पूर्णिया: कोरोना टीकाकरण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है. 15 जनवरी के बाद से टीकाकरण के प्रथम चरण की शुरुआत की जाएगी. इस बात की जानकारी सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने सदर अस्पताल के प्रतिरक्षण सभागार में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से कोविड टीकाकरण पर आयोजित मीडिया कार्यशाला के दौरान दी.
मीडिया कर्मियों का किया धन्यवाद
डॉ. शर्मा ने बताया कोरोना संक्रमण काल में मीडिया ने लोगों को जागरूक करने में अहम भूमिका अदा की है. उन्होंने लोगों को वैक्सीन के प्रति फैल रही अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की. इसके साथ ही उन्होंने मीडिया कर्मियों से भी संक्रमण काल में लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने के लिए धन्यवाद करते हुए वैक्सीनेशन के दौरान भी उसी प्रकार के सहयोग की अपेक्षा की.
15 जनवरी से प्रथम चरण के वैक्सीनेशन की शुरुआत
डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कोविड-19 टीकाकरण के प्रथम चरण की शुरुआत संभवतः 15 जनवरी से प्रारंभ हो जाएगी. पहले चरण में सभी सरकारी, निजी स्वास्थ्य कर्मियों और आईसीडीएस कर्मियों को टीकाकृत किया जाना है. सभी स्वास्थ्य कर्मियों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है. अब तक 13,500 लोगों का रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर हो चुका है. वैक्सीन के भंडारण के लिए जिले में 13,854 मशीन आ चुकी हैं. इसके अलावा जिले को 10 आईएलआर भी उपलब्ध कराए गए हैं. जिसमें 08 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में और 02 सदर अस्पताल में उपलब्ध रहेंगी.
वैक्सीनेशन के लिए 540 स्वास्थ्यकर्मी चिन्हित
कोरोना वैक्सीन के लिए 540 स्वास्थ्यकर्मियों को चिन्हित किया जा चुका है. स्वास्थ्य कर्मियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर और आम लोगों को उनके निकटवर्ती मतदान केंद्रों पर ही वैक्सीन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. एक सत्र में अधिकतम 100 लोगों को टीकाकृत किया जाना है. कार्यशाला में सिविल सर्जन ने सेन्टर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग और मीडिया के साथ बेहतर समन्यवय स्थापित करते हुए लोगों तक सही जानकारी देने की सराहना की है.
वृद्धजनों की तैयार की जा रही सूची
प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को और दूसरे चरण में पैरामिलिट्री और वयोवृद्ध लोगों को वैक्सीन लगाया जायेगा. आशा कर्मियों के माध्यम से वृद्धजनों की सूची तैयार की जा रही है. वैक्सीन लगाने के लिए लोगों को आईडी प्रूफ के माध्यम से अपना पंजीकरण कराना होगा. टीकाकरण सत्र स्थल पर सत्यापन कर्ता के माध्यम से आईडी सत्यापित करने के बाद लोगों को टीका लगाया जायेगा. इसके बाद लोगों को आधा घंटा वैक्सिनेसन स्थल पर ही रहना है जिससे प्रतिकूल प्रभावों की निगरानी चिकित्सक के माध्यम से की जा सके. जबतक सभी लोगों को वैक्सीन नहीं लग जाता तब तक मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, हाथों की सफाई ही बचाव के जरिया है. उन्होंने बताया लोगों को स्वास्थ्य सम्बंधित सही जानकारी उपलब्ध कराने में सेन्टर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) की भी अहम भूमिका रही है.
कोविड टीकाकरण में भी मीडिया की भूमिका अहम
कोविड-19 के नोडल पदाधिकारी डॉ. आरपी सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में स्वास्थ्य कर्मी अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई है. लेकिन कोरोना के प्रति लोगों में जागरूकता लाने में मीडिया की भूमिका सराहनीय है. इसे आगे भी बरकरार रखने की जरूरत है. जिससे लोगों का टीकाकरण समुचित रूप से सम्पन्न हो सके.
मीडिया कर्मियों की सराहना
जिला प्रशासन की ओर से डीपीआरओ दीपक चंद्र देव ने भी कोरोना संक्रमण के मुश्किल दौर में मीडिया की महत्वपूर्ण भागीदारी को सराहा. उन्होंने कहा कि टीकाकरण की सफलता के लिए एक बेहतर वातावरण का निर्माण जरूरी है. इसके लिए मीडिया को सकारात्मक भूमिका निभानी होगी. कार्यशाला में डब्लूएचओ के जोनल कोऑर्डिनेटर डॉ दिलीप कुमार ने भारत में निर्माणाधीन टीका के विभिन्न चरणों की जबकि यूएनडीपी से सोमेश सिंह ने टीकाकरण के प्रक्रिया सम्बंधित जानकारी दी.