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NMCH का हाल-बेहाल: अस्पताल में घुसा पानी, मरीजों की बढ़ी परेशानी

एनएमसीएच में भर्ती मरीज और उनके परिजनों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं, दूसरी ओर डॉक्टर-नर्स भी हलकान हैं.

एनएमसीएच में घुसा पानी
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Published : Sep 29, 2019, 6:45 PM IST

पटना: राजधानी में 45 वर्षों के बाद एकबार फिर बाढ़ की स्थिति है. आलम ये है कि बारिश के पानी ने लोगों को जल कैदी बना दिया है. बारिश से पटनावासियों का जीना मुहाल हो गया है. प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल एनएमसीएच पूरी तरह जलमग्न हो चुका है. आईसीयू, इमरजेंसी, मेडिसिन स्टोर, डॉक्टर चेंबर, जनरल वॉर्ड सभी पानी-पानी हो चुके हैं.

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एनएमसीएच परिसर का नजारा

तीन दिनों की बारिश ने नगर निगम की पोल खोल दी है. एनएमसीएच में भर्ती मरीज और उनके परिजनों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं, दूसरी ओर डॉक्टर और नर्स भी हलकान हैं. डॉक्टरों का कहना है कि पानी के कारण वह कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं. हर कमरे में जलजमाव हो चुका है. चारों ओर गंदगी तैर रही है.

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वॉर्ड में घुसा पानी

गंदगी में रहने को मजबूर मरीज
एनएमसीएच में हुए जलजमाव के कारण मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है. मरीजों का कहना है कि वार्ड में पानी भरे होने के कारण डॉक्टर उनका इलाज नहीं कर पा रहे हैं. पानी से बदबू भी आ रही है. कीड़े तैर रहे हैं. जांच की सारी मशीनें भी पानी में डूब गई हैं. यहां तक की स्टोर में रखी दवाईयां भी बर्बाद हो गई हैं.

मौके पर पहुंचे ईटीवी भारत संवाददाता

नई मशीनें हो रही खराब
अस्पताल की बदहाल व्यवस्था के कारण लाखों रुपयों की दवा के अलावे करोड़ों की मशीनें खराब हो रही हैं. गौरतलब है कि नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भवन की कमी नहीं है बावजूद इसके दवाईयों और मशीनों की किसी को सुध नहीं है. इलाज के उपकरण जैसे एक्स-रे मसीन, ईसीजी मशीन, ऑक्सीजन सिलेंडर सब बरामदे में पड़ें हैं. एंबुलेंस सेवा भी ठप है.

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आईसीयू में घुसा पानी

पटना: राजधानी में 45 वर्षों के बाद एकबार फिर बाढ़ की स्थिति है. आलम ये है कि बारिश के पानी ने लोगों को जल कैदी बना दिया है. बारिश से पटनावासियों का जीना मुहाल हो गया है. प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल एनएमसीएच पूरी तरह जलमग्न हो चुका है. आईसीयू, इमरजेंसी, मेडिसिन स्टोर, डॉक्टर चेंबर, जनरल वॉर्ड सभी पानी-पानी हो चुके हैं.

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एनएमसीएच परिसर का नजारा

तीन दिनों की बारिश ने नगर निगम की पोल खोल दी है. एनएमसीएच में भर्ती मरीज और उनके परिजनों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं, दूसरी ओर डॉक्टर और नर्स भी हलकान हैं. डॉक्टरों का कहना है कि पानी के कारण वह कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं. हर कमरे में जलजमाव हो चुका है. चारों ओर गंदगी तैर रही है.

patna
वॉर्ड में घुसा पानी

गंदगी में रहने को मजबूर मरीज
एनएमसीएच में हुए जलजमाव के कारण मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है. मरीजों का कहना है कि वार्ड में पानी भरे होने के कारण डॉक्टर उनका इलाज नहीं कर पा रहे हैं. पानी से बदबू भी आ रही है. कीड़े तैर रहे हैं. जांच की सारी मशीनें भी पानी में डूब गई हैं. यहां तक की स्टोर में रखी दवाईयां भी बर्बाद हो गई हैं.

