पूर्णिया: जिले में सैलाब का सितम अब तक शांत नहीं हुआ है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 79 प्रखण्डों के 8 लाख 36 हजार से अधिक लोग बाढ़ प्रभावित हैं. ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए जिले के सिविल सर्जन ने एक प्रशंसनीय पहल की है. इसके तहत जिले का स्वास्थ्य महकमा सभी बाढ़ प्रभावित प्रखण्डों में प्रसव हाट लगा रहा है. ताकि बाढ़ के दौरान प्रसव पीड़ा से गुजरने वाली महिलाओं को मेडिकल सुविधा मिल सकेगी.
'प्रसव हाट' की शुरूआत
जिले में हर साल आने वाली बाढ़ की विभीषिका और उसके हालातों का अध्ययन करने के बाद यह पहल की गई है. नए सीएस मधुसूदन प्रसाद ने गर्भवती महिलाओं के लिए एक खास पहल करते हुए सभी बाढ़ प्रभावित प्रखण्डों में प्रसव हाट की शुरुआत की है. इसका मकसद बाढ़ के समय प्रसव की सुविधा मुहैया न होने के कारण प्रसव पीड़ा से होने वाली मौतों पर अंकुश लगाना है. इसके साथ ही मेडिकल वैन और मोबाइल वैन भी 24x7 अलर्ट मोड पर रहेंगे.
स्वास्थ्य महकमा कर रहा तैयारी
इसके लिए स्वास्थ्य महकमे ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के ऊंचे स्थलों को हाट के लिए चिन्हित कर लिया है. यहां प्रसूता को सुरक्षित प्रसव की सुविधा दी जाएगी. इसके साथ ही विभाग ऐसी गर्भवती महिलाओं की लिस्ट भी बनाने में जुट गया है, जिनका प्रसव जुलाई- अगस्त तक होना है. इन प्रसव हाटों में एएनएम की तैनाती के साथ ही प्रसूता के सुरक्षित प्रसव की सारी व्यवस्था मुकम्मल होगी. वहीं जच्चा-बच्चा दोनों ही सुरक्षित और सेहतमंद हो इसके लिए बाढ़ के दौरान नियमित टीकाकरण मुहैया कराई जाएगी. वहीं, शिशुओं को दिए जाने वाली टीके की सुविधा भी उपलब्ध होगी.
मेडिकल वैन पर भी होगी सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था
वैसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र जहां पीएचसी बाढ़ के पानी में जलमग्न हो गए हैं, वहां मेडिकल वैन की सुविधा भी प्रसूता को उपलब्ध कराई जाएगी. यह मेडिकल वैन प्रसव से जुड़ी तमाम तरह की दवाइयों और इलाज के आधुनिक डिवाइस और मशीनों से लैस होंगी.