पूर्णिया: कोरोना वायरस को लेकर देशभर में सरकार की ओर से सर्कुलर जारी है. राज्य सरकार ने भी सर्कुलर जारी करते हुए प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान सहित सिनेमा हॉल, पार्क, जू को पूरी तरीके से 31 मार्च तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. इसके बावजूद पूर्णिया विश्वविद्यालय में सरकार के सर्कुलर को ताक पर रखते हुए धड़ल्ले से एडमिशन की प्रक्रिया जारी है. इसके कारण स्टूडेंट्स को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एडमिशन के लिए पहुंचे स्टूडेंट्स खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देश के बाद भी एडमिशन की प्रक्रिया जारी रखने से नाराज छात्रों ने कहा कि एक तरफ जहां कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. आए दिन संक्रमित लोगों और मरने वालों की संख्या लगा बढ़ती जा रही है. जिसे देखते हुए सरकार की ओर से 31 मार्च तक कॉलेज बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. फिर भी यूनिवर्सिटी प्रबंधन एडमिशन विंडो खोलकर स्टूडेंट की जान जोखिम में डालने को आमदा है. ऐसे में अगर छात्रों को कुछ होता है, तो क्या कॉलेज प्रबंधन उसकी जिम्मेदारी लेगा. वहीं छात्रों का आरोप है कि इस संबंध में जब छात्र कॉलेज डीन कॉलेज प्रबंधन से जवाब मांगने पहुंचे तो कॉलेज प्रबंध मिलने तक से इनकार कर दिया.
प्रिंसिपल ने झाड़ा पल्ला
इस मामले को लेकर पूर्णिया कॉलेज प्रिंसिपल मिथिलेश प्रसाद ने बताया कि उन्हें कॉलेज बंद करने के संबंध में किसी तरह का कोई निर्देश नहीं मिला है. कॉलेज प्रबंधन के पास बहुत कम वक्त बचा है. इसी कारण से नए सत्र के लिए एडमिशन की प्रक्रिया जारी रखी गई है. आगे इसे बंद रखने के निर्देश राजभवन की ओर से जारी किए जाएंगे तो हम निर्देशानुसार एडमिशन विंडो को पूरी तरीके से बंद कर देंगे.