समस्तीपुर: विद्यालय के जीर्णोद्धार कार्य में सरकारी नियमों की अवहेलना एवं राशि गबन मामले में शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारियों के द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई है. पूर्व एचएम समेत पांच शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक से स्कूल के विकास मद में आयी राशि के गबन की जांच कराने के लिए पहल करने का आग्रह किया था, जिसपर विधायक ने डीईओ को पत्र भेज मामले की जांच कराने के बाद कार्रवाई करने का अनुरोध किया था.
समस्तीपुर में पूर्व एचएम समेत पांच शिक्षक निलंबित: मामला जिले के मोरवा प्रखंड के बाजितपुर कर्नैल हाईस्कूल के निर्माण में बड़े स्तर पर सरकारी राशि के अनियमितता से जुड़ा है. वहीं इस आरोप के बाद हरकत में आये विभाग ने स्थापना डीपीओ के नेतृत्व में जांच टीम गठित की थी. टीम ने जांच में पाया कि विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष विधायक रणविजय साहू और सचिव उर्मिला देवी को बिना जानकारी दिए और बिना अनुमति लिए राशि खर्च किए गए.
68 लाख रुपये के गबन का आरोप: विद्यालय नवनिर्माण तथा चारदीवारी निर्माण में लगभग 68 लाख रुपए का खर्च किया गया. वहीं आरोप है कि, इस मद में खर्च राशि को लेकर विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक में कोई जानकारी नहीं दी गई और न आदेश लिया गया.
DEO ने दिया प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश: वहीं आरोप यह भी है कि विद्यालय के खाते की राशि निर्माण एजेंसी को स्थानांतरित करने के बजाय विद्यालय के शिक्षक के निजी खाते पर भेज कर खर्च कराया गया. वहीं जांच टीम को इसमें पैसे से जुड़ी कई अनियमितता मिली है. जिसके बाद डीईओ के आदेश के आलोक में स्थापना के डीपीओ ने मोरवा के बीईओ को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है.
कार्रवाई की रडार में चार विशिष्ट शिक्षक: मामलों को लेकर मोरवा बीईओ राकेश कुमार की मानें तो, "डीईओ के आदेश पर विभागीय प्रक्रिया के तहत दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी की जा रही है." डीपीओ ने जिन शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुशंसा की है, उससे सम्बन्धित जारी पत्र के अनुसार उसमें विद्यालय से छह महीने पूर्व अवकाश ग्रहण करने वाले प्रधानाचार्य तरुण कुमार झा के अलावे वर्तमान स्कूल में पदस्थापित चार विशिष्ट शिक्षक शामिल हैं.
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