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पटना में संपन्न हुआ राम विवाह, गाजे-बाजे के साथ निकाली गई बारात - विवाह पंचमी

अगहन माह की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी मनाई जाती है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था. तभी से इस दिन को 'राम विवाह' के रूप में मनाया जाता है.

ocassion of ram vivah in barh
बाढ़ में राम विवाह
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Published : Dec 2, 2019, 8:16 AM IST

पटना: जिले के बाढ़ में भगवान श्री राम के विवाह उत्सव के मौके पर पूर्वी मलाही गांव से उनकी भव्य बारात शोभा यात्रा निकाली गई. जो कि मलाही गांव से निकलकर बिचली मलाही स्थित ठाकुरबाड़ी पहुंची. जहां ठाकुरबाड़ी के पुजारी और सैकड़ों ग्रामीणों ने भगवान श्री राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के प्रतिरूपों का स्वागत किया.

गाजे-बाजे के साथ निकलती है बारात
लोगों ने भगवान श्री राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के प्रतिरूपों को मिठाई खिलाकर विवाह उत्सव के लिए विदा किया. गाजे-बाजे और खूब हर्षो-उल्लास के साथ सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष श्रद्धालु बारात में शामिल हुए. बारात ठाकुरबाड़ी से निकलकर अलखनाथ के लिए प्रस्थान की. जहां रात्रि में भगवान श्री राम और मां सीता का विवाह संपन्न हुआ.

भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह के अवसर पर निकाली गई शोभ यात्रा

विवाह पंचमी के दिन होता है 'राम विवाह'
बता दें कि अगहन माह की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी मनाई जाती है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था. तभी से इस दिन को 'राम विवाह' के रूप में मनाया जाता है. पूर्वी मलाही गांव में चंद्रबली सिंह की देखरेख में पिछले कई दशक से यह आयोजन किया जाता रहा है. जहां से भगवान श्री राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के प्रतिरूप सज-धज कर तैयार होते हैं. फिर गांव की महिलाएं आरती और विवाह गीत गाकर भगवान की बारात को विदा करती हैं.

पटना: जिले के बाढ़ में भगवान श्री राम के विवाह उत्सव के मौके पर पूर्वी मलाही गांव से उनकी भव्य बारात शोभा यात्रा निकाली गई. जो कि मलाही गांव से निकलकर बिचली मलाही स्थित ठाकुरबाड़ी पहुंची. जहां ठाकुरबाड़ी के पुजारी और सैकड़ों ग्रामीणों ने भगवान श्री राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के प्रतिरूपों का स्वागत किया.

गाजे-बाजे के साथ निकलती है बारात
लोगों ने भगवान श्री राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के प्रतिरूपों को मिठाई खिलाकर विवाह उत्सव के लिए विदा किया. गाजे-बाजे और खूब हर्षो-उल्लास के साथ सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष श्रद्धालु बारात में शामिल हुए. बारात ठाकुरबाड़ी से निकलकर अलखनाथ के लिए प्रस्थान की. जहां रात्रि में भगवान श्री राम और मां सीता का विवाह संपन्न हुआ.

भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह के अवसर पर निकाली गई शोभ यात्रा

विवाह पंचमी के दिन होता है 'राम विवाह'
बता दें कि अगहन माह की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी मनाई जाती है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था. तभी से इस दिन को 'राम विवाह' के रूप में मनाया जाता है. पूर्वी मलाही गांव में चंद्रबली सिंह की देखरेख में पिछले कई दशक से यह आयोजन किया जाता रहा है. जहां से भगवान श्री राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के प्रतिरूप सज-धज कर तैयार होते हैं. फिर गांव की महिलाएं आरती और विवाह गीत गाकर भगवान की बारात को विदा करती हैं.

Intro:Body:*भगवान श्री राम के विवाह उत्सव के मौके पर पूर्वी मलाही गांव से भगवान श्री राम की भव्य बारात शोभा यात्रा निकाली गई । भगवान श्रीराम का बारात पूर्वी मलाही गांव से निकलकर बिचली मलाही स्थित ठाकुरबाड़ी पहुंचा जहां ठाकुरबाड़ी के पुजारी तथा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने भगवान श्री राम लक्ष्मण भरत तथा शत्रुघ्न के प्रतिरूप का स्वागत किया वही उन्हें मिठाई खिलाकर विवाह उत्सव के लिए बारात को विदा किया। गाजे-बाजे के साथ सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के साथ भगवान की बारात ठाकुर वाली से निकलकर अलखनाथ के लिए प्रस्थान कर गई जहां रात्रि में श्री राम विवाह संपन्न होगा आपको बताते चलें की अगहन माह की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी मनाई जाती है मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्री राम तथा माता सीता का विवाह संपन्न हुआ था तभी से इस दिन को राम विवाह के रूप में मनाया जाता है। बाढ़ के पूर्वी मलाही गांव में चंद्रबली सिंह उर्फ चंदू बाबू की देखरेख में पिछले कई दशक से यह आयोजन किया जा रहा है जहां से भगवान श्री राम लक्ष्मण भरत तथा शत्रुघ्न के प्रतिरूप सज धज कर तैयार होते हैं गांव की महिलाएं आरती विवाह गीत गाकर भगवान की बारात को विदा करते हैं। इस मौके पर दर्जनों की संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु भगवान की बारात में शामिल होते हैंConclusion:
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