पटना: बिहार में मानसून (Monsoon in Bihar) की सक्रियता बढ़ने के कारण राज्य के कई जिलों में भारी बारिश (Heavy Rain) दर्ज की जा रही है. मौसम विभाग (Weather Department) के अनुसार मौसमी प्रभावों के कारण अगले चार दिनों तक राज्य के कई जिलों में वज्रपात के साथ बारिश के लिए अलर्ट (Rain Alert) जारी किया गया है.
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मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि मानसून की ट्रफ-लाइन अमृतसर, कुरुक्षेत्र, मेरठ, गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, जलपाईगुड़ी होते हुए अरुणाचल प्रदेश की ओर बढ़ रही है. बारिश मुख्य रूप से आज राज्य के उत्तर और मध्यम भाग में केंद्रित होने की संभावना है. ऐसे में मौसम विज्ञान केंद्र पूर्वानुमान के अनुसार इन जिलों से सटे स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है.
बिहार में हो रही लगातार बारिश से गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. वहीं, कई जिलों में बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो चुकी है. वहीं, राजधानी पटना के गंगा घाटों पर भी पिछले कई दिनों से जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और जलस्तर में अभी भी वृद्धि के संकेत हैं. वहीं, मौसम विभाग ने आज भी कई जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है. साथ ही कई इलाकों में मेघ गर्जन और वज्रपात की भी आशंका जताई है.
मौसम विभाग की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि जब बारिश हो या बिजली की गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई दे, तो लोग पक्के मकान में शरण लें और पूरी सावधानी बरतें. खुले मैदान, नदियां, जलजमाव वाले क्षेत्र, आम और लीची के बागान जैसी जगहों पर बिजली गिरने की संभावनाएं अधिक है.
मौसम विज्ञान विभाग ग्रीन, रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी करता है. ग्रीन अलर्ट में संदेश होता है कि कोई खतरा नहीं है. येलो अलर्ट आने वाले खतरे के प्रति सचेत करता है. येलो अलर्ट को मौसम विज्ञान विभाग जैसे-जैसे मौसम खराब होता है, ऑरेंज अलर्ट में परिवर्तित कर देता है. ऑरेंज अलर्ट में बारिश व आंधी की पूरी संभावनाएं होती हैं. इस अलर्ट के बाद लोगों को सावधान होना चाहिए और इधर-उधर जाने पर सावधानी बरतनी चाहिए.
रेड अलर्ट का मतलब है कि स्थिति अत्यंत खतरनाक है. मौसम विभाग के अनुसार ऐसे मौसम में इधर-उधर नहीं निकलना चाहिए. इस अलर्ट का अर्थ है, मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. भारी बारिश होने की अधिक संभावना होती है.
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