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जल संसाधन विभाग ने लांच किया टोल फ्री नंबर और मोबाइल APP - सोशल मीडिया

जल संसाधन विभाग बाढ़ को लेकर अलर्ट है. विभाग ने लोगों के सहयोग के लिए एक टॉल फ्री नंबर और मोबाइल ऐप लांच किया है.

पटना
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Published : Jul 2, 2020, 8:54 AM IST

पटना: बाढ़ से सुरक्षा संबंधी कार्यों में जनसहभागिता के लिए जल संसाधन विभाग ने बड़ी पहल की है. बिहार ने आधुनिक और स्वचालित कॉल मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा चौबीसों घंटे काम करने वाला एक टॉल फ्री नंबर और एक मोबाइल ऐप लांच किया है. राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने दोनों सेवाओं का शुभारंभ किया. इसके जरिये प्राप्त सूचनाओं की मॉनीटरिंग और त्वरित कार्रवाई के लिए सिंचाई भवन स्थित जल संसाधन विभाग के कार्यालय में 'केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग साथ सहायता केंद्र' का भी गठन किया गया.


जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि बाढ़ की आपदा से बचाव और नुकसान को कम करने के लिए जल संसाधन विभाग के अभियंता सभी संवेदनशील इलाकों में तटबंधों की स्थिति की दिन-रात निगरानी कर रहे हैं. इस कार्य में लोगों की भी भागीदारी हो, इसके लिए विभाग के तरफ से दो नई सेवाओं की शुरुआत की गई है. इसका उद्देश्य ये है कि कहीं पर भी तटबंध में कटाव, दरार, तटबंधों को जान-बूझ कर क्षति पहुंचाये जाने की सूचना आम लोग भी विभाग तक पहुंचा सके. जिससे उन्हें शीघ्रता से दुरुस्त कर बाढ़ के तबाही को रोका जा सके. लोग अपनी सूचना और शिकायत 24x7 टॉल फ्री नंबर 1800 3456 145 पर कॉल करके दर्ज करा सकते हैं. मोबाइल ऐप 'Hello WRD' के जरिये हम तक सूचना पहुंचा सकते हैं.

'सहायता केंद्र' का भी गठन किया गया है'
संजय कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ की आपदा से जान-माल के नुकसान को कम-से-कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया था. उसी के आलोक में इन दोनों सेवाओं की शुरुआत की जा रही है. दोनों माध्यमों से आने वाली सूचनाओं को मॉनिटर करने के लिए सिंचाई भवन में 'केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग सह सहायता केंद्र' का भी गठन किया गया है. उन्होंने बताया कि इस कोषांग एवं सहायता केंद्र में एक पूरी तरह आधुनिक और स्वचालित प्रणाली का उपयोग किया गया है, जिसके जरिये खुद ही लोगों से प्राप्त सूचना और शिकायत के एसएमएस संबंधित पदाधिकारियों के पास पहुंच जाएगा.

कई अधिकारी रहे मौजूद

संजय झा ने बताया कि कोषांग में एक डेडिकेटेड टीम होगी, जो जरूरी सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रणाली के जरिये बाढ़ से जान-माल के नुकसान को कम करना संभव हो सकेगा. उन्होंने बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का आह्वान किया कि वे जरूरी सूचनाएं विभाग तक पहुंचाने के लिए इन सेवाओं का उपयोग करें. वहीं, इस मौके पर सचिव जल संसाधन विभाग संजीव हंस और बाढ़ प्रक्षेत्र के अन्य वरीय अभियंता उपस्थित रहे.


बाढ़ से सुरक्षा एवं संबंधित सूचनाओं में जनसहभागिता के लिए इन सेवाओं की हुई शुरुआत:-

  • टोल फ्री नंबर : 1800,3456, 145 (24×7)
  • मोबाईल ऐप 'Hello WRD'

आप निम्न सूचनाओं एवं शिकायतों को टॉल फ्री नंबर पर फोन करके दर्ज कर सकते हैं या एप द्वारा भेज सकते हैं:-

बाढ़ संबंधी आपदा एवं बांध/ तटबंधों में सुरक्षा कार्य की जरूरत, आकस्मिकता, तटबंध में दरार, सीपेज, पाइपिंग, कटाव, क्षरण या जान-बूझकर क्षति पहुंचाना.

