पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( Chief Minister Nitish Kumar ) एक बार फिर लोगों की समस्याओं का समाधान जनता दरबार में कर रहे हैं. पटना में जनता दरबार ( Janta Darbar ) में शिकायतें लेकर लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. इस दौरान जनता दरबार में आई एक महिला फरियादी ने फूट-फूटकर रोते हुए कहा मेरे पति की चार साल पहले हत्या कर दी गई. लेकिन अबतक को सुनवाई नहीं हुई है.
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आज जनता दरबार में एक फरियादी महिला अपने पति की हत्या के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहुंची. जहां महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि कि 24 जनवरी 2017 में मेरे पति की गला रेतकर हत्या कर दी गई है. लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
महिला ने बताया कि 'थाना से लेकर अधिकारियों तक के पास गुहार लगा चुके हैं. लेकिन इंसाफ नहीं मिल रहा है. इस गरीब की सुनने वाला कोई भी नहीं है. महिला ने बताया कि करीब चार साल से इंसाफ पाने के लिए लगातार दौड़ रहे है लेकिन अब तक को सुनवाई नहीं हुई है.'
महिला की शिकायत सुनने के बाद सीएम नीतीश कुमार बिना देरी किए डीजीपी को फोन घुमा दिया. सीएम फोन कर डीजीपी से कहा कि एक महिला अपनी शिकायत लेकर पहुंची है. महिला का कहना है कि चार पहले उनके पति की हत्या कर दी गई, लेकिन अब तक को सुनवाई नहीं हुई है. इस दौरान सीएम ने डीजीपी को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया. साथ ही महिला फरियादी को अधिकारियों के पास भेजा.
बता दें कि अक्टूबर महीने के पहले सोमवार के लिए तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुख्यमंत्री पुलिस व जमीन से जुड़े मामले सुने रहे हैं. जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी जाती हैं. इसके लिए पहले से ही आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है.
दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.
प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.
द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.
तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.
जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.
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