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पुरुषों से ज्यादा वोटिंग कर रही हैं महिलाएं, चुनाव रिजल्ट पर होगा इसका असर

बिहार में दो चरणों के चुनाव हो चुके हैं. पहले चरण में 4 लोकसभा सीट पर चुनाव हुए थे और दूसरे चरण में 5 लोकसभा सीट पर दोनों चरणों में महिलाओं ने वोट करने में पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है.

महिला मतदाता
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Published : Apr 21, 2019, 9:23 PM IST

Updated : Apr 22, 2019, 9:04 AM IST

पटना: बिहार में दो चरणों के चुनाव हो चुके हैं. पहले चरण में 4 लोकसभा सीट पर चुनाव हुए थे और दूसरे चरण में 5 लोकसभा सीट पर दोनों चरणों में महिलाओं ने वोट करने में पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है. जहां पहले चरण में महिलाओं ने पुरुषों से 2% अधिक वोटिंग किया तो वहीं दूसरे चरण में महिलाओं ने 6% अधिक वोट डाले हैं.


महिलाओं के अधिक वोटिंग होने पर पार्टियों के अपने-अपने दावे भी हैं विशेषज्ञ भी अपने तरीके से इसके मायने निकाल रहे हैं. महिलाओं की अधिक वोटिंग तब है जब बिहार में 40 सीटों पर 10 प्रतिशत भी महिलाओं को टिकट नहीं दिया गया है.

पटना से खास रिपोर्ट


पार्टियों की प्रतिक्रिया
पार्टियां महिलाओं की अधिक वोटिंग को लेकर अपने-अपने तरीके से दावे कर रही है. जहां जेडीयू की ओर से दूसरा चरण महत्वपूर्ण था पांचों सीटों पर जेडीयू के ही उम्मीदवार थे. जेडीयू के नेता कह रहे हैं कि नीतीश कुमार की शराबबंदी और महिलाओं के लिए किए गए कई फैसले चाहे वह पंचायत में 50% आरक्षण की बात हो या फिर सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण देने की बात जन्म से लेकर ग्रेजुएशन तक ₹52000 देने की बात हो लड़कियों को साइकिल देने की बात हो और अन्य योजनाएं शुरू करने का श्रेय नीतीश कुमार को जाता है. इसलिए महिलाएं नीतीश कुमार के नाम पर ही जेडीयू को वोट करेंगी. इसका लाभ एनडीए को मिलेगा. महागठबंधन के तरफ से खासकर दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक महिलाओं को अपने पक्ष में गोल बंद करने की पूरी कोशिश करने की बात की जा रही है.

विशेषज्ञों का क्या है कहना
हालांकि विशेषज्ञों की अपनी राय भी है ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर अजय कुमार झा का कहना है कि महिलाओं में एजुकेशन के कारण जबरदस्त अवेयरनेस आया है. अब वह वोट करने में भी अपना निर्णय खुद ले रही हैं. दूसरा कारण पलायन भी है लेकिन उससे महिलाओं की वोटिंग पर असर नही पड़ता पुरुषों का कुछ जरूर बढ़ जाता.


दो चरण में देखिए किस तरह से महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोट किया है
महिला/ पुरुष
जमुई- 57.97.%/ 52.76%
औरंगाबाद- 54.26%/ 62.96%
नवादा- 49.77 %/ 48.89%
गया.-55.53.% /56.75%
भागलपुर- 57.5 9 %/ 56 .76%
बांका- 62.43%/ 55.34%
पूर्णिया- 68.15 %/ 62.81%
किशनगंज- 70.37 %/ 62.58%
कटिहार- 72.37 %/ 63.38%

पहले चरण के चुनाव में महिलाओं का वोट प्रतिशत 54.25 रहा तो पुरुषों का 52.76 प्रतिशत रहा. गया को छोड़कर जमुई, औरंगाबाद और नवादा सभी लोकसभा सीटों में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट किया.


दूसरे चरण में महिलाओं ने 66.02 प्रतिशत तो पुरुषों ने 60.09 प्रतिशत मतदान किया. दूसरे चरण में सभी पांचों सीट कटिहार, किशनगंज, भागलपुर, पूर्णिया और बांका में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट किया.


