पूर्णिया: बिहार का पहला बाल थाना पूर्णिया जिले के सदर थाना परिसर में खोला गया है. बीते 27 नवंबर को यूनिसेफ की सहयोग से बाल मित्र थाना की शुरुआत की गई. इस चाइल्ड फ्रेंडली थाना का मकसद अपराध की दुनिया में जा रहे बच्चों को सकारात्मक वातावरण प्रदान करना है. साथ ही इसका उद्देश्य ये भी है कि बच्चों में पुलिस थाना का खौफ खत्म हो और वे अपने साथ घटी घटना की जानकारी खुल कर दे सकें.
बालमित्र थाने की विशेषताओं पर गौर करें तो यह थाना सूबे के सभी थानों से बिल्कुल अलग है. इस थाना परिसर में कई तरह के सजावटी पौधे लगाए गए हैं, दीवारों पर रंग-बिरंगे कार्टून्स सजे हुए हैं. कमरों में कहानियों की किताबें और खिलौने रखे गए हैं. जिससे यहां आने वाले बच्चों को अच्छा माहौल मिले और वे सहज महसूस करें.
यूनिसेफ के प्रतिनिधि ने किया था उद्घाटन
बता दें कि इस बाल मित्र थाने का उद्घाटन यूनिसेफ के प्रतिनिधि यास्मीन अली ने किया था. जल्द ही छत्तीसगढ़ के तर्ज पर जिले में अन्य 5 चाइल्ड फ्रेंडली थाने खोले जाएंगे. बहरहाल, पहले बाल थाना की शुरुआत से लोगों में खुशी है. इसकी जानकारी देते हुए सदर एसडीपीओ आनंद कुमार पांडेय ने दी.
एसडीपीओ ने दी जानकारी
एसडीपीओ आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि थाना का मुख्य उद्देश्य अपराध जगत में प्रवेश करने वाले बच्चों में सकारात्मक भावना पैदा कर उनके जीवन में परिवर्तन लाना है. हालांकि, चाइल्ड फ्रेंडली थाना की शुरुआत के बाद बाल अपराध से जुड़े एक भी मामले इस थाने में नहीं पहुंचे हैं.