पटनाः भारत के पश्चिमी हिस्से के समुद्री तटों से तूफान ताउते के टकराने के बाद पूर्वी हिस्सों के समुद्री तटों से एक और चक्रवाती तूफान 'यास' के टकराने की स्थिति बन रही है. इसका बिहार में गहरा असर देखने को मिलेगा. अनुमान है कि 25 और 26 मई को यह तूफान तट से टकराएगा. नतीजन जानलेवा हवाएं चलेंगी. मूसलाधार बारिश भी होने के आसार हैं.
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185 kmph की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
बंगाल की खाड़ी बनने वाले इस चक्रवात यास के सोमवार को अति गंभीर रूप लेने की आशंका है, क्योंकि रविवार को यह डिप्रेशन में बदल चुका है. इस दौरान 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है और मौसम विभाग के अनुसार इसके बाद यह उत्तर व उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ेगा.
तूफान का बिहार में क्या होगा असर?
यास के लैंडफॉल के समय 155 से 165 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, वहीं कुछ इलाकों में इसकी रफ्तार 185 की भी हो सकती है. माना जा रहा है कि यास तूफान ताउते से भी ज्यादा घातक होगा. इसे लेकर राज्यभर में 25 मई को तेज आंधी और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
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तीन दिनों तक रहेगा असर
पटना मौसम विज्ञान के वैज्ञानिक आशीष कुमार ने बताया कि इस तूफान का असर 27, 28 और 29 मई तक यास तूफान का असर बिहार में रहने की संभावना है. साउथ ईस्ट बिहार में इसका असर ज्यादा पड़ सकता है. 27-28 मई को इस तूफान का असर साउथ-ईस्ट बिहार के साथ साथ नार्थ-ईस्ट बिहार में पड़ेगा.