पटना: जिले के एकेएन सिन्हा संस्थान में 'वर्ल्ड रीस्टार्ट हार्ट डे' पर बेसिक इमर्जेंसी लाइफ सेविंग स्किल्स का प्रशिक्षण दिया गया. इसमें बिहार होमगार्ड केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान के जवानों को प्रशिक्षित किया गया.
600 से ज्यादा जवानों को प्रशिक्षण
आईएमए संचालित संस्थान बिहटा में बुधवार को 600 से ज्यादा प्रशिक्षणार्थियों को कम्प्रेशन ओनली लाइफ सपोर्ट (कोल्स) का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया. जीवन रक्षा के इस आसान तरीके से बंद ह्रदय के पुनर्जीवन की सभांवना दो से तीन गुना बढ़ जाती है. किसी बेहोश व्यक्ति की नाड़ी और सांस बंद होने के बाद ये ट्रीटमेंट दिया जाता है. इसे कोई भी 1 से 2 मिनट में सीख सकता है.
कोल्स के दो आसान चरण हैंः
- 1. आकस्मिक सहायता व्यवस्था को 108 नम्बर पर सूचित करना.
- 2. छाती के बीचोंबीच तेज (एक मिनट में 100 से 120 बार) मजबूत दबाव (व्यस्कों में 4-6 सेंमी) देते रहना.
बिहार होमगार्ड्स के कमांडेंट आरके मिश्रा और सीटीआई बिहटा कमांडेंट जयंत कुमार और अनुज कुमार कार्यक्रम में मौजूद थे.
सभी व्यक्तिों को एक सफल जीवन रक्षक बनाना उद्देश्य
इस मौके पर एकेएन सिन्हा संस्थान के मानद सचिव डॉ अजय कुमार ने बताया कि होमगार्ड के जवान सभी जगह जाते हैं. इस प्रशिक्षण के बाद वो कार्डियक अरेस्ट के किसी भी व्यक्ति की जान बचा सकते हैं. डॉ अजय कुमार ने बताया कि इसका उद्देश्य देश के हर व्यक्ति को एक सफल जीवन रक्षक बनाना है.