पटना(बाढ़): राजधानी पटना को कनेक्ट करने और आवागमन में सुगमता के लिए राजधानी के बाहर से फोर लेन का निर्माण किया गया है. हालांकि, इस फोरलेन में निर्माण कार्य लगातार जारी है. फोर लेन के निर्माण के लिए किसानों की जमीन को सरकार ने अधिग्रहण किया है. हालांकि, सड़क निर्माण के कारण बचीखुची जमीन भी खेती लायक नहीं रह गई है. बेढ़ना गांव के किसान फोरलेन के किनारे खेती करने में असक्षम हो रहे हैं.
निर्माणाधीन बाढ़-मोकामा फोरलेन बेढ़ना गांव के पास से गुजर रही है. इस गांव के कई किसानों की जमीन सड़क निर्माण कार्य में गया है. वहीं, बची-खुची जमीन भी कृषि योग्य नहीं रह गया है. यहां के किसान बताते हैं कि फोरलेन निर्माण के कारण सिर्फ बेढ़ना गांव के सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य जमीन जलजमाव के कारण बेकार हो गई है. इस जमीन पर लगने वाला फसल लगातार जलजमाव रहने के कारण बर्बाद हो जाता है. फोरलेन निर्माण के कारण पानी की निकासी अवरुद्ध है.
जल जमाव से किसानों की बढ़ी चिंता
जिला पार्षद विजय शंकर ने बताया कि निर्माण के खेत से पानी किसी तरह इधर-उधर निकल जाता था लेकिन अब पानी निकलना मुश्किल हो गया है. इस संदर्भ में किसानों ने कई बार अधिकारियों से गुहार भी लगाई है. लेकिन अब तक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई. जो किसानों के लिए चिंता का विषय है. स्थानीय लोगों का कहना है कि भविष्य में यही जमीन व्यवसायिक केंद्र बन जाएगा. लेकिन वर्तमान में इसकी भरपाई संभव नहीं है चाहे भविष्य कितना भी उज्जवल क्यों न हो. इस गांव के बहुत सारे किसान ऐसे हैं जिनकी जीविका खेती के सहारे ही चलते आ रहा है.