पूर्णिया: पूर्णिया के मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट नर्सिंग होम के डॉक्टरों में खासा आक्रोश है. नाराजगी जाहिर करते हुए डॉक्टरों ने एकदिवसीय हड़ताल किया, जिसके कारण मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है. मामला पिछले दिनों डॉक्टर राजेश कुमार पर जानलेवा हमले से जुड़ा है.
पूर्णिया में हड़ताल पर डॉक्टर: दरअसल पिछले दिनों एक मरीज की इलाज के दौरान मौत होने के बाद मृतक के परिजनों ने डॉक्टर पर जानलेवा हमला कर दिया था. आक्रोशित लोगों ने लगभग 6 से 7 घंटा डॉक्टर राजेश कुमार को बंधक बनाकर रखा और उनके साथ मारपीट की गई. डॉ राजेश कुमार की स्थिति को नाजुक देखते हुए उन्हें पूर्णिया से पटना रेफर किया गया था. पटना में भी स्थिति में जब सुधार नहीं हुआ तो दिल्ली के लिए रेफर किया गया.
'बच्चे को डॉक्टर को दिखाने आए हैं. डॉक्टर हड़ताल पर हैं तो हम कहां जाएंगे. हमें बताया गया कि हड़ताल है. मेरे बच्चे को कुछ हो जाएगा तो कौन इसकी जिम्मेदारी लेगा."- शिखा कुमारी, मरीज की परिजन
"मैं अपने बच्चे को दिखाने आया था. आने के बाद पता चला कि हड़ताल है. मेरे बच्चे की तबीयत बहुत खराब है. प्राइवेट क्लिनिक में घटना होती है तो प्रशासन को जिम्मेदारी लेने चाहिए. उचित कदम उठाना चाहिए. गरीब मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है."- गोपाल कुमार, मरीज के परिजन
डॉक्टर पर जानलेवा हमले का विरोध: इसके बाद पूर्णिया के डॉक्टरों ने एकदिवसीय हड़ताल करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. वहीं इलाज करवाने के लिए पूर्णिया मेडिकल कॉलेज पहुंचे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. सिर्फ मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी सेवा चल रही थी, जहां पर डॉक्टर वैसे मरीजों को देख रहे थे जिनकी स्थिति काफी नाजुक थी. इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि कोई भी डॉक्टर यह नहीं चाहता है कि मरीज की मौत हो जाए.
"दलालों के द्वारा मरीजों को बहला फुसलाकर प्राइवेट नर्सिंग होम ले जाया जाता है और उनसे मोटी रकम वसूली जाती है.पूर्णिया मेडिकल कॉलेज से जो डॉक्टर मरीज को प्राइवेट नर्सिंग होम रेफर नहीं करते हैं तो उन्हें दलाल टारगेट करते हैं और इस तरह की घटना को अंजाम देने का काम करवाते हैं."- डॉ विकास कुमार, चिकित्सक, मेडिकल कॉलेज
दोषियों पर एक्शन की मांग: पुलिस प्रशासन के सामने डॉक्टर राजेश पासवान पर हुए हमले पर डॉक्टरों ने प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. चिकित्सकों ने कहा कि IMA और भासा द्वारा यह हड़ताल किया गया है. जिस तरह पुलिस अपराधियों को पब्लिक के बीच से बचाने का काम करती है, ठीक उसी तरह से डॉक्टरों को भी बचाना चाहिए. मगर पुलिस मूकदर्शक बनकर सब कुछ देखती रही. मृतक के परिजन एवं दलालों के द्वारा डॉक्टर पर जानलेवा हमला किया गया. पुलिस वैसे लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें जिन लोगों ने डॉक्टर पर जानलेवा हमला किया है.
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