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पटना: घर की छत पर बनाया बगीचा, इस तकनीक से उगा रहे हैं कई किस्म की सब्जियां

जल संसाधन विभाग से रिटायर होने के बाद योगेंद्र शर्मा ने छत पर बागबानी शुरू की. उन्होंने अपने घर की छत पर आयुर्वेदिक पौधे के अलावे सब्जी और फल की खेती भी की है. इसके अलावे उन्होंने छत पर सीमेंट का गमला बनाकर उसमें आम और गन्ना उगाकर एक मिसाल कायम कर दी है.

घर की छत पर बनाया बगीचा
घर की छत पर बनाया बगीचा
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Published : Jul 12, 2020, 9:25 PM IST

Updated : Jul 13, 2020, 8:04 AM IST

पटना: आपने खेतो में लहलहाते फसल या बाग तो जरूर देखे होगें. लेकिन क्या मकान की छत पर बगीचा देखा है. ईटीवी भारत आज आपको ऐसे ही एक पर्यावरण प्रेमी से मिलाने जा रहा है. दरअसल, राजधानी के सुल्तानगंज इलाके के चौधरी टोला निवासी योगेंद्र शर्मा ने पर्यावरण प्रेम को पूरा करने के लिए अपने तीन मंजिले घर की छत को ही खेत के रूप में तब्दील कर दिया है.

योगेंद्र शर्मा जलसंसाधन विभाग के सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता हैं. उन्होंने अपने घर की छत पर आयुर्वेदिक पौधे के अलावे सब्जी और फल की खेती भी की है. इसके अलावे उन्होंने छत पर सीमेंट का गमला बनाकर उसमें आम और गन्ना उगाकर एक मिसाल कायम कर दी है.

इलाके में चर्चा का विषय
योगेंद्र शर्मा के सफल प्रयोग की चर्चा इलाके में दूर-दूर तक हो रही है. उनके घर पर लगे फसल को देखने लिए आसपास के लोग पहुंच रहे हैं. इसको लेकर जब ईटीवी भारत की टीम ने योगेंद्र शर्मा से बात की तो उन्होंने कहा कि प्रकृतिक खाद और थोड़ी से मिट्टी का उपयोग कर वे लगभग 50 पीस गन्ना के अलावे कई प्रजाति के आम, पपीता और कई फल और सब्जी का उत्पादन कर रहे हैं. काफी संघर्ष के बाद उनको सफलता मिली है. इस दौरान उनके परिजनों ने उनका पूरा सहयोग किया.

छत पर गन्ने की खेती
छत पर गन्ने की खेती

'छठ पूजा के लिए गन्ना लाने होती थी परेशानी'
योगेंद्र शर्मा ने बताया कि छठ पूजा में गन्ने का काफी अहम स्थान है. एक बार बाजार से उनको गन्ना लाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद उनके मन में छत पर बागबानी का विचार आया था. शुरूआती दिनों में थोड़ी परेशानी का सामना तो जरूर करना पड़ा. लेकिन मेहनत ने अब रंग लाई है. उन्होंने छत पर उत्पादित गन्ने के बारे में बताया कि वे इसका इस्तेमाल छठ पूजा के दौरान करेंगे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

घर के कचरे से बनाया जैविक खाद
छत पर खेती के सफल प्रयोग के बाद योगेंद्र शर्मा काफी खुश हैं. छत पर खेती के बारे में उन्होंने बताया कि उन्होंने छत पर खेती के लिए जैविक खेती का सहारा लिया है. उन्होंने घर के सब्जी-फल के छिलके से जैविक खाद बनाया और उसी खाद को उपयोग में लाया.

