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पूर्णिया: निजी क्लीनिक की लापरवाही ने ली नवजात की जान, परिजनों ने किया हंगामा - सितंबर

डॉक्टरों ने और पैसे लूटने के लिए बच्चे की मौत हो जाने के बाद भी परिजनों को नहीं बताया. वहीं, डॉक्टरों की पोल तब खुली जब परिजन बच्चे को देखने पहुंचे. घटना के बाद परिजनों ने क्लीनिक के सामने जमकर हंगामा किया.

निजी क्लीनिक की लापरवाही
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Published : Sep 12, 2019, 9:56 AM IST

पूर्णिया: जिले में एक निजी क्लीनिक की लापरवाही के कारण एक नवजात शिशु की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने जान-बूझकर एक ऑपरेशन वाली डिलीवरी को सामान्य तरीके से करने में बच्चे को मार दिया. वहीं, उनका ये भी आरोप है कि डॉक्टरों ने उनसे ऑपरेशन के लिए 30 हजार रुपये भी लिए थे.

purnea
परिजनो ने किया हंगामा

'क्लीनिक की लापरवाही से गई बच्चे की जान'
दरअसल, पूरा मामला जिले के लाइन बाजार का है. जहां 9 सितंबर को एक निजी क्लीनिक की गलती का खामियाजा एक नवजात बच्चे को उठाना पड़ा. परिजनों का आरोप है कि क्लीनिक के डॉक्टर ने पहले उनको बताया कि ऑपरेशन से ही बच्चे का जन्म होगा. वहीं, परिजनों ने तुरंत 15 हजार रुपये भर दिये. लेकिन डॉक्टरों ने ऑपरेशन न करके बच्चे का जन्म सामान्य तरीके से करवा दिया. इसके बाद बच्चे की हालत गंभीर बन गई. डॉक्टरों ने बच्चे को वेंटिलेटर पर रख दिया.

डॉक्टरों की गलती से नवजात की मौत

जांच में जुटी पुलिस
बताया जाता है कि डॉक्टरों ने और पैसे लूटने के लिए बच्चे की मौत हो जाने के बाद भी परिजनों को नहीं बताया. वहीं, डॉक्टरों की पोल तब खुली जब परिजन बच्चे को देखने पहुंचे. घटना के बाद परिजनों ने क्लीनिक के सामने जमकर हंगामा किया. लेकिन परिजनों के पहुंचने से पहले ही डॉक्टर और क्लीनिक के सभी कर्मी मौके से फरार हो चुके थे. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है. पुलिसकर्मी सुदेश साव ने बताया कि बच्चे का पोस्टर्माटम हो जाने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है.

पूर्णिया: जिले में एक निजी क्लीनिक की लापरवाही के कारण एक नवजात शिशु की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने जान-बूझकर एक ऑपरेशन वाली डिलीवरी को सामान्य तरीके से करने में बच्चे को मार दिया. वहीं, उनका ये भी आरोप है कि डॉक्टरों ने उनसे ऑपरेशन के लिए 30 हजार रुपये भी लिए थे.

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परिजनो ने किया हंगामा

'क्लीनिक की लापरवाही से गई बच्चे की जान'
दरअसल, पूरा मामला जिले के लाइन बाजार का है. जहां 9 सितंबर को एक निजी क्लीनिक की गलती का खामियाजा एक नवजात बच्चे को उठाना पड़ा. परिजनों का आरोप है कि क्लीनिक के डॉक्टर ने पहले उनको बताया कि ऑपरेशन से ही बच्चे का जन्म होगा. वहीं, परिजनों ने तुरंत 15 हजार रुपये भर दिये. लेकिन डॉक्टरों ने ऑपरेशन न करके बच्चे का जन्म सामान्य तरीके से करवा दिया. इसके बाद बच्चे की हालत गंभीर बन गई. डॉक्टरों ने बच्चे को वेंटिलेटर पर रख दिया.

डॉक्टरों की गलती से नवजात की मौत

जांच में जुटी पुलिस
बताया जाता है कि डॉक्टरों ने और पैसे लूटने के लिए बच्चे की मौत हो जाने के बाद भी परिजनों को नहीं बताया. वहीं, डॉक्टरों की पोल तब खुली जब परिजन बच्चे को देखने पहुंचे. घटना के बाद परिजनों ने क्लीनिक के सामने जमकर हंगामा किया. लेकिन परिजनों के पहुंचने से पहले ही डॉक्टर और क्लीनिक के सभी कर्मी मौके से फरार हो चुके थे. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है. पुलिसकर्मी सुदेश साव ने बताया कि बच्चे का पोस्टर्माटम हो जाने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है.

Intro:मेडिकल हब के नाम से मशहूर लाइन बाजार से मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। जहां नवजात शिशु की मौत के बाद भी हैवान डॉक्टर ने पैसे ऐंठने के एवज में नवजात को भेंटीलेटर पर सुलाए रखा। वहीं यह समूचा मामला एक निजी क्लीनिक से जुड़ा है। जहां डिलेवरी के लिए पहुंची एक प्रसूता और उनके परिजनों से इलाज के नाम पर शुरू हुआ पैसे और लोभ का खेल एक नवजात की मौत के साथ खत्म हुआ।
बाद में हंगामे की भनक लगते ही डॉक्टर व स्टाफ अस्पताल छोड़ कर रफ्फूचक्कर हो गए।



Body:जिसके बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कथित आरोपी डॉक्टर पर एफआईआर करने का मन बनाया है। वहीं समूचा मामला मरंगा थाना अंतर्गत उफरैल चौक इलाके का बताया जा रहा है।

नवजात की मौत से जुड़ा है मामला ...

इस बाबत मृतक नवजात के परिजन दिलीप ने बताया कि बीते 8 सिंतबर को प्रसूता को डिलेवरी के लिए लाइन बाजार स्थित एक निजी क्लिनिक में दाखिल कराया गया था। जहां पहले तो डॉक्टरों ने इनसे डिलेवरी के नाम पर 30 हजार रुपये एडवांस बसूले। वहीं तेज दर्द उठने के बाद प्रसूता को ओटो में ले जाया गया। जहां वे इलाज करने के बजाए 4 घण्टें तक नार्मल डिलेवरी का इंतेजार करते रहे। जिससे दुनिया देखने के चंद मिनटों बाद ही नवजात की मौत हो गई।

क्लीनिक संचालक की लालच की बेदी बना नवजात...


परिजनों का आरोप है कि इन सब के बाद भी नवजात शिशु ने
शेष पैसे ऐंठने की लालच में मृत नवजात शिशु को भेंटीलेटर पर लिटाये रखा और पैसे की डिमांड करने लगे। वहीं नवजात की मौत का राज तब खुला जब परिजनों ने बच्चें को देखने की शर्त रखी। जिसके बाद हंगामा की डर से डॉक्टर व स्टाफ दोनों ही फरार हो गए।


क्या कहती है पुलिस...

वहीं पोस्टमार्टम कराने आए पुलिसकर्मी सुदेश साव ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची। थाने की ओर से मुझे पोस्टमार्टम कार्य में लगाया गया है।


Conclusion:
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