पटना: उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में लोगों को सामान्य से अधिक गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. बिहार की बात करें तो यहां कई जिलों में तापमान 40 के पार है. गर्मी के कारण जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है. हालांकि, राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार को मौसम में बदलाव देखने को मिला. तेज आंधी-तूफान और बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई. बारिश के बाद मौसम सुहावना तो हुआ, लेकिन आंधी-तूफान से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. ऐसे में मौसम विज्ञान केंद्र पटना (Meteorological Center Patna) ने बिहार के कई जिलों में तेज गरज के साथ हल्की बारिश की संभावनाएं जताई है. ऐसे में राज्य के कई जिलों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) जारी किया गया है. मौसम में बदलाव के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है.
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30 से ज्यादा जिलों में अलर्ट जारी: मौसम विज्ञान केंद्र पटना के मुताबिक, शुक्रवार (29 अप्रैल) से बिहार के उत्तरी क्षेत्रों के कुछ जिलों में मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. जिस कारण से आंधी पानी की स्थिति बनी हुई है. एक ट्रफ लाइन पश्चिमी उत्तरप्रदेश से उपहिमालयी पश्चिम बंगाल की ओर बिहार होकर सतह से 0.9 किमी ऊपर रही है. इसके शक्तिशाली प्रवाह से गरज के साथ बारिश की स्थिति बनी है. मौसम विभाग ने 30 अप्रैल और एक मई को सीतामढ़ी, किशनगंज, दरभंगा, सुपौल, मधुबनी, शिवहर, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण सहित 31 जिलों में गरज के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में आंधी की रफ्तार 30 से 50 किमी प्रतिघंटे तक रह सकती है. आंधी-पानी के बाद राज्यभर के तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट के आसार हैं. बदलते मौसम को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों को खास सावधानी बरतने की अपील की है.
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बिहार के इन जिलों में प्रचंड गर्मी: मौसम विज्ञान केंद्र पटना के वैज्ञानिक का कहना है कि बिहार के लोगों को इस बार सामान्य से अधिक गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. सुबह से लेकर शाम तक चिलचिलाती धूप के कारण लोग घरों से कम निकल रहे हैं. बिहार के गया और औरंगाबाद सहित सात जिलों में प्रचंड गर्मी की स्थिति बनी हुई है. बीते कुछ दिन से गया और औरंगाबाद में हीट वेव की स्थिति बनी हुई है. गया और औरंगाबाद में शुक्रवार को इस सीजन की सबसे अधिक गर्मी रही. गया का पारा 44.1 डिग्री, औरंगाबाद में 44.2 डिग्री, रोहतास में 43.8 डिग्री, नवादा में 40 डिग्री, सीवान में 40 डिग्री, जमुई में 39 डिग्री दर्ज किया गया. इन जिलों में पछुआ का प्रभाव रहने से प्रचंड गर्मी की स्थिति रही. शुक्रवार को राज्य के छह जिलों में पारा 40 या उससे पार दर्ज किया गया.
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तापमान में गिरावट: मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बदलते मौसम से अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट की भी उम्मीद है, जिससे सूरज की तपिश में कमी आएगी और गर्मी से भी लोगों को राहत मिलेगी. इधर, मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) भी जारी किया है. आइये जानते है इन अलर्ट्स का क्या मतलब होता है.
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येलो अलर्ट (Yellow Alert) : भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.
ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) : चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
रेड अलर्ट (Red Alert) : जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.
ब्लू अलर्ट (Blue Alert) : जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.
ग्रीन अलर्ट (Green Alert) : कई बार विभाग मौसमी बदलावों की संभावना पर ग्रीन अलर्ट की घोषणा करता है. हालांकि, बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.
आपको बता दें कि ब्लू अलर्ट और येलो अलर्ट का सिग्नल क्या होता है? जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है. उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट (Blue Alert) जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है. वहीं, मौसम विभाग के अनुसार येलो अलर्ट के तहत लोगों को सचेत रहने के लिए अलर्ट किया जाता है. यह अलर्ट जस्ट वॉच का सिग्नल है.
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