पटनाः बिहार में इन दिनों बाढ़ का कहर जारी है. राज्य के 14 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर थे. जिसके बाद वे मंगलवार को राजभवन ज्ञापन सौंपने पहुंचे. लेकिन राज्यपाल से मुलाकात नहीं होने के कारण उनके प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपकर वापस लौट गए. इस दौरान उनके साथ यूनाइटेड डेमोक्रेटिक एलाइंस के सभी नेता मौजूद रहे.
'नहीं है पर्याप्त व्यवस्था'
यशवंत सिन्हा ने बताया कि हमारे नेतृत्व में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक एलायंस ने बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था. जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि सत्यानंद शर्मा सहित कई नेता शामिल थे. उन्होंने कहा कि हर तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिख रहा है. सरकार की तकफ से की गई कोई व्यवस्था दूर-दूर तक देखने को नहीं मिल रही है. हालांकि कुछ जगह सरकारी व्यवस्था देखने को मिली लेकिन इतनी व्यवस्था लोगों के लिए पर्याप्त नहीं है.
'नहीं मिले राज्यपाल'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी जिलों का दौरा करने के बाद वहां की स्थिति पर हमने एक रिपोर्ट बनाई है. उस रिपोर्ट से सरकार और राज्यपाल को अवगत कराना बेहद जरूरी है ताकि लोगों तक जल्द से जल्द मदद पहुंच पाए. उन्होंने बताया कि राज्यपाल हमलोगों से नहीं मिले.
'जल्द उठाएंगे ठोस कदम'
यशवंत सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार का भी रवैया कुछ ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोरोना संक्रमण नहीं होता तो हम धरना प्रदर्शन करते. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनता के लिए आंदोलन की शुरुआत हो गई है और हम जल्द ही हम इस मसले पर कुछ ठोस कदम उठाएंगे.