पटनाः बिहार के पटना में प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम ज्ञान भवन में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में किया गया. विभिन्न मीडिया संगठनों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए. एसडीआरएफ के द्वारा भूकंप और आग जैसी आपदा से बचने हेतु मॉकड्रिल का आयोजन किया गया.
मानसिक तनाव कम करने की जानकारी दीः एसडीआरएफ टीम के द्वारा जानकारी दी गई कि आपदा के समय में कैसे बचाव किया जाए. अगर किसी की जान जोखिम में है तो उसको कैसे निकाला जाए. इनसब तमाम चीजों की जानकारी दी गई. कार्यक्रम के उपरांत उपाध्यक्ष डॉ. उदय कांत ने मीडियाकर्मियों को स्वस्थ जीवन जीने तथा मानसिक तनाव को कम करते हुए वर्तमान में जीने के लिए उत्साहित किया. कार्य स्थल पर तनाव को कैसे कम किया जा सकता है, इस संदर्भ में जानकारी साझा की.
"यह कार्यक्रम मीडिया कर्मियों को आपदा से सुरक्षित रखने तथा उन्हें कार्य स्थल पर होने वाली आपदा से सचेत करने की परिप्रेक्ष्य में रखा गया है. यह कार्यक्रम एक तरह से जन जागरूकता के सापेक्ष आपदा से किस तरह से बचा जा सकता है. उसके लिए महत्वपूर्ण है." -डॉ. उदय कां, उपाध्यक्ष, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण
आपदा से बचाव के लिए ट्रेनिंगः डॉ. उदय कांत ने कहा कि आपदा से बचने के लिए अगर मीडिया को जागरूक किया जाए तो निश्चित तौर पर मीडिया कर्मी अन्य लोगों को जागरूक करेंगे. बिहार में बाढ़, सुखार और बिजली ठनका से कई लोगों की जान जाती है. इसलिए आपदा विभाग की तरफ से बिहार के वैसे जिले जो बाढ़ प्रभावित है, उन इलाकों के लोगों को बाढ़ से बचाव के लिए ट्रेनिंग दी गई है.
लोगों को किया जा रहा जागरूकः तैराकी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया है. अभी तक लगभग 10000 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. आने वाले समय में अन्य लोगों को भी प्रशिक्षण देकर ट्रेंड किया जाएगा. उन्होंने कहा की आपदा विभाग हर साल लोगों को भूकंप, अगलगी की घटना पर भी कार्यक्रम चला कर लोगों को जागरूक करती है. स्कूलों में और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाता है.
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