पूर्णिया: लोक आस्था का महापर्व छठ (Chhath Puja 2021) पर्व धूमधाम से पूर्णिया सहित पूरे बिहार में मनाया गया. छठ घाटों पर छठ व्रतियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही महापर्व छठ का समापन हो गया. छठ घाटों के अलावा घर पर बनाए गए कृत्रिम घाटों पर भी छठ व्रतियों ने सूर्य को अर्घ्य दिया. पूर्णिया के पुलिस लाइन में भी कृत्रिम घाट बनाकर पूजा हुई.
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छठ पर्व को लेकर विविध प्रकार के पकवान बनाए गए. पूजा करके सूप को सजाया गया. फिर डाला छठ घाट पहुंचे. छठ के दौरान व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास रखती हैं. उदयीमान सूर्य को नदी, पोखर, नहर, गंगा घाटों पर महिला श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा. व्रती महिलाओं ने घुटने भर पानी में खड़े होकर उदयीमान भगवान भास्कर को दूसरा अर्घ्य अर्पित किया.
व्यवसायी राकेश घोष ने बताया कि 'मेरी चाची ने छठ व्रत किया है. हम घाट पर नहीं जाते हैं. पूर्णिया में अलग-अलग छठ घाटों में काफी ज्यादा भीड़ होती है. हर साल कोई न कोई अप्रिया घटना घटती है. हमारे घर में चाची बुजुर्ग हैं, घर में बच्चे भी हैं. इसलिए एहतियातन हमलोग घर पर ही कृत्रिम घाट बनाकर पूजा करते हैं.
'मेरी मां हर साल छठ व्रत करती हैं. इस महापर्व की खूबसूरती इसी शुद्धता में है. हमारे घर पर ही अलग-अलग परिवार के लोग एक जगह पर सूर्य को अर्घ्य देते हैं. एक दिन पहले ही हम लोग घाट को सजाने में लग जाते हैं. -अमित घोष, सहायक पुलिस उपाधीक्षक
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