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कोलकाता सिक्का महोत्सव में दुनिया का सबसे बड़ा करेंसी नोट प्रदर्शित, जानिए कितनी है कीमत - UNIQUE BANKNOTES

कोलकाता में सिक्का महोत्सव के दौरान आकार के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी करेंसी का प्रदर्शन किया गया.

Teacher Deb Kumar Pal showing the collected notes
शिक्षक देब कुमार पाल संग्रहित नोट को दिखाते हुए (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 4 hours ago

कोलकाता: आकार के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी करेंसी कोलकाता में है. यहां पर 370 X 220 मिलीमीटर के नोट को प्रदर्शित किया गया. यह नोट स्कूल के एक शिक्षक देब कुमार पाल के पास संग्रहित है. इस नोट की वर्तमान में कीमत 3 लाख रुपए है.

इस मुद्रा को 20 से 22 दिसंबर तक बल्लीगंज में आयोजित 26वें सिक्का महोत्सव में प्रदर्शित किया गया था. कोलकाता सिक्का परिषद द्वारा आयोजित इस महोत्सव में विभिन्न देशों के पुराने विषम संख्या वाले नोट के अलावा सिक्के और ऐतिहासिक सिक्के प्रदर्शित किए गए थे. इनको खरीदने और बेचने की भी नीलामी हुई.

हालांकि दुर्लभ नोट और सिक्के बिक्री के लिए नहीं थे, उन्हें सिर्फ सिक्का महोत्सव में प्रदर्शन के लिए रखा गया था. इसी कड़ी में दुनिया का सबसे बड़ा नोट रिंगित (RINGGIT) 600 भी इस सूची में शामिल था.

इस नोट को मलेशिया सरकार के द्वारा जारी किया गया था. इस तरह के सिर्फ 6000 नोट ही जारी किए गए थे. इनमें से एक नोट स्कूल शिक्षक देब कुमार पाल ने संग्रहित कर रखा है.

पाल के संग्रह में कई अन्य पुराने और दुर्लभ नोट भी हैं. देब कुमार पाल ने बताया कि वह 1998 से सिक्के और करेंसी नोट एकत्र कर रहे हैं. अब तक उन्होंने 7000 से अधिक विश्व बैंक के नोट एकत्र किए हैं. उन्होंने कहा कि मलेशिया ने अपनी स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 2018 में 600 रिंगित का विश्व का सबसे बड़ा बैंक नोट जारी किया था. मलेशियाई 600 रिंगिट की कीमत भारतीय रुपये में करीब 55000 हजार रुपये है.

People looking at old notes at the Coin Festival.
सिक्का महोत्सव में पुराने नोटों को देखते लोग. (ETV Bharat)

उन्होंने यह नोट मलेशियाई सरकार से लिया था. यह नोट अब उपलब्ध नहीं है. इस बीच, इस करेंसी नोट की बिक्री कीमत करीब 3 लाख रुपये है. हालांकि वह इसे बेचना नहीं चाहते हैं. हालांकि महोत्सव में कई पुराने विषम संख्या वाले नोट, सिक्के और विभिन्न देशों के ऐतिहासिक सिक्के प्रदर्शन के लिए रखे गए थे. सूची में म्यांमार सरकार द्वारा जारी 15 क्याट, 35 क्याट, 99 क्याट के विषम संख्या वाले नोट शामिल थे.

प्रत्येक नोट पर म्यांमार के सैन्य तानाशाह ने विन की छवि अंकित है, जिन्होंने विषम मूल्य के नोट जारी किए थे. उन्होंने 1958 से 1981 के बीच दो बार म्यांमार के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के रूप में भी कार्य किया. तानाशाह विन ज्योतिष में विश्वास करते थे. यही वजह है कि विन को एक ज्योतिषी ने बताया कि अगर ये विषम मूल्य वाले नोट चलन में आ जाएं, तो ने विन 90 साल तक जीवित रहेंगे.

इसी वजह से इस तरह के नोट छापे गए. विन की मृत्यु 2002 में 90 वर्ष की आयु में हो गई. पाल के अनुसार, 2016 में फिजी के रिजर्व बैंक ने 7 डॉलर का करेंसी नोट जारी किया था. यह नोट रियो डी जेनेरियो में 2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में फिजी रग्बी 7s स्वर्ण पदक जीत के कारण जारी किया गया था. पाकिस्तान ने 2022 में अपनी 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 75 रुपये का नोट जारी किया था.

इसी तरह नेपाल में 1972 में राजा बीरेंद्र के सिंहासन पर बैठने का रजत जयंती वर्ष 1997 था. उस समय, नेपाल राष्ट्र बैंक ने 250 रुपये का नोट जारी किया था. कतर ने 2022 फीफा विश्व कप की मेज़बानी की थी. उस साल 22 रियाल का नोट भी जारी किया गया थाय वह भी प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया. यहां तक ​​कि 2024 यूरो कप के लिए एक छोटे प्रतीकात्मक फुटबॉल का भी अनावरण किया गया, जिसे इस वर्ष के सिक्का महोत्सव में भी प्रदर्शित किया गया है.

कोलकाता सिक्का महोत्सव के सचिव रविशंकर शर्मा ने कहा, "सिक्का महोत्सव में 1835 से 2024 तक के सिक्के और करेंसी नोट प्रदर्शित किए गए हैं." उन्होंने कहा कि इसमें दुनिया के सबसे बड़ा नोट प्रदर्शित किया गया है. शर्मा ने कहा कि सिक्के न केवल विरासत की विविधता को प्रदर्शित करते हैं, बल्कि प्रत्येक सिक्के में ऐतिहासिक आख्यान और सांस्कृतिक विकास को भी एक साथ लाते हैं.

