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Vishwakarma Puja 2023: विश्वकर्मा पूजा आज, जानें शुभ मुहूर्त और इसका महत्व

हर साल 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा की जाती है. इस दिन का विशेष महत्व है. घर में सुख समृद्धि और व्यापार में वृद्धि के लिए भगावन विश्वकर्मा की पूजा की जाती है. जानें पूजा करने का शुभ मुहूर्त व विशेष महत्व...

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 17, 2023, 9:57 AM IST

Updated : Sep 17, 2023, 11:11 AM IST

पटनाः हर साल 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा की जाती है. हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार कन्या संक्रांति के दिन विश्वकर्मा पूजा होती है. इस बार भी 17 सितंबर यानी रविवार को पूरे देश में विश्वकर्मा पूजा की जा रही है. बिहार में भी धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा की जा रही है. बिहार की राजधानी सहित अन्य जिलों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा हो रही है.

यह भी पढ़ेंः Haritalika Teej 2023: 18 सितंबर को मनाई जाएगी तीज, जानें पूजा करने की विधि और शुभ मुहूर्त

विश्वकर्मा पूजा क्यों मनायी जाती है? धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का शिल्पकार माना गया है. भगवान विश्कर्मा ब्रह्मा के सातवें पुत्र के रूप में जाने जाते हैं. इस दिन इनका जन्म हुआ था. इन्हीं की जयंती के मौके पर पूजा अर्चना का आयोजन किया जाता है. विश्वकर्मा को एक इंजीनियर के तौर भी देखा गया है.

विश्वकर्मा पूजा का महत्वः विश्कर्मा पूजा करने का विशेष महत्व है. इस दिन इंजीनियर, बढ़ई, वाहन मालिक भगवान विश्कर्मा की पूजा करते हैं. विश्वकर्मा की पूजा करने से कारोबार में वृद्धि के साथ साथ घर में सुख समृद्धि भी आती है. इस दिन बड़े धूमधाम से भगवान विश्कर्मा की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है.

पूजा का शुभ मुहूर्तः विश्वकर्मा पूजा हर साल भाद्रपद की अंतिम मास कान्या संक्रांति को की जाती है. वैदिक पंचाग के अनुसार 17 सितंबर रविवार को पूजा का आयोजन होगा. पंचांग के अनुसार रविवार की सुबह 10 बजकर 15 मिनट से दोपहर के 12 बजकर 26 मिनट तक पूजा करने का शुभ मुहूर्त है.

विश्वकर्मा पूजा की विधिः विश्वकर्मा पूजा करने से पहले स्नान कर साफ सुथरा कपड़ा पहन लें. पूजन सामग्री में हल्दी, अक्षत, फूल, पान, लौंग, सुपारी, मिठाई, फल, दीप, धूप, रक्षासूत्र को शामिल करें. इसके बाद घर में रखे लोहे के सामान, जैसे गाड़ी, मोटर, पंखा, टीवी आदि की पूजा करें. घर में भगवान की तस्वीर लगाकर भी पूजा कर सकते हैं.

नीतीश कुमार ने दी शुभकामनाएं: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य एवं देशवासियों को विश्वकर्मा पूजा की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा सृजन के प्रणेता हैं. आज का दिन सभी श्रमिक बंधुओं द्वारा उनकी आराधना का दिवस है. मेरा विश्वास है कि सभी श्रमिक भाई-बहनों के सहयोग से राज्य निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहेगा.

  • राज्य एवं देशवासियों को विश्वकर्मा पूजा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। भगवान विश्वकर्मा सृजन के प्रणेता हैं। आज का दिन सभी श्रमिक बंधुओं द्वारा उनकी आराधना का दिवस है। मेरा विश्वास है कि सभी श्रमिक भाई-बहनों के सहयोग से राज्य निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहेगा।

    — Nitish Kumar (@NitishKumar) September 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पटनाः हर साल 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा की जाती है. हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार कन्या संक्रांति के दिन विश्वकर्मा पूजा होती है. इस बार भी 17 सितंबर यानी रविवार को पूरे देश में विश्वकर्मा पूजा की जा रही है. बिहार में भी धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा की जा रही है. बिहार की राजधानी सहित अन्य जिलों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा हो रही है.

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विश्वकर्मा पूजा क्यों मनायी जाती है? धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का शिल्पकार माना गया है. भगवान विश्कर्मा ब्रह्मा के सातवें पुत्र के रूप में जाने जाते हैं. इस दिन इनका जन्म हुआ था. इन्हीं की जयंती के मौके पर पूजा अर्चना का आयोजन किया जाता है. विश्वकर्मा को एक इंजीनियर के तौर भी देखा गया है.

विश्वकर्मा पूजा का महत्वः विश्कर्मा पूजा करने का विशेष महत्व है. इस दिन इंजीनियर, बढ़ई, वाहन मालिक भगवान विश्कर्मा की पूजा करते हैं. विश्वकर्मा की पूजा करने से कारोबार में वृद्धि के साथ साथ घर में सुख समृद्धि भी आती है. इस दिन बड़े धूमधाम से भगवान विश्कर्मा की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है.

पूजा का शुभ मुहूर्तः विश्वकर्मा पूजा हर साल भाद्रपद की अंतिम मास कान्या संक्रांति को की जाती है. वैदिक पंचाग के अनुसार 17 सितंबर रविवार को पूजा का आयोजन होगा. पंचांग के अनुसार रविवार की सुबह 10 बजकर 15 मिनट से दोपहर के 12 बजकर 26 मिनट तक पूजा करने का शुभ मुहूर्त है.

विश्वकर्मा पूजा की विधिः विश्वकर्मा पूजा करने से पहले स्नान कर साफ सुथरा कपड़ा पहन लें. पूजन सामग्री में हल्दी, अक्षत, फूल, पान, लौंग, सुपारी, मिठाई, फल, दीप, धूप, रक्षासूत्र को शामिल करें. इसके बाद घर में रखे लोहे के सामान, जैसे गाड़ी, मोटर, पंखा, टीवी आदि की पूजा करें. घर में भगवान की तस्वीर लगाकर भी पूजा कर सकते हैं.

नीतीश कुमार ने दी शुभकामनाएं: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य एवं देशवासियों को विश्वकर्मा पूजा की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा सृजन के प्रणेता हैं. आज का दिन सभी श्रमिक बंधुओं द्वारा उनकी आराधना का दिवस है. मेरा विश्वास है कि सभी श्रमिक भाई-बहनों के सहयोग से राज्य निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहेगा.

  • राज्य एवं देशवासियों को विश्वकर्मा पूजा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। भगवान विश्वकर्मा सृजन के प्रणेता हैं। आज का दिन सभी श्रमिक बंधुओं द्वारा उनकी आराधना का दिवस है। मेरा विश्वास है कि सभी श्रमिक भाई-बहनों के सहयोग से राज्य निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहेगा।

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Last Updated : Sep 17, 2023, 11:11 AM IST
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