पूर्णिया: दत्तक केंद्र में पल रही एक बेटी के लिए शनिवार का दिन काफी सुखद रहा. इटली से पहुंचे एक दंपति ने उसे नया आशियाना दे दिया. इस दंपति ने गोद लेकर नैना को अपने देश ले गये. इटालियन दंपति अब नैना की परवरिश करेंगे. नैना के माता-पिता ने उसे जन्म देकर रोड के किनारे लावारिस छोड़ दिया था. इस मासूम को किसी ने समाज कल्याण विभाग के विशिष्ट दत्तक गृह संस्थान में पहुंचा दिया था. यह संस्था 9 साल तक के लावारिस बच्चों का लालन-पालन करती है.
जिसका कोई नहीं उसका खुदा होता है
संस्थान के लोगों में इस बात की खुशी है कि अब नैना का पालन पोषण अच्छी तरह होगा. वहीं, इटालियन दंपति की गोदी भी शादी के 11 साल बाद भर गई. अब उनके आंगन में नैना की खिलखिलाहट सुनने को मिलेगी. इटालियन - स्पेनिश दम्पति को भारत इतना पसंद आया कि जब उनके जहन में बच्चा गोद लेने की बात आई तो वह सात समंदर पार कर पूर्णिया पहुंच गए.
जन्म देने वाले माता पिता भविष्य नहीं लिखते
नैना को गोद लेने वाले दंपति इटली में सरकारी नौकरी करते हैं. जिराडो कंचनलारा इटली के मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर में क्लर्क हैं. वही उनकी पत्नी सरकारी स्कूल में टीचर हैं. इटालियन दंपति ने एक साल पहले बच्चों के लिए कारा वेबसाईट पर अर्जी डाला था. यह बच्ची अब इटली में बड़ी होगी.