नई सेवाओं के लिए विकसित आधुनिक एवं स्वचालित प्रणाली इस तरह काम करेगी:-

  • टॉल फ्री नंबर पर या मोबाइल एप के माध्यम से आमजनों से जो जानकारी/ सूचना/ शिकायत प्राप्त होगी, उन्हें क्षेत्रीय/ मुख्यालय स्तरीय पदाधिकारियों को प्रेषित करने के लिए 'कॉल मैनेजमेंट सिस्टम' एवं 'पीआरआई' आधारित प्रणाली का अधिष्ठापन किया गया है.
  • क्षेत्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष और क्षेत्रीय कार्यालयों से बाढ़ संबंधी स्थिति, खैरियत, बाढ़ संघर्षात्मक कार्यों की अद्यतन स्थिति आदि के साथ-साथ जलस्तर और वर्षापात के आंकड़ों का मोबाइल एप और वेब आधारित एप्लिकेशन के माध्यम से संग्रहण एवं डिजिटलीकरण किया जायेगा.
  • कॉल के जरिये प्राप्त होने वाली विभिन्न सूचनाओं की वॉयस रिकार्डिंग होगी और 'स्पीच टू टेक्स्ट' तकनीक की सहायता से इसका डिजिटलीकरण किया जायेगा.
  • इस तरह कॉल एवं एप से प्राप्त सूचनाओं एवं कॉल रिकार्डिंग से तैयार टेक्स्ट का एसएमएस स्वचालित तकनीक के जरिये संबंधित विभागीय पदाधिकारियों के पास पहुंच जाएगा.
  • 'केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग सह सहायता केंद्र' के जरिये भेजी गयी सूचनाओं एवं शिकायतों पर क्या कार्रवाई हुई, इसे भी मॉनिटर किया जाएगा. इन कार्यों के लिए कोषांग कक्ष का निर्माण किया गया है.

इस तरह एक आधुनिक एवं स्वचालित प्रणाली से जनसहभागिता के जरिये बाढ़ की आपदा से बचाव में मदद मिलेगी. साथ ही जल संसाधन विभाग के जलीय आंकड़ों का डिजिटल रूप में संग्रहण और विश्लेषण, क्षेत्रीय पदाधिकारियों को बाढ़ संबंधी अलर्ट तुरंत प्रेषित करना भी संभव हो जाएगा.

सोशल मीडिया पर भी #HelloWRD
जल संसाधन मंत्री ने बताया कि बाढ़ सुरक्षा कार्यों में जनसहभागिता के उद्देश्य से विभाग ने सोशल मीडिया पर भी दो दिन पहले एक अभियान शुरू किया है. लोगों से सूचनाएं भेजने की अपील की गई है. लोग ट्विटर के जरिये #HelloWRD के साथ अपनी सूचना भेज सकते हैं. विभाग की इस पहल को सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है.

पटना: बाढ़ से सुरक्षा संबंधी कार्यों में जनसहभागिता के लिए जल संसाधन विभाग ने बड़ी पहल की है. बिहार ने आधुनिक और स्वचालित कॉल मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा चौबीसों घंटे काम करने वाला एक टॉल फ्री नंबर और एक मोबाइल ऐप लांच किया है. राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने दोनों सेवाओं का शुभारंभ किया. इसके जरिये प्राप्त सूचनाओं की मॉनीटरिंग और त्वरित कार्रवाई के लिए सिंचाई भवन स्थित जल संसाधन विभाग के कार्यालय में 'केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग साथ सहायता केंद्र' का भी गठन किया गया.


जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि बाढ़ की आपदा से बचाव और नुकसान को कम करने के लिए जल संसाधन विभाग के अभियंता सभी संवेदनशील इलाकों में तटबंधों की स्थिति की दिन-रात निगरानी कर रहे हैं. इस कार्य में लोगों की भी भागीदारी हो, इसके लिए विभाग के तरफ से दो नई सेवाओं की शुरुआत की गई है. इसका उद्देश्य ये है कि कहीं पर भी तटबंध में कटाव, दरार, तटबंधों को जान-बूझ कर क्षति पहुंचाये जाने की सूचना आम लोग भी विभाग तक पहुंचा सके. जिससे उन्हें शीघ्रता से दुरुस्त कर बाढ़ के तबाही को रोका जा सके. लोग अपनी सूचना और शिकायत 24x7 टॉल फ्री नंबर 1800 3456 145 पर कॉल करके दर्ज करा सकते हैं. मोबाइल ऐप 'Hello WRD' के जरिये हम तक सूचना पहुंचा सकते हैं.

'सहायता केंद्र' का भी गठन किया गया है'
संजय कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ की आपदा से जान-माल के नुकसान को कम-से-कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया था. उसी के आलोक में इन दोनों सेवाओं की शुरुआत की जा रही है. दोनों माध्यमों से आने वाली सूचनाओं को मॉनिटर करने के लिए सिंचाई भवन में 'केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग सह सहायता केंद्र' का भी गठन किया गया है. उन्होंने बताया कि इस कोषांग एवं सहायता केंद्र में एक पूरी तरह आधुनिक और स्वचालित प्रणाली का उपयोग किया गया है, जिसके जरिये खुद ही लोगों से प्राप्त सूचना और शिकायत के एसएमएस संबंधित पदाधिकारियों के पास पहुंच जाएगा.

