पटना: राजधानी पटना के न्यू गार्डिनर अस्पताल से आज राज्यव्यापी विटामिन-ए अभियान की शुरुआत की गई है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाकर इस अभियान की शुरुआत की. कार्यक्रम में पटना के सिविल सर्जन और बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक मनोज कुमार समेत कई चिकित्सक मौजूद रहे.
बच्चों को दी जा रही विटामिन-A की खुराक
प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि विटामिन-ए की खुराक का वितरण साल 2006 से किया जा रहा है. इसमें 9 माह से 5 साल तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जाती है. 9 माह के बच्चों को खसरा के टीके के साथ विटामिन-ए की पहली खुराक दी जाती है. इसके बाद 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों को 6 माह के अंतराल पर यह खुराक दी जाएगी. ये वितरण कार्यक्रम साल में दो बार राज्य के सभी 38 जिलों में चलाया जाता है.
17 से 20 जुलाई तक चलेगा अभियान
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र और उनके अंतर्गत आने वाले सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से निर्धारित खुराक 17 से 20 जुलाई तक पिलाई जाएगी. जहां आंगनबाड़ी केंद्र नहीं हैं वहां बच्चों को ये खुराक अतिरिक्त केंद्रों के माध्यम से पिलाई जाएगी. इसके साथ ही विशेष तौर पर बाढ़ प्रभावित जिलों में इस कार्यक्रम का विस्तार किया जाएगा. बता दें बिहार में एक करोड़ 64 लाख बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है.
बच्चों में बढ़ेगी प्रतिरोधक क्षमता
विटामिन-ए रतौंधी और संक्रमण के खिलाफ बच्चों की मदद करता है. यह बच्चों में कुपोषण से होने वाली बीमारी को रोकता है. बच्चों के विकास में अहम भूमिका निभाता है. यह दस्त के कारण होने वाली मृत्यु दर को भी कम करता है. बता दें कि विटामिन-ए मां के दूध, मछली, दूध उत्पाद, संतरे, पीले फल और हरे पत्ते वाली सब्जियों में पाया जाता है.