पटनाः बिहार में बेहतर इको फ्रेंडली भवन बनाने, भवन की गुणवत्ता को लेकर शनिवार को इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. भवन निर्माण विभाग की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर से आए इंजीनियरों ने शिरकत की. अधिवेशन भवन में एक दिवसीय कार्यशाला में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी किसी कारण से नहीं आ सके.
हालांकि, कार्यशाला में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी का लिखित संदेश पढ़ा गया. उन्होंने अपने संदेश में कार्यशाला की सराहना की. चौधरी ने संदेश में कहा कि इस तरह के कार्यशाला से इंजीनियरों की कार्य क्षमता विकसित होती है. उन्होंने आगे कहा कि भवन निर्माण में अपनायी जाने वाली तकनीकी की जानकारी इस तरह के कार्यशाला के माध्यम से इंजीनियरों को मिलती है. दूसरी तरफ विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार और आईबीसी के संस्थापक अध्यक्ष ओपी गोयल ने भी लिखित संदेश में शुभकानाएं दी.
आयोजन से तकनीक का आदान-प्रदान
इस आयोजन के बारे में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता विनोद चौधरी ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने कहा कि कार्यशाला में इंजीनियर अपने-अपने विचार का आदान-प्रदान करते हैं. उन्होंने कहा कि निर्माण एक ऐसा क्षेत्र है जहां हर दो-चार महीने में नई तकनीकी आती रहती है. कार्यशाला में देश भर के इंजीनियर तकनीकी जानकारी साझा करते हैं. कार्यपालक अभियंता विनोद चौधरी ने बताया कि वर्तमान में बन रहे भवनों को इको फ्रेंडली बनाने पर जोर दिया.
इको फ्रेंडली भवन निर्माण पर जोर
विनोद चौधरी ने बताया कि भवन बनाने के लिए आजकल नए-नए मटेरियल आ रहे हैं. उसका अधिक से अधिक बिल्डिंग में प्रयोग हो इसको लेकर विचार विमर्श किया गया. उन्होंने कहा कि सरकार जल जीवन हरियाली को लेकर योजनाएं चला रही है. भवन निर्माण विभाग भी सरकार के इस कार्य योजना के साथ है. योजना को देखते हुए इको फ्रेंडली भवन निर्माण कर पर्यावरण को संरक्षण देने की कोशिश होगी.