पूर्णियाः छात्र संगठन आइसा ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विशाल रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. विभिन्न मांगों को लेकर छात्र संगठन ने रैली की शुरुआत इंदिरा गांधी स्टेडियम से की. जहां से होते हुए छात्रों का हुजूम पूर्णिया विश्वविद्यालय पहुंचा. अलग-अलग जिलों से भारी संख्या में पहुंचे छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. मांगे पूरी नहीं होने पर आइसा ने व्यापक आंदोलन करने की चेतावनी भी दी.
आइसा के बैनर तले प्रदर्शनकारी छात्र पूर्णिया विश्वविद्यालय में डुगडुगी और चोंगे के साथ अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे. प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रशासनिक भवन का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी की.
छात्रों का वीसी के खिलाफ प्रदर्शन
जिले के अलावा, अरिरिया, कटिहार और किशनगंज से आए छात्रों ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया. हाथों में लाल झंडे और तख्तियां लिए छात्र घण्टों तक पीयू प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर बैठे रहे. जिसके बाद पीयू के डीएसडब्ल्यू और प्रॉक्टर प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने पहुंचे.
शिक्षक, कर्मचारी की कमी से जूझ रहा है विश्वविद्यालय
आइसा जिलाध्यक्ष मुख्तार ने कहा कि आगामी 12 सितंबर तक बिहार के तमाम विश्वविद्यालय में आइसा प्रदर्शन करेगी. जिसकी शुरुआत पूर्णिया से की गई है. इसी कड़ी में पीयू और बीएनएमयू के बीच जारी घमासान में हजारों छात्रों का भविष्य अधर में अटक गया है. आइसा जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. विश्वविद्यालय, शिक्षक और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. जबकि कॉपी मूल्यांकन के नाम पर प्रत्येक छात्रों से 1 हजार रुपये लिए गए हैं. रिजल्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. इसके बावजूद कॉपी का पुनर्मूल्यांकन नहीं किया जा रहा है.
आंदोलन की चेतावनी
आइसा जिला अध्यक्ष ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल वीसी से मिलकर अपनी मांग रखेगा. अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वीसी के खिलाफ व्यापक आंदोलन किया जाएगा. वहीं, कॉलेज प्रॉक्टर ने कहा कि छात्रों की ज्यादातर मांगों को मान ली गई है. अगर कुछ मांगे पूरी नहीं हुई है तो जल्दी ही पीयू कमिटी उस पर फैसला लेगी.