पूर्णिया: वेतनमान में वृद्धि समेत कई दूसरी मांगों को लेकर गुरुवार से सदर अस्पताल में कार्यरत सभी अस्थाई सफाईकर्मी कार्य बहिष्कार करते हुए भूख हड़ताल पर चले गए हैं. वहीं इस दौरान धरने पर बैठे सफाईकर्मियों ने अस्पताल प्रबंधन और सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की है.
हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन
हाथों में तख्तियां लिए अपनी आवाज बुलंद कर रहे सफाई कर्मियों ने कहा कि वेतन बढ़ोत्तरी समेत कई दूसरी मांगों को लेकर कई दफे अस्पताल प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा गया. इस ओर ध्यान आकर्षित करने को प्रदर्शन भी किया गया. मगर विभाग से लेकर जिले के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उनकी मांग पर विचार करने की जमहत नहीं उठाई. जिसके कारण आज से सभी सफाईकर्मियों को भूख हड़ताल पर जाना पड़ रहा है.
दिन रात सेवा देने को हैं मजबूर
वहीं नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अशोक मल्लिक ने कहा कि एक तरफ सरकार, समाज और अस्पताल प्रबंधन कोरोना वॉरियर की संज्ञा देकर उनके ऊपर फूल बरसाने का काम कर रहा है. तो दूसरी तरफ महज 4 हजार रुपए की मामूली वेतन देकर कोरोना काल में बगैर किसी कोरोना ढ़ाल के कार्य करवाया जा रहा है.
वेतनमान समेत कई दूसरे हैं मांग
मामूली वेतनमान को लेकर वे सभी अस्पताल के सिविल सर्जन, अधीक्षक और कॉन्ट्रेक्टर समेत कई दूसरे वरीय अधिकारियों से मिल चुके हैं. इस संबंध में श्रम विभाग पटना के उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया गया है. लेकिन अब तक किसी एक की ओर से जवाब नहीं आया है.वहीं जिसे लेकर वर्षों से मांग उठाई जाती रही है मगर विभाग से लेकर प्रबंधन तक ने अब तक इस पर गौर नहीं किया है. यहीं वजह है कि सभी सफाईकर्मियों को कोरोना काल में प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
मांग पूरा नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल
वहीं कार्य बहिष्कार की चेतावनी देते हुए नाराज सफाईकर्मियों ने कहा कि अगर इसके बाद भी विभाग का सदर अस्पताल प्रबंधन उनकी मांगों को नहीं मानता है तो वे सभी लॉकडाउन खत्म होते ही सड़क पर ऊतर कर उग्र आंदोलन करेंगे.