अब देखना है कि आने वाले 5 चरणों के चुनाव में महिलाओं का क्या रूख होता है. महिला वोटर साइलेंट हैं दावे भले पार्टियों की ओर से हो लेकिन सही तस्वीर 23 मई को ही सामने आएगी.

पटना: बिहार में दो चरणों के चुनाव हो चुके हैं. पहले चरण में 4 लोकसभा सीट पर चुनाव हुए थे और दूसरे चरण में 5 लोकसभा सीट पर दोनों चरणों में महिलाओं ने वोट करने में पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है. जहां पहले चरण में महिलाओं ने पुरुषों से 2% अधिक वोटिंग किया तो वहीं दूसरे चरण में महिलाओं ने 6% अधिक वोट डाले हैं.


महिलाओं के अधिक वोटिंग होने पर पार्टियों के अपने-अपने दावे भी हैं विशेषज्ञ भी अपने तरीके से इसके मायने निकाल रहे हैं. महिलाओं की अधिक वोटिंग तब है जब बिहार में 40 सीटों पर 10 प्रतिशत भी महिलाओं को टिकट नहीं दिया गया है.

पटना से खास रिपोर्ट


पार्टियों की प्रतिक्रिया
पार्टियां महिलाओं की अधिक वोटिंग को लेकर अपने-अपने तरीके से दावे कर रही है. जहां जेडीयू की ओर से दूसरा चरण महत्वपूर्ण था पांचों सीटों पर जेडीयू के ही उम्मीदवार थे. जेडीयू के नेता कह रहे हैं कि नीतीश कुमार की शराबबंदी और महिलाओं के लिए किए गए कई फैसले चाहे वह पंचायत में 50% आरक्षण की बात हो या फिर सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण देने की बात जन्म से लेकर ग्रेजुएशन तक ₹52000 देने की बात हो लड़कियों को साइकिल देने की बात हो और अन्य योजनाएं शुरू करने का श्रेय नीतीश कुमार को जाता है. इसलिए महिलाएं नीतीश कुमार के नाम पर ही जेडीयू को वोट करेंगी. इसका लाभ एनडीए को मिलेगा. महागठबंधन के तरफ से खासकर दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक महिलाओं को अपने पक्ष में गोल बंद करने की पूरी कोशिश करने की बात की जा रही है.

विशेषज्ञों का क्या है कहना
हालांकि विशेषज्ञों की अपनी राय भी है ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर अजय कुमार झा का कहना है कि महिलाओं में एजुकेशन के कारण जबरदस्त अवेयरनेस आया है. अब वह वोट करने में भी अपना निर्णय खुद ले रही हैं. दूसरा कारण पलायन भी है लेकिन उससे महिलाओं की वोटिंग पर असर नही पड़ता पुरुषों का कुछ जरूर बढ़ जाता.


दो चरण में देखिए किस तरह से महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोट किया है
महिला/ पुरुष
जमुई- 57.97.%/ 52.76%
औरंगाबाद- 54.26%/ 62.96%
नवादा- 49.77 %/ 48.89%
गया.-55.53.% /56.75%
भागलपुर- 57.5 9 %/ 56 .76%
बांका- 62.43%/ 55.34%
पूर्णिया- 68.15 %/ 62.81%
किशनगंज- 70.37 %/ 62.58%
कटिहार- 72.37 %/ 63.38%

पहले चरण के चुनाव में महिलाओं का वोट प्रतिशत 54.25 रहा तो पुरुषों का 52.76 प्रतिशत रहा. गया को छोड़कर जमुई, औरंगाबाद और नवादा सभी लोकसभा सीटों में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट किया.


दूसरे चरण में महिलाओं ने 66.02 प्रतिशत तो पुरुषों ने 60.09 प्रतिशत मतदान किया. दूसरे चरण में सभी पांचों सीट कटिहार, किशनगंज, भागलपुर, पूर्णिया और बांका में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट किया.


अब देखना है कि आने वाले 5 चरणों के चुनाव में महिलाओं का क्या रूख होता है. महिला वोटर साइलेंट हैं दावे भले पार्टियों की ओर से हो लेकिन सही तस्वीर 23 मई को ही सामने आएगी.