गन्ने की फसल को दिखाते हुए योगेंद्र प्रसाद
गन्ने की फसल को दिखाते हुए योगेंद्र शर्मा

छत पर बागबानी के लिए सरकार दे रही 50% अनुदान
गौरतलब है कि बिहार सरकार ने शहर में हरित क्षेत्र बढ़ाने के लिए घरों की छतों पर बागवानी करने की योजना बनाई है. जिसमें लोग घर की छतों पर लोग सब्जी का उत्पादन कर सकते हैं. इसके लिए सरकार 50 प्रतिशत अनुदान भी दे रही है.

पटना: आपने खेतो में लहलहाते फसल या बाग तो जरूर देखे होगें. लेकिन क्या मकान की छत पर बगीचा देखा है. ईटीवी भारत आज आपको ऐसे ही एक पर्यावरण प्रेमी से मिलाने जा रहा है. दरअसल, राजधानी के सुल्तानगंज इलाके के चौधरी टोला निवासी योगेंद्र शर्मा ने पर्यावरण प्रेम को पूरा करने के लिए अपने तीन मंजिले घर की छत को ही खेत के रूप में तब्दील कर दिया है.

योगेंद्र शर्मा जलसंसाधन विभाग के सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता हैं. उन्होंने अपने घर की छत पर आयुर्वेदिक पौधे के अलावे सब्जी और फल की खेती भी की है. इसके अलावे उन्होंने छत पर सीमेंट का गमला बनाकर उसमें आम और गन्ना उगाकर एक मिसाल कायम कर दी है.

इलाके में चर्चा का विषय
योगेंद्र शर्मा के सफल प्रयोग की चर्चा इलाके में दूर-दूर तक हो रही है. उनके घर पर लगे फसल को देखने लिए आसपास के लोग पहुंच रहे हैं. इसको लेकर जब ईटीवी भारत की टीम ने योगेंद्र शर्मा से बात की तो उन्होंने कहा कि प्रकृतिक खाद और थोड़ी से मिट्टी का उपयोग कर वे लगभग 50 पीस गन्ना के अलावे कई प्रजाति के आम, पपीता और कई फल और सब्जी का उत्पादन कर रहे हैं. काफी संघर्ष के बाद उनको सफलता मिली है. इस दौरान उनके परिजनों ने उनका पूरा सहयोग किया.

छत पर गन्ने की खेती
छत पर गन्ने की खेती

'छठ पूजा के लिए गन्ना लाने होती थी परेशानी'
योगेंद्र शर्मा ने बताया कि छठ पूजा में गन्ने का काफी अहम स्थान है. एक बार बाजार से उनको गन्ना लाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद उनके मन में छत पर बागबानी का विचार आया था. शुरूआती दिनों में थोड़ी परेशानी का सामना तो जरूर करना पड़ा. लेकिन मेहनत ने अब रंग लाई है. उन्होंने छत पर उत्पादित गन्ने के बारे में बताया कि वे इसका इस्तेमाल छठ पूजा के दौरान करेंगे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

घर के कचरे से बनाया जैविक खाद
छत पर खेती के सफल प्रयोग के बाद योगेंद्र शर्मा काफी खुश हैं. छत पर खेती के बारे में उन्होंने बताया कि उन्होंने छत पर खेती के लिए जैविक खेती का सहारा लिया है. उन्होंने घर के सब्जी-फल के छिलके से जैविक खाद बनाया और उसी खाद को उपयोग में लाया.

गन्ने की फसल को दिखाते हुए योगेंद्र प्रसाद
गन्ने की फसल को दिखाते हुए योगेंद्र शर्मा

छत पर बागबानी के लिए सरकार दे रही 50% अनुदान
गौरतलब है कि बिहार सरकार ने शहर में हरित क्षेत्र बढ़ाने के लिए घरों की छतों पर बागवानी करने की योजना बनाई है. जिसमें लोग घर की छतों पर लोग सब्जी का उत्पादन कर सकते हैं. इसके लिए सरकार 50 प्रतिशत अनुदान भी दे रही है.

Last Updated : Jul 13, 2020, 8:04 AM IST
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