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पटना: राज्यव्यापी विटामिन-ए अभियान की शुरुआत, बच्चों में बढ़ेगी प्रतिरोधक क्षमता

आज राज्यव्यापी विटामिन-ए अभियान की शुरुआत की गई. ये अभियान 17 से 20 जुलाई तक चलेगा. इसके माध्यम से 9 माह से 5 साल तक के बच्चों को ये खुराक दी जाती है.

विटामिन "ए" अभियान की शुरुआत
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Published : Jul 17, 2019, 12:33 PM IST

पटना: राजधानी पटना के न्यू गार्डिनर अस्पताल से आज राज्यव्यापी विटामिन-ए अभियान की शुरुआत की गई है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाकर इस अभियान की शुरुआत की. कार्यक्रम में पटना के सिविल सर्जन और बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक मनोज कुमार समेत कई चिकित्सक मौजूद रहे.

बच्चों को दी जा रही विटामिन-A की खुराक
प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि विटामिन-ए की खुराक का वितरण साल 2006 से किया जा रहा है. इसमें 9 माह से 5 साल तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जाती है. 9 माह के बच्चों को खसरा के टीके के साथ विटामिन-ए की पहली खुराक दी जाती है. इसके बाद 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों को 6 माह के अंतराल पर यह खुराक दी जाएगी. ये वितरण कार्यक्रम साल में दो बार राज्य के सभी 38 जिलों में चलाया जाता है.

राज्यव्यापी विटामिन-ए अभियान की शुरुआत

17 से 20 जुलाई तक चलेगा अभियान
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र और उनके अंतर्गत आने वाले सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से निर्धारित खुराक 17 से 20 जुलाई तक पिलाई जाएगी. जहां आंगनबाड़ी केंद्र नहीं हैं वहां बच्चों को ये खुराक अतिरिक्त केंद्रों के माध्यम से पिलाई जाएगी. इसके साथ ही विशेष तौर पर बाढ़ प्रभावित जिलों में इस कार्यक्रम का विस्तार किया जाएगा. बता दें बिहार में एक करोड़ 64 लाख बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है.

बच्चों में बढ़ेगी प्रतिरोधक क्षमता
विटामिन-ए रतौंधी और संक्रमण के खिलाफ बच्चों की मदद करता है. यह बच्चों में कुपोषण से होने वाली बीमारी को रोकता है. बच्चों के विकास में अहम भूमिका निभाता है. यह दस्त के कारण होने वाली मृत्यु दर को भी कम करता है. बता दें कि विटामिन-ए मां के दूध, मछली, दूध उत्पाद, संतरे, पीले फल और हरे पत्ते वाली सब्जियों में पाया जाता है.

पटना: राजधानी पटना के न्यू गार्डिनर अस्पताल से आज राज्यव्यापी विटामिन-ए अभियान की शुरुआत की गई है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाकर इस अभियान की शुरुआत की. कार्यक्रम में पटना के सिविल सर्जन और बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक मनोज कुमार समेत कई चिकित्सक मौजूद रहे.

बच्चों को दी जा रही विटामिन-A की खुराक
प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि विटामिन-ए की खुराक का वितरण साल 2006 से किया जा रहा है. इसमें 9 माह से 5 साल तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जाती है. 9 माह के बच्चों को खसरा के टीके के साथ विटामिन-ए की पहली खुराक दी जाती है. इसके बाद 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों को 6 माह के अंतराल पर यह खुराक दी जाएगी. ये वितरण कार्यक्रम साल में दो बार राज्य के सभी 38 जिलों में चलाया जाता है.

राज्यव्यापी विटामिन-ए अभियान की शुरुआत

17 से 20 जुलाई तक चलेगा अभियान
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र और उनके अंतर्गत आने वाले सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से निर्धारित खुराक 17 से 20 जुलाई तक पिलाई जाएगी. जहां आंगनबाड़ी केंद्र नहीं हैं वहां बच्चों को ये खुराक अतिरिक्त केंद्रों के माध्यम से पिलाई जाएगी. इसके साथ ही विशेष तौर पर बाढ़ प्रभावित जिलों में इस कार्यक्रम का विस्तार किया जाएगा. बता दें बिहार में एक करोड़ 64 लाख बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है.

बच्चों में बढ़ेगी प्रतिरोधक क्षमता
विटामिन-ए रतौंधी और संक्रमण के खिलाफ बच्चों की मदद करता है. यह बच्चों में कुपोषण से होने वाली बीमारी को रोकता है. बच्चों के विकास में अहम भूमिका निभाता है. यह दस्त के कारण होने वाली मृत्यु दर को भी कम करता है. बता दें कि विटामिन-ए मां के दूध, मछली, दूध उत्पाद, संतरे, पीले फल और हरे पत्ते वाली सब्जियों में पाया जाता है.

Intro:राज्य भर में आज से विटामिन "ए" की खुराक के अभियान की हुई शुरुआत, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बच्चों को विटामिन "ए" की खुराक पिलाकर अभियान की किया शुरुआत


Body:राजधानी पटना के न्यू गार्डीनर अस्पताल से आज राज्यव्यापी विटामिन "ए" की खुराक अभियान की शुरुआत की गई है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बच्चों को विटामिन "ए" की खुराक की दवा पिलाकर इस अभियान की शुरुआत की, कार्यक्रम में पटना सिविल सर्जन एवं बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक मनोज कुमार समेत कई चिकित्सक मौजूद रहे !


प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि विटामिन "ए" खुराक का वितरण 2006 से किया जा रहा है, जिसमें 9 माह से 5 साल तक के बच्चों को विटामिन "ए" की खुराक दी जाती है, 9 माह के बच्चों को खसरा के टीके के साथ विटामिन "ए" की पहली खुराक तथा इसके बाद 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों को 6 माह के अंतराल पर विटामिन "ए" की खुराक वितरण कार्यक्रम साल में दो बार राज्य के सभी 38 जिलों में चलाया जाता है
बिहार में एक करोड़ 64 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है



प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य उपकेंद्र और उनके अंतर्गत आने वाले सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों को प्रत्येक 6 माह के अंतराल से विटामिन ए की निर्धारित खुराक 17 से 20 जुलाई तक पिलाई जाएगी, उन जगहों पर जहां आंगनवाड़ी केंद्र नहीं है वहां बच्चों को इस की खुराक अतिरिक्त केंद्रों के माध्यम से पिलाई जाएगी, इसके साथ ही विशेष तौर पर बाढ़ प्रभावित जिलों में इस कार्यक्रम का विस्तार किया जाएगा।


Conclusion:बताया जाता है कि विटामिन "ए" एक महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्व है, विटामिन "ए" मां के दूध, लीवर, मछली, दूध उत्पाद, संतरे और पीले फलों और सब्जियों एवं कुछ हरे पत्तों वाली सब्जियों में पाया जाता है
विटामिन "ए" रतौंधी और संक्रमण के खिलाफ बच्चों की मदद करता है, यह बच्चों में कुपोषण से उत्पन्न अंधापन को रोकता है, बच्चों को हर स्तर पर विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, यह दस्त के कारण होने वाली मृत्यु दर को भी कम करता है।



बहरहाल प्रधान सचिव संजय कुमार ने राज्य के तमाम अभिभावकों से अपील किया है, कि अपने बच्चों को अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनवाड़ी केंद्रों पर विटामिन "ए" की खुराक की दवा जरूर पिलाएं



बाईट:--संजय कुमार
प्रधान सचिव
स्वास्थ्य विभाग, बिहार
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