पटना: बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष की ओर से सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर दिए गए कार्य स्थगन पर चर्चा कराने के लिए तैयार हुए. लेकिन तेजस्वी यादव ने जैसे ही चर्चा में भाग लेते हुए इसे काला कानून बताया, वैसे ही मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विरोध जताना शुरू कर दिया और बात धक्का मुक्की तक पहुंच गयी. हंगामे के बीच कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया.
विधानसभा में नागरिकता संशोधन कानून एनपीआर और एनसीआर को लेकर चर्चा शुरू हुई. लेकिन तेजस्वी यादव के काला कानून बोलने के साथ ही हंगामा शुरू हो गया. बीजेपी के मंत्री विजय सिन्हