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'सबको कह कर थक चुके हैं.. रोड नहीं है.. हमारे टोला में कोई शादी नहीं करना चाहता है', बोले नीतीश- ... का बात करते हैं - janta darbar bihar"

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) के जनता दरबार में फरियादियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. इस दौरान एक व्यक्ति ने सड़क की समस्या से सीएम को रू-ब-रू कराया और कहा कि गांव में संपर्क सड़क न होने के कारण लड़के और लड़कियों की शादी नहीं हो रही है.आगे पढ़ें पूरी खबर..

cm nitish kumar janta darbar
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Published : Oct 4, 2021, 1:54 PM IST

पटना: साल 2016 तक चले 'जनता दरबार' ( Janata Darbar In Patna) के पांच साल बाद फिर से शुरू हुए दरबार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. सीएम के दरबार में आए एक युवक ने बताया कि उसके गांव में आजतक सड़क नहीं बनी है,जिसके कारण बेटे- बेटियों की शादी नहीं हो पा रही है.

यह भी पढ़ें- CM नीतीश से बोला फरियादी- 'मेरे पिता की गलती की सजा मुझे और मेरी मां को मिल रही है'

सूबे के मुखिया नीतीश कुमार के जनता दरबार पहुंचे व्यक्ति ने सीएम नीतीश कुमार के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि सर हमारे गांव के लिए संपर्क सड़क नहीं है. हर जगह शिकायत करने पर भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

देखें वीडियो

"हमारे गांव में संपर्क पथ नहीं है. प्रधान सचिव, मुख्य सचिव, प्रमंडल आयुक्त तिरहुत सभी जगह हमने आवेदन दिया, लेकिन अब तक काम नहीं हुआ. हमारे टोला की 400 के करीब आबादी है. संपर्क सड़क न होने के कारण कोई भी इस टोला के लड़का लड़की से शादी नहीं करना चाहते हैं. बच्चों को पढ़ाई लिखाई में भी परेशानी हो रही है."- फिरयादी

यह भी पढ़ें- CM सर.. चाचा ने मेरे जमीन पर कब्जा कर लिया, शिकायत करने पर दारोगा कहावत सुनाता है

'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम के तहत आज सीएम नीतीश गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व तथा सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतों को सुन रहे हैं. सीएम आज पुलिस और जमीन से जुड़े मामलों की शिकायत सुन रहे हैं. मुख्‍यमंत्री एक दिन में आम तौर पर करीब 150 लोगों की शिकायतें सुनते हैं.

कोरोना प्रोटोकाल को देखते हुए यह सीमा निर्धारित की गई है.बता दें कि अक्‍टूबर महीने के पहले सोमवार के लिए तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुख्यमंत्री पुलिस व जमीन से जुड़े मामले सुने रहे हैं. जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी जाती हैं. इसके लिए पहले से ही आनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराना जरूरी है.

यह भी पढ़ें- CM नीतीश से बोला फरियादी- तीन आदमी से मेरे जान का खतरा है...बचा लीजिए

दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.

प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.

द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.

तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

पटना: साल 2016 तक चले 'जनता दरबार' ( Janata Darbar In Patna) के पांच साल बाद फिर से शुरू हुए दरबार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. सीएम के दरबार में आए एक युवक ने बताया कि उसके गांव में आजतक सड़क नहीं बनी है,जिसके कारण बेटे- बेटियों की शादी नहीं हो पा रही है.

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सूबे के मुखिया नीतीश कुमार के जनता दरबार पहुंचे व्यक्ति ने सीएम नीतीश कुमार के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि सर हमारे गांव के लिए संपर्क सड़क नहीं है. हर जगह शिकायत करने पर भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

देखें वीडियो

"हमारे गांव में संपर्क पथ नहीं है. प्रधान सचिव, मुख्य सचिव, प्रमंडल आयुक्त तिरहुत सभी जगह हमने आवेदन दिया, लेकिन अब तक काम नहीं हुआ. हमारे टोला की 400 के करीब आबादी है. संपर्क सड़क न होने के कारण कोई भी इस टोला के लड़का लड़की से शादी नहीं करना चाहते हैं. बच्चों को पढ़ाई लिखाई में भी परेशानी हो रही है."- फिरयादी

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'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम के तहत आज सीएम नीतीश गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व तथा सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतों को सुन रहे हैं. सीएम आज पुलिस और जमीन से जुड़े मामलों की शिकायत सुन रहे हैं. मुख्‍यमंत्री एक दिन में आम तौर पर करीब 150 लोगों की शिकायतें सुनते हैं.

कोरोना प्रोटोकाल को देखते हुए यह सीमा निर्धारित की गई है.बता दें कि अक्‍टूबर महीने के पहले सोमवार के लिए तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुख्यमंत्री पुलिस व जमीन से जुड़े मामले सुने रहे हैं. जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी जाती हैं. इसके लिए पहले से ही आनलाइन रजिस्‍ट्रेशन कराना जरूरी है.

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दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.

प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.

द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.

तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

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