मौके पर पहुंचे ईटीवी भारत संवाददाता

नई मशीनें हो रही खराब
अस्पताल की बदहाल व्यवस्था के कारण लाखों रुपयों की दवा के अलावे करोड़ों की मशीनें खराब हो रही हैं. गौरतलब है कि नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भवन की कमी नहीं है बावजूद इसके दवाईयों और मशीनों की किसी को सुध नहीं है. इलाज के उपकरण जैसे एक्स-रे मसीन, ईसीजी मशीन, ऑक्सीजन सिलेंडर सब बरामदे में पड़ें हैं. एंबुलेंस सेवा भी ठप है.

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आईसीयू में घुसा पानी
Intro:लगातार बारिश से राजधानी वासियो का जीना मुहाल हो गया है,इंद्र भगवान का कहर जारी है लोग घर से इस पानी मे निकल नही रहे है।यानी इस लगातार वारिस ने कितने विभागों को पोल खोल कर रख दिया है।इस वरसात ने निगम,सरकार और नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रसाशन की पूरी पोल खोल कर रख दिया है।


Body:सब लोग तो कही न कही सुरक्षित है लेकिन नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लगभग कई मरीज आज भी इस वरसात के पानी यानी जलजमाव में रहने को मजबूर है मरीज तो बदबूदार पानी मे रहकर और भी गम्भीर रोग का शिकार हो रहे है लेकिन डॉक्टर साहब तो मरीज को देखना तो दूर उनका हाल तक पूछने नही आ रहे है।और इस अस्पताल में नये नये मशीन रोगियों के कल्याण के लिये आ रहा है लेकिन अस्पताल की बदहाल वेवस्था के कारण लाखो रुपये की दवा और करोड़ो रूपये का मशीन खराब हो रहा है।


Conclusion:स्टोरी:-कौन है इसका जिमेवार।
रिपोर्ट:-पटना सिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-29-09-019.
एंकर:-पटना सिटी,लगातार वारिस से पूरा राजधानी अस्त-व्यस्त हो गया है लोगो का घर से निकलना दूभर हो गया है लेकिन वारिश में कोई कमी नही दिख रहा है।लगातार बारिश ने कितने विभागों को पोल खोल कर रख दिया है।इस वरसात ने कितने लोगों के होश ठंडे कर दिया है।वारिस तो हर साल आती है सरकार भी हर साल दावा करती है कि वरसात से निपटने के लिये विभाग तैयार है।इस वारिस ने नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रसाशन को भी होश ठंडे कर दिया है क्योंकि करोड़ो रूपये की लागत से अस्पताल में पानी सोखने बाला मशीन लगा है लेकिन इस वारिस में सब वेअसर है जिसके कारण अस्पताल में करोड़ो रूपये की लागत से आई नई मशीन पानी से खराब हो रहा है।गौरतलब है कि सुवे के सबसे बड़ा दूसरा अस्पताल नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल जँहा भवन की कमी नही है जिसके बाबजूद लाखो रुपये का जीवन रक्षक दवा,करोड़ो रूपये के अल्ट्रा साउंड और ईसीजी मशीन जो अभी सील पैक है वो वरसात के पानी मे खराब हो रहा है कौन है इसका जिमेवार,मरीज वेहाल, नर्स परेसान,हर जगह जलजमाव बदबूदार पानी मरीज जाय तो जाय कँहा, डॉक्टर नदारद है अस्पताल के अधीक्षक लापता जवाब दे तो कौन दे,यानी इस अस्पताल में सरकारी खजाने की लूट मची है कैसे सरकारी समान, इलाज के उपकरण,एक्सरे मसीन,और ईसीजी मशीन, जीवन रक्षक दवा,सब वर्वाद हो रहे है।देखिये ईटीवी भारत की खास रिपॉर्ट-कौन है इसका जिमेवार।
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