ये भी पढ़ें- 2 हजार नहीं, बल्कि ये था देश का सबसे बड़ा नोट, 32 साल तक था चलन में

कोलकाता: आकार के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी करेंसी कोलकाता में है. यहां पर 370 X 220 मिलीमीटर के नोट को प्रदर्शित किया गया. यह नोट स्कूल के एक शिक्षक देब कुमार पाल के पास संग्रहित है. इस नोट की वर्तमान में कीमत 3 लाख रुपए है.

इस मुद्रा को 20 से 22 दिसंबर तक बल्लीगंज में आयोजित 26वें सिक्का महोत्सव में प्रदर्शित किया गया था. कोलकाता सिक्का परिषद द्वारा आयोजित इस महोत्सव में विभिन्न देशों के पुराने विषम संख्या वाले नोट के अलावा सिक्के और ऐतिहासिक सिक्के प्रदर्शित किए गए थे. इनको खरीदने और बेचने की भी नीलामी हुई.

हालांकि दुर्लभ नोट और सिक्के बिक्री के लिए नहीं थे, उन्हें सिर्फ सिक्का महोत्सव में प्रदर्शन के लिए रखा गया था. इसी कड़ी में दुनिया का सबसे बड़ा नोट रिंगित (RINGGIT) 600 भी इस सूची में शामिल था.

इस नोट को मलेशिया सरकार के द्वारा जारी किया गया था. इस तरह के सिर्फ 6000 नोट ही जारी किए गए थे. इनमें से एक नोट स्कूल शिक्षक देब कुमार पाल ने संग्रहित कर रखा है.

पाल के संग्रह में कई अन्य पुराने और दुर्लभ नोट भी हैं. देब कुमार पाल ने बताया कि वह 1998 से सिक्के और करेंसी नोट एकत्र कर रहे हैं. अब तक उन्होंने 7000 से अधिक विश्व बैंक के नोट एकत्र किए हैं. उन्होंने कहा कि मलेशिया ने अपनी स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 2018 में 600 रिंगित का विश्व का सबसे बड़ा बैंक नोट जारी किया था. मलेशियाई 600 रिंगिट की कीमत भारतीय रुपये में करीब 55000 हजार रुपये है.

People looking at old notes at the Coin Festival.
सिक्का महोत्सव में पुराने नोटों को देखते लोग. (ETV Bharat)

उन्होंने यह नोट मलेशियाई सरकार से लिया था. यह नोट अब उपलब्ध नहीं है. इस बीच, इस करेंसी नोट की बिक्री कीमत करीब 3 लाख रुपये है. हालांकि वह इसे बेचना नहीं चाहते हैं. हालांकि महोत्सव में कई पुराने विषम संख्या वाले नोट, सिक्के और विभिन्न देशों के ऐतिहासिक सिक्के प्रदर्शन के लिए रखे गए थे. सूची में म्यांमार सरकार द्वारा जारी 15 क्याट, 35 क्याट, 99 क्याट के विषम संख्या वाले नोट शामिल थे.

प्रत्येक नोट पर म्यांमार के सैन्य तानाशाह ने विन की छवि अंकित है, जिन्होंने विषम मूल्य के नोट जारी किए थे. उन्होंने 1958 से 1981 के बीच दो बार म्यांमार के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के रूप में भी कार्य किया. तानाशाह विन ज्योतिष में विश्वास करते थे. यही वजह है कि विन को एक ज्योतिषी ने बताया कि अगर ये विषम मूल्य वाले नोट चलन में आ जाएं, तो ने विन 90 साल तक जीवित रहेंगे.

इसी वजह से इस तरह के नोट छापे गए. विन की मृत्यु 2002 में 90 वर्ष की आयु में हो गई. पाल के अनुसार, 2016 में फिजी के रिजर्व बैंक ने 7 डॉलर का करेंसी नोट जारी किया था. यह नोट रियो डी जेनेरियो में 2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में फिजी रग्बी 7s स्वर्ण पदक जीत के कारण जारी किया गया था. पाकिस्तान ने 2022 में अपनी 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 75 रुपये का नोट जारी किया था.

इसी तरह नेपाल में 1972 में राजा बीरेंद्र के सिंहासन पर बैठने का रजत जयंती वर्ष 1997 था. उस समय, नेपाल राष्ट्र बैंक ने 250 रुपये का नोट जारी किया था. कतर ने 2022 फीफा विश्व कप की मेज़बानी की थी. उस साल 22 रियाल का नोट भी जारी किया गया थाय वह भी प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया. यहां तक ​​कि 2024 यूरो कप के लिए एक छोटे प्रतीकात्मक फुटबॉल का भी अनावरण किया गया, जिसे इस वर्ष के सिक्का महोत्सव में भी प्रदर्शित किया गया है.

कोलकाता सिक्का महोत्सव के सचिव रविशंकर शर्मा ने कहा, "सिक्का महोत्सव में 1835 से 2024 तक के सिक्के और करेंसी नोट प्रदर्शित किए गए हैं." उन्होंने कहा कि इसमें दुनिया के सबसे बड़ा नोट प्रदर्शित किया गया है. शर्मा ने कहा कि सिक्के न केवल विरासत की विविधता को प्रदर्शित करते हैं, बल्कि प्रत्येक सिक्के में ऐतिहासिक आख्यान और सांस्कृतिक विकास को भी एक साथ लाते हैं.

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