कई अधिकारी रहे मौजूद

संजय झा ने बताया कि कोषांग में एक डेडिकेटेड टीम होगी, जो जरूरी सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रणाली के जरिये बाढ़ से जान-माल के नुकसान को कम करना संभव हो सकेगा. उन्होंने बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का आह्वान किया कि वे जरूरी सूचनाएं विभाग तक पहुंचाने के लिए इन सेवाओं का उपयोग करें. वहीं, इस मौके पर सचिव जल संसाधन विभाग संजीव हंस और बाढ़ प्रक्षेत्र के अन्य वरीय अभियंता उपस्थित रहे.


बाढ़ से सुरक्षा एवं संबंधित सूचनाओं में जनसहभागिता के लिए इन सेवाओं की हुई शुरुआत:-

  • टोल फ्री नंबर : 1800,3456, 145 (24×7)
  • मोबाईल ऐप 'Hello WRD'

आप निम्न सूचनाओं एवं शिकायतों को टॉल फ्री नंबर पर फोन करके दर्ज कर सकते हैं या एप द्वारा भेज सकते हैं:-

बाढ़ संबंधी आपदा एवं बांध/ तटबंधों में सुरक्षा कार्य की जरूरत, आकस्मिकता, तटबंध में दरार, सीपेज, पाइपिंग, कटाव, क्षरण या जान-बूझकर क्षति पहुंचाना.

नई सेवाओं के लिए विकसित आधुनिक एवं स्वचालित प्रणाली इस तरह काम करेगी:-

  • टॉल फ्री नंबर पर या मोबाइल एप के माध्यम से आमजनों से जो जानकारी/ सूचना/ शिकायत प्राप्त होगी, उन्हें क्षेत्रीय/ मुख्यालय स्तरीय पदाधिकारियों को प्रेषित करने के लिए 'कॉल मैनेजमेंट सिस्टम' एवं 'पीआरआई' आधारित प्रणाली का अधिष्ठापन किया गया है.
  • क्षेत्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष और क्षेत्रीय कार्यालयों से बाढ़ संबंधी स्थिति, खैरियत, बाढ़ संघर्षात्मक कार्यों की अद्यतन स्थिति आदि के साथ-साथ जलस्तर और वर्षापात के आंकड़ों का मोबाइल एप और वेब आधारित एप्लिकेशन के माध्यम से संग्रहण एवं डिजिटलीकरण किया जायेगा.
  • कॉल के जरिये प्राप्त होने वाली विभिन्न सूचनाओं की वॉयस रिकार्डिंग होगी और 'स्पीच टू टेक्स्ट' तकनीक की सहायता से इसका डिजिटलीकरण किया जायेगा.
  • इस तरह कॉल एवं एप से प्राप्त सूचनाओं एवं कॉल रिकार्डिंग से तैयार टेक्स्ट का एसएमएस स्वचालित तकनीक के जरिये संबंधित विभागीय पदाधिकारियों के पास पहुंच जाएगा.
  • 'केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कोषांग सह सहायता केंद्र' के जरिये भेजी गयी सूचनाओं एवं शिकायतों पर क्या कार्रवाई हुई, इसे भी मॉनिटर किया जाएगा. इन कार्यों के लिए कोषांग कक्ष का निर्माण किया गया है.

इस तरह एक आधुनिक एवं स्वचालित प्रणाली से जनसहभागिता के जरिये बाढ़ की आपदा से बचाव में मदद मिलेगी. साथ ही जल संसाधन विभाग के जलीय आंकड़ों का डिजिटल रूप में संग्रहण और विश्लेषण, क्षेत्रीय पदाधिकारियों को बाढ़ संबंधी अलर्ट तुरंत प्रेषित करना भी संभव हो जाएगा.

सोशल मीडिया पर भी #HelloWRD
जल संसाधन मंत्री ने बताया कि बाढ़ सुरक्षा कार्यों में जनसहभागिता के उद्देश्य से विभाग ने सोशल मीडिया पर भी दो दिन पहले एक अभियान शुरू किया है. लोगों से सूचनाएं भेजने की अपील की गई है. लोग ट्विटर के जरिये #HelloWRD के साथ अपनी सूचना भेज सकते हैं. विभाग की इस पहल को सोशल मीडिया पर काफी सराहा जा रहा है.

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