पूर्णिया: पूरे देश में इस समय नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. इन प्रदर्शनों में हजारों की संख्या में लोग जुट रहे हैं. हालांकि इन प्रदर्शनों में शामिल होने वाले ज्यादा लोगों को सीएए और एनआरसी के बारे कुछ जानकारी ही नहीं है. मंगलवार को पूर्णिया के शहर के रंगभूमि मैदान में कानून के विरोध में विशाल रैली का आयोजन किया गया. यहां भी पहुंचे ज्यादातर लोगों को इस कानून की जानकारी ही नहीं थी.
रैली को कवर करने पहुंचे ईटीवी भारत के संवाददाता ने कई लोगों से नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के बारे में पूछा. किसी को कानून के बारे में पता ही नहीं था, तो किसी ने इसका नाम भी नहीं सुना था. कुछ लोगों को जानकारी थी तो वो भी आधी अधूरी. ऐसे में सवाल उठता है कि इन रैलियों में जुटती भीड़ को वाकई में कानून को लेकर परेशानी है या फिर ज्यादा से ज्यादा लोगों की भीड़ दिखाने के लिये विपक्षी पार्टियां इन्हें सुनियोजित तरीके से रैली का हिस्सा बना रही हैं.
इकबाल फाउंडेश ने कराई रैली
रैली को इकबाल फाउंडेशन की ओर से आयोजित कराया गया था. इसमें जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव भी पहुंचे थे. उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. पप्पू यादव ने कहा कि अब बिहार से ही आजादी की दूसरी लड़ाई शुरू की जाएगी. पप्पू यादव ने कहा कि बिहार ने खुद ठाना है कि देश की आजादी की लड़ाई कहीं और से नहीं बिहार से ही चलेगी. यह बड़ी आजादी की लड़ाई है यहां दूसरा जिन्ना अब नहीं चलेगा.
पप्पू यादव ने बीजेपी पर किया हमला
पप्पू यादव ने कहा कि जिस तरह झारखंड में बीजेपी की ओर से अनुसूचित जाति-जनजाति में नफरत पैदा की गई और सूबे को बांटने का प्रयास किया जा रहा था. जनता ने सत्ता से बेदखल कर बीजेपी को सबक सिखा दिया है. उन्होंने कहा कि अब बारी बिहार और दिल्ली की है. अब बीजेपी एनआरसी के नाम पर देश को न जलाए और न ही मजहब के आधार पर सियासत करे.