पटना: राज्य के लगभग 15 जिले इन दिनों बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. कोसी, गंडक, कमला बलान के बाद अब घाघरा और दाहा जैसी नदियां भी उफान पर हैं. जिस कारण गंगा नदी के जलस्तर में भी हाल के दिनों में वृद्धि देखने को मिल रही है. ऐसे में कई जिलों में भी अब बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
राजधानी पटना के एनआईटी घाट पर केंद्रीय जल आयोग द्वारा जलस्तर मापने के लिए इंडिकेटर भी लगाए गए हैं. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी के जलस्तर में प्रति 2 घंटे 1 सेंटीमीटर की वृद्धि देखने को मिल रही है. पिछले 24 घंटे में यहां गंगा नदी के जलस्तर में 15 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है. एनआईटी घाट पर बुधवार शाम 5 बजे तक गंगा का जलस्तर 48.10 मीटर दर्ज किया गया. जबकि 24 घंटे पूर्व मंगलवार की शाम 5 बजे जलस्तर 47.95 मीटर दर्ज की गयी थी.
जलस्तर में और अधिक बढ़ने की संभावना
बता दें कि वर्तमान समय में डेंजर लेवल से गंगा एनआईटी घाट पर 50 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. लेकिन जिस तरह जलस्तर में वृद्धि हो रही है, इससे आने वाले दिनों में राहत मिलने के आसार बहुत कम हैं. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में गंगा के जलस्तर में और अधिक वृद्धि की संभावना है. ऐसे में गंगा नदी के आसपास रहने वाले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.