Intro:पटना-- बिहार में दो चरणों के चुनाव हो चुके हैं पहले चरण में 4 लोकसभा सीट पर चुनाव हुए थे और दूसरे चरण में 5 लोकसभा सीट पर दोनों चरणों में आधी आबादी ने वोट करने में पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है जहां पहले चरण में महिलाओं ने पुरुषों से 2% अधिक वोटिंग किया तो वहीं दूसरे चरण में महिलाओं ने 6% अधिक वोट डाले हैं। महिलाओं के अधिक वोटिंग होने पर पार्टियों के अपने-अपने दावे भी हैं विशेषज्ञ भी अपने तरीके से इसके मायने निकाल रहे हैं। महिलाओं की अधिक वोटिंग तब है जब बिहार में 40 सीटों पर 10 परसेंट भी महिलाओं को टिकट नहीं दिया गया है।
पेश है खास रिपोर्ट----


Body:पार्टियां महिलाओं की अधिक वोटिंग को लेकर अपने अपने तरीके से दावे कर रहे हैं जहां जदयू की ओर से दूसरा चरण महत्वपूर्ण था पांचों सीट जदयू के ही उम्मीदवार थे तो जदयू के नेता कह रहे हैं कि नीतीश कुमार की शराबबंदी और महिलाओं के लिए गए कई फैसले चाहे वह पंचायत में 50% आरक्षण की बात हो या फिर सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण देने की बात जन्म से लेकर ग्रेजुएशन तक ₹52000 देने की बात हो लड़कियों को साइकिल देने की बात हो और अन्य योजनाएं शुरू करने की इसलिए महिलाएं नीतीश कुमार के नाम पर ही जदयू को वोट करेंगी। जिसका लाभ एन डी ए को मिलेगा।
बाईट--राजीव रंजन, प्रवक्ता
हालांकि विशेषज्ञों की अपनी राय भी है ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर एके झा का कहना है कि महिलाओं में एजुकेशन के कारण जबरदस्त अवेयरनेस आया है। अब वह वोट करने में भी अपना निर्णय खुद ले रही है । दूसरा कारण पलायन भी है लेकिन उससे महिलाओं की वोटिंग पर असर नही पड़ता पुरुषों का कुछ जरूर बढ़ जाता।
बाईट--अजय कुमार झा, प्रोफेसर, एएन सिन्हा, इंस्टीट्यूट।
महागठबंधन के तरफ से खासकर दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक महिलाओं को अपने पक्ष में बोल बंद करने की पूरी कोशिश करने की बात की जा रही है।


Conclusion:दो चरण में देखिए किस तरह से महिलाओं ने पुरुषों से अधिक वोट किया है

लोकसभा महिलाएं पुरुष
भागलपुर 57.5 9 %. 56 .76%
बांका। 62.43% 55.34%
पूर्णिया। 68.15 % 62.81%
किशनगंज 70.37 % 62.58%
कटिहार। 72.37 % 63.38%


जमुई. 57.97.% 52.76%
औरंगाबाद. 54.26% 62.96%
नवादा. 49.77 %. 48.89%
गया. 55.53.% 56.75%

पहले चरण के चुनाव में महिलाओं का वोट प्रतिशत रहा 54.25 तो पुरुषों का रहा 52.76 प्रतिशत। गया को छोड़कर जमुई औरंगाबाद और नवादा सभी लोकसभा सीटों में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट किया।
दूसरे चरण में महिलाओं ने 66.02 प्रतिशत मतदान किया तो पुरुषों ने 60.09 प्रतिशत। दूसरे चरण में सभी पांचों सीट कटिहार किशनगंज भागलपुर पूर्णिया बांका में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोट किया।
अब देखना है आने वाले 5 चरणों के चुनाव में महिलाओं का क्या रूख होता है महिला वोटर साइलेंट है दावे भले पार्टियों की ओर से हो लेकिन सही तस्वीर 23 मई को ही सामने आएगी।
अविनाश, पटना।
Last Updated : Apr 22, 2019, 9:04 AM IST
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