यावरण व पेड़ों के प्रति इनके इसी अथाह प्रेम के कारण लोगों के बीच ये 'ट्री मैन' के नाम से मशहूर हैं।


लगा चुके हैं अब तक 8000 से भी अधिक पेड़...


वन विभाग के दस्तावेज के मुताबिक श्री निवास अब तक 8000 से भी अधिक पेड़ लगा चुके हैं। यह आंकड़ा श्री निवास के उस बचपन के वृक्षारोपण का शौक व इनके मुहिम को छोड़कर है। इन सब को मिला दे तो यह आंकड़ा 10 हजार को भी पार कर जाएगा। इस ट्री मैन ने अब तक सीसम ,चंदन , सागवान ,आंवला ,आम ,मोहगनी ,अकेशिय व शहतूत समेत सौ से भी अधिक नस्लों के पेड़-पौधे लगाए हैं।



वन विभाग भी कर चुका है इनके समर्पण को सलाम...


वहीं श्री निवास वन विभाग द्वारा गांव गोद लेकर पौधे लगाने वाले कृषि वानिकी पायलट प्रोजेक्ट से भी जुड़े रहे हैं। पर्यावरण व पेड़-पौधों के प्रति इनके विशेष लगाव को देखते हुए वन विभाग समेत कई संस्थाओं की ओर से इनके कार्यों की सराहना हो चुकी है। इनके ऐसे ही प्रयासों को देखते हुए कृषि विभाग की ओर से इन्हें बजापते एग्रीकल्चर कार्ड भी दिया गया है।


बचपन से ही रहा पेड़ों के प्रति लगाव...


दरअसल श्री निवास गौतम खुद को खुद किश्मत मानते हैं कि उनका जन्म विश्व विश्व पर्यावरण दिवस पर हुआ। विश्व पर्यावरण दिवस जैसा खास दिन और प्रकृति के प्रति इनका प्रेम ही एक बड़ी वजह रही कि बचपन से ही श्री निवास को पेड़-पौधे लगाने का शौक रहा। श्री निवास को जब नानी के घर जाने पर नानी घर से पैसे मिलते बाकी बच्चों की तरह वे उस पैसे का बिस्किट ,चॉकलेट या फिर खिलौने खरीदने के बजाए घर से लगे फुलवारी से फूल के पेड़ खरीद लाते। तब इनकी यह दीवानगी देखकर हर कोई हैरान रह जाता।







Conclusion:
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