पटना: बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से 126वां संविधान संशोधन पास हो गया. लेकिन सदन के अंदर एनआरसी का मुद्दा छाया रहा. नेता प्रतिपतक्ष तेजस्वी यादव ने एनआरसी के मुद्दे पर केंद्र के मंसूबे पर सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि एनपीआर, एनआरसी का पहला कदम है. इसके जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगा. हालांकि बीजेपी लगातार कहती रही है कि बिहार में भी एनआरसी लागू होना चाहिए.
'हंसुआ के ब्याह में खुरपी का ब्याह'
विधानसभा में एनआरसी का मुद्दा उठाए जाने पर बीजेपी मंत्री विनोद कुमार सिंह ने कहा कि आज इसकी चर्चा होनी ही नहीं चाहिए थी. यह ऐसा ही है जैसे हंसुआ के ब्याह में खुरपी का ब्याह. उन्होंने कहा कि एनआरसी को लेकर नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव का जवाब दिया है. वैसे इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब बैठेंगे, तब सब तय हो जाएगा.
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'सीमांचल में बड़े पैमाने पर घुसपैठिए'
विनोद सिंह ने कहा कि सीमांचल में बड़े पैमाने पर घुसपैठिए हैं और हम लोग इसके लिए लंबे समय से आंदोलन करते रहे हैं. एनआरसी को लेकर विपक्षी दलों के तेवर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साफ मना करने पर बिहार में फिलहाल इसे लागू करना आसान नहीं है. हालांकि केंद्र सरकार ने भी इसको लेकर कुछ भी साफ नहीं किया है. लेकिन इतना तय है कि नीतीश कुमार के विरोध के कारण एनआरसी के मुद्दे पर बीजेपी के लिए भी मुश्किलें बढ़ने वाली है.