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कोरोना संक्रमितों की सांस के आस बन रहे डाकिया, पूर्णिया में संक्रमितों के घर पहुंचा रहे दवा - डाकिया कोरोना योद्धा की भूमिका में

होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों की सुविधा के लिए सरकार द्वारा उनके घर तक मेडिकल किट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है. इसी के तहत पूर्णिया में डाकिया कोरोना योद्धा की भूमिका में (Postman in Role of Corona Warrior) नजर आ रहे हैं. अब तक यहां लगभग 1000 संक्रमितों तक डाक विभाग की मदद से कोरोना की मेडिकल किट पहुंचाई जा चुकी है.

डाकिया बने कोरोना योद्धा
डाकिया बने कोरोना योद्धा
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Published : Jan 31, 2022, 6:01 PM IST

पूर्णिया: कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) से पूरा देश परेशान है. एक तरफ जहां लोग घरों से बाहर निकलने से बचते हैं, वहीं डाक विभाग से जुड़े लोग लोगों की सेवा में लगे हैं. डाक विभाग कोरोना प्रभावित लोगों के घर तक मेडिकल किट पहुंचाने के काम में लगा हुआ है. ये अहम जिम्मेदारी डाकिया निभा रहा है. आपदा काल में डाकिया कोरोना योद्धा की भूमिका में (Postman in Role of Corona Warrior) हैं. कोरोना वारियर्स के तौर पर पूरे जिले में तीस से ज्यादा डाकिया इस सेवा को महज कुछ घंटों में पूरा करने में लगे हैं. बिना किसी डर और चिंता के लोगों के घर तक कोरोना किट पहुंचा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बीमार लोगों के लिए 'काल' बन रहा ओमीक्रोन! कोरोना केस में गिरावट के बावजूद नहीं थम रहा मौतों का सिलसिला

होम आईसोलेशन में रह रहे कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को घर तक मेडिकल किट पहुंचाने वाले डाकिया बबलू कहते हैं कि जैसे ही उन्हें विभाग की ओर से नाम और पता मिलता है, वे किट लेकर निकल पड़ते हैं और मरीजों के घर जाकर उनके परिजनों को सौंप देते हैं. वे कहते हैं कि इस काम को करने से उन्हें सुकून मिलता है. विपरीत वक्त में किसी मरीज की सेवा करने का अपना अलग ही आनंद है. वहीं किसी भी डर की बात से इंकार करते हुए बबलू कहते हैं कि इसमें डरने वाली कौन सी बात है. अगर हम लोग भी डरने लगेंगे तो फिर देश की सेवा में अपना योगदान कैसे दे पाएंगे. महामारी के इस दौर में आखिर किसी को तो आगे आना ही होगा.

ये भी पढ़ें: Benefits Of Water Gargle: गलाला से भागेगा कोरोना, जानिए इसके फायदे

वहीं, पूर्णिया प्रमंडल पूर्णिया के डाक अधीक्षक विनय कुमार सिंह कहते हैं कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और डाक विभाग के समझौते के अनुसार प्रत्येक दिन कोरोना पीड़ितों की नई लिस्ट डाक विभाग को भेजी जाती है. सभी डाक घरों में कोरोना किट का स्टॉक दिया गया है. जैसे ही डाक विभाग को नया नाम और पता प्राप्त होता है, उनके डाकिया वहां जाकर लोगों को मेडिकल किट पहुंचाने का काम करते हैं. डाक विभाग की इस पहल से कोरोना प्रभावित लोगों को त्वरित राहत मिल रही है. किट में दवा की पूरी डोज के साथ-साथ मास्क और गाइड लाइन की जानकारी भी है. ऐसे में डाकिया और डाक विभाग द्वारा कोरोना योद्धा के रूप में दी जा रही है.

ये भी पढ़ें: कोरोना की दूसरी लहर में अपनों को खो चुके लोग अब मुआवजे के लिए लगा रहे दफ्तरों के चक्कर

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पूर्णिया: कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) से पूरा देश परेशान है. एक तरफ जहां लोग घरों से बाहर निकलने से बचते हैं, वहीं डाक विभाग से जुड़े लोग लोगों की सेवा में लगे हैं. डाक विभाग कोरोना प्रभावित लोगों के घर तक मेडिकल किट पहुंचाने के काम में लगा हुआ है. ये अहम जिम्मेदारी डाकिया निभा रहा है. आपदा काल में डाकिया कोरोना योद्धा की भूमिका में (Postman in Role of Corona Warrior) हैं. कोरोना वारियर्स के तौर पर पूरे जिले में तीस से ज्यादा डाकिया इस सेवा को महज कुछ घंटों में पूरा करने में लगे हैं. बिना किसी डर और चिंता के लोगों के घर तक कोरोना किट पहुंचा रहे हैं.

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होम आईसोलेशन में रह रहे कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को घर तक मेडिकल किट पहुंचाने वाले डाकिया बबलू कहते हैं कि जैसे ही उन्हें विभाग की ओर से नाम और पता मिलता है, वे किट लेकर निकल पड़ते हैं और मरीजों के घर जाकर उनके परिजनों को सौंप देते हैं. वे कहते हैं कि इस काम को करने से उन्हें सुकून मिलता है. विपरीत वक्त में किसी मरीज की सेवा करने का अपना अलग ही आनंद है. वहीं किसी भी डर की बात से इंकार करते हुए बबलू कहते हैं कि इसमें डरने वाली कौन सी बात है. अगर हम लोग भी डरने लगेंगे तो फिर देश की सेवा में अपना योगदान कैसे दे पाएंगे. महामारी के इस दौर में आखिर किसी को तो आगे आना ही होगा.

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वहीं, पूर्णिया प्रमंडल पूर्णिया के डाक अधीक्षक विनय कुमार सिंह कहते हैं कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और डाक विभाग के समझौते के अनुसार प्रत्येक दिन कोरोना पीड़ितों की नई लिस्ट डाक विभाग को भेजी जाती है. सभी डाक घरों में कोरोना किट का स्टॉक दिया गया है. जैसे ही डाक विभाग को नया नाम और पता प्राप्त होता है, उनके डाकिया वहां जाकर लोगों को मेडिकल किट पहुंचाने का काम करते हैं. डाक विभाग की इस पहल से कोरोना प्रभावित लोगों को त्वरित राहत मिल रही है. किट में दवा की पूरी डोज के साथ-साथ मास्क और गाइड लाइन की जानकारी भी है. ऐसे में डाकिया और डाक विभाग द्वारा कोरोना योद्धा के रूप में दी जा रही है.

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