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AISA ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ निकाली रैली, आंदोलन करने की दी चेतावनी

आइसा ने छात्रों ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल वीसी से मिलकर अपनी मांग रखेगा. अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई, तो वीसी के खिलाफ व्यापक आंदोलन किया जाएगा.

पूर्णिया विश्वविद्यालय में आइसा का प्रदर्शन
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Published : Sep 7, 2019, 11:08 AM IST

पूर्णियाः छात्र संगठन आइसा ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विशाल रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. विभिन्न मांगों को लेकर छात्र संगठन ने रैली की शुरुआत इंदिरा गांधी स्टेडियम से की. जहां से होते हुए छात्रों का हुजूम पूर्णिया विश्वविद्यालय पहुंचा. अलग-अलग जिलों से भारी संख्या में पहुंचे छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. मांगे पूरी नहीं होने पर आइसा ने व्यापक आंदोलन करने की चेतावनी भी दी.

rally of aisa
छात्रों की विशाल रैली

आइसा के बैनर तले प्रदर्शनकारी छात्र पूर्णिया विश्वविद्यालय में डुगडुगी और चोंगे के साथ अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे. प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रशासनिक भवन का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की.

mukhtar
आइसा जिलाध्यक्ष मुख्तार

छात्रों का वीसी के खिलाफ प्रदर्शन
जिले के अलावा, अरिरिया, कटिहार और किशनगंज से आए छात्रों ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया. हाथों में लाल झंडे और तख्तियां लिए छात्र घण्टों तक पीयू प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर बैठे रहे. जिसके बाद पीयू के डीएसडब्ल्यू और प्रॉक्टर प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने पहुंचे.

college proctor
कॉलेज प्रॉक्टर

शिक्षक, कर्मचारी की कमी से जूझ रहा है विश्वविद्यालय
आइसा जिलाध्यक्ष मुख्तार ने कहा कि आगामी 12 सितंबर तक बिहार के तमाम विश्वविद्यालय में आइसा प्रदर्शन करेगी. जिसकी शुरुआत पूर्णिया से की गई है. इसी कड़ी में पीयू और बीएनएमयू के बीच जारी घमासान में हजारों छात्रों का भविष्य अधर में अटक गया है. आइसा जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. विश्वविद्यालय, शिक्षक और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. जबकि कॉपी मूल्यांकन के नाम पर प्रत्येक छात्रों से 1 हजार रुपये लिए गए हैं. रिजल्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. इसके बावजूद कॉपी का पुनर्मूल्यांकन नहीं किया जा रहा है.

पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते छात्र

आंदोलन की चेतावनी
आइसा जिला अध्यक्ष ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल वीसी से मिलकर अपनी मांग रखेगा. अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वीसी के खिलाफ व्यापक आंदोलन किया जाएगा. वहीं, कॉलेज प्रॉक्टर ने कहा कि छात्रों की ज्यादातर मांगों को मान ली गई है. अगर कुछ मांगे पूरी नहीं हुई है तो जल्दी ही पीयू कमिटी उस पर फैसला लेगी.

पूर्णियाः छात्र संगठन आइसा ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विशाल रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. विभिन्न मांगों को लेकर छात्र संगठन ने रैली की शुरुआत इंदिरा गांधी स्टेडियम से की. जहां से होते हुए छात्रों का हुजूम पूर्णिया विश्वविद्यालय पहुंचा. अलग-अलग जिलों से भारी संख्या में पहुंचे छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. मांगे पूरी नहीं होने पर आइसा ने व्यापक आंदोलन करने की चेतावनी भी दी.

rally of aisa
छात्रों की विशाल रैली

आइसा के बैनर तले प्रदर्शनकारी छात्र पूर्णिया विश्वविद्यालय में डुगडुगी और चोंगे के साथ अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे. प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रशासनिक भवन का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की.

mukhtar
आइसा जिलाध्यक्ष मुख्तार

छात्रों का वीसी के खिलाफ प्रदर्शन
जिले के अलावा, अरिरिया, कटिहार और किशनगंज से आए छात्रों ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया. हाथों में लाल झंडे और तख्तियां लिए छात्र घण्टों तक पीयू प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर बैठे रहे. जिसके बाद पीयू के डीएसडब्ल्यू और प्रॉक्टर प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने पहुंचे.

college proctor
कॉलेज प्रॉक्टर

शिक्षक, कर्मचारी की कमी से जूझ रहा है विश्वविद्यालय
आइसा जिलाध्यक्ष मुख्तार ने कहा कि आगामी 12 सितंबर तक बिहार के तमाम विश्वविद्यालय में आइसा प्रदर्शन करेगी. जिसकी शुरुआत पूर्णिया से की गई है. इसी कड़ी में पीयू और बीएनएमयू के बीच जारी घमासान में हजारों छात्रों का भविष्य अधर में अटक गया है. आइसा जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. विश्वविद्यालय, शिक्षक और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. जबकि कॉपी मूल्यांकन के नाम पर प्रत्येक छात्रों से 1 हजार रुपये लिए गए हैं. रिजल्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. इसके बावजूद कॉपी का पुनर्मूल्यांकन नहीं किया जा रहा है.

पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते छात्र

आंदोलन की चेतावनी
आइसा जिला अध्यक्ष ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल वीसी से मिलकर अपनी मांग रखेगा. अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वीसी के खिलाफ व्यापक आंदोलन किया जाएगा. वहीं, कॉलेज प्रॉक्टर ने कहा कि छात्रों की ज्यादातर मांगों को मान ली गई है. अगर कुछ मांगे पूरी नहीं हुई है तो जल्दी ही पीयू कमिटी उस पर फैसला लेगी.

Intro:विभिन्न मांगों को लेकर पीयू प्रशासन के खिलाफ आइसा नकी ओर से विशाल रैली निकाली गई। जो इंदिरा गांधी स्टेडियम से होते हुए पूर्णिया विश्वविद्यालय पहुंचा। जहां छात्र संगठन आइसा ने पीयू प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया। खास बात यह रही कि डुगडुगी और चोंगे के साथ निकली छात्र संगठन आइसा की इस रैली में आईसा के साथ ही पीयू से जुड़े चार जिलों के छात्र भी शामिल रहे।


Body:आइसा के बैनर तले छात्रों ने निकाली विशाल रैली....

इस बाबत छात्र संगठन आइसा के बैनर तले प्रदर्शन करते हुए
सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी छात्र एक रैली निकाल पूर्णिया विश्वविद्यालय पहुंचे। रैली का आयोजन आइसा प्रदेश जिलाध्यक्ष मुख्तार ,आइसा जिला प्रवक्ता डॉ राज कुमार के नेतृत्व में किया गया। इस बाबत प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रशासनिक भवन का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की।


4 जिले के सैकड़ों छात्रों ने किया वीसी के खिलाफ प्रदर्शन..

प्रदर्शनकारियों में जिले के अलावा ,अरिरिया ,कटिहार व किशनगंज से आए छात्रों ने भी पीयू प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। हाथों में लाल झंडे व तख्तियां लिए छात्र घण्टों पीयू प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर बैठे रहे। जिसके बाद पीयू के डीएसडब्ल्यू व प्रॉक्टर प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने पहुंचे।


मांगों को ले आइसा ने किया पीयू का घेराव...

इस बाबत आइसा के प्रदेश जिलाध्यक्ष मुख्तार ने कहा कि आज से आगामी 12 सिंतबर तक आइसा ने बिहार के तमाम विश्वविद्यालय में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। जिसकी शुरुआत पूर्णिया से की गई है। इसी कड़ी में पीयू व बीएनएमयू के बीच जारी घमासान में हजारों छात्रों का भविष्य अधर में अटक गया है। लिहाजा कई अन्य मांगों को लेकर आइसा ने आज विश्वविद्यालय का घेराव किया है।


इन मांगों को लेकर आइसा ने किया प्रदर्शन....

वहीं पूर्णिया विश्वविद्यालय में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है जिसका वक बड़ा कारण शिक्षक व कर्मचारियों की कमी से विश्वविद्यालय का जूझना है। वही कॉपी मूल्यांकन के नाम पर प्रत्येक छात्रों से 1 हजार रुपये लिए गए हैं। इसके अलावा जो मांग सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। इनमें प्रकाशित परिणाम है जिसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी है। बावजूद इसके कॉपी रिचेकिंग से छात्रों को महरूम रखा जा रहा है।


मांगे न माने जाने पर आइस ने दी वयापक आंदोलन की चेतावनी..


लिहाजा पीयू वीसी आइसा के प्रतिनिधि मंडल से मिलकर उनकी मांगों को नहीं मानता है। तो वयापक स्तर पर पीयू वीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं इन सब पर कॉलेज प्रॉक्टर ने कहा कि छात्रों की ज्यादातर मांगों को पहले ही मां लिया गया है। रही बात कुछ एक मांगों की तो उनपर पीयू कमिटी फैसला लेगी।






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