पटनाः बिहार के कई इलाकों में रेल पुल और ट्रैक (Rail Bridge And Track) के पास पानी का दबाव बढ़ने लगा है. खतरे को देखते हुए रेलवे की ओर से एहतियात बरते जा रहे हैं. बढ़ते जलस्तर को देखते हुए यात्री सुरक्षा को लेकर पूर्व मध्य रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों के परिचालन (Operation Of Trains) को भी रद्द कर कर दिया है. वहीं, यात्रियों की सुविधा के लिए रूट को डायवर्ट भी किया जा रहा है.
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पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पूर्व मध्य रेल में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मॉनिटरिंग टीम बनाई गई है. मौसम विभाग के साथ तालमेल बनाया गया है. साथ ही मीटर गेट के स्थान पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाए गया है.
"सेंसर से इस नए उपकरण से जल स्तर की पूरी जानकारी तुरंत मिल जाती है. वहीं, सिस्टम से जुड़े अधिकारियों को तुरंत अलर्ट मिल जाता है. इससे समय रहते रेल परिचालन को नियंत्रित किया जा सकता है. रेल पटरियों में दिक्कत आने के बाद उसकी मरम्मती के लिए मालगाड़ियों पर बोल्डर सैंड बैग रखा गया है. इसकी मदद से युद्ध स्तर पर मरम्मती कार्य करके ट्रेनों के परिचालन की बहाली में आसानी होती है."- राजेश कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूमरे
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जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि पूर्व मध्य रेल के क्षेत्राधिकार में फिलहाल कहीं कोई रुकावट नहीं है. सिर्फ पूर्व रेलवे के भागलपुर, मुंगेर, जमालपुर सेक्सन में रेल पुल के पास पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. इसलिए इस रूट पर परिचालन बाधित है.
गौरतलब है कि प्रदेश की कई प्रमुख नदियों पर रेल पुल बना है. लेकिन इन दिनों नदियों का बढ़ा जलस्तर हुआ है. कहीं-कहीं तो नदियों का पानी रेलवे पुल के गार्डर को छू रहा है. लिहाजा यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए रेलवे ने नई तकनीक का इस्तेमाल किया है, जो यात्रा के दौरान खतरे की संभावना को काफी कम करता है.