पटना: बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी में इन दिनों महिला संगठन काफी एक्टिव दिख रही है. प्रदर्शन का मामला हो या फिर बगावत दोनों में इन दिनों काफी एक्टिव देख रही हैं. कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून को किसान विरोधी बताते हुए रद्द करने की मांग पर राजभवन मार्च किया.
पुलिस से भिड़ी महिला कार्यकर्ता
वहीं, महिला संगठन को पुलिस ने जब राजा पुल के पास बैरिकेडिंग कर मार्च को रोका तो महिला कार्यकर्ता पुलिस के जवानों से भिड़ गईं. जिसके बाद हल्की नोक-झोंक भी हुई. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. बिहार महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अमिता भूषण ने कहा कि कांग्रेस किसानों के मुद्दे को लेकर राजनीति नहीं कर रही बल्कि सरकार कर रही है. किसानों की मांग बिल्कुल जायज है और यह आंदोलन अब सिर्फ किसानों का नहीं बल्कि देश के हर एक नागरिक का है. इसलिए कांग्रेस इस आंदोलन का समर्थन करती है और जब तक आंदोलन चलेगा तब तक हम किसानों के साथ खड़े रहेंगे.
'सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानना चाहती. अब सुप्रीम कोर्ट पर भी सरकार हस्तक्षेप कर रही है और अपने इशारों पर सुप्रीम कोर्ट में कार्य करवा रही है. लेकिन हम डरने वाले नहीं. सरकार जो चाहे कर ले यह कानून रद्द करवा कर ही हम मानेंगे'.-पूनम पासवान, पूर्व विधायक
बिहार महिला कांग्रेस एक्टिव
बता दें कि हाल ही में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए प्रभारी जब पटना पहुंचे थे, तो बिहार महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमिता भूषण ने महिला कार्यकर्ताओं का दर्द और पार्टी का पोल भी सबके सामने खोल दिया था. वहीं, शुक्रवार को राजभवन मार्च में भी महिला कांग्रेस कार्यकर्ता बढ़-चढ़कर मार्च को आगे बढ़ाते हुए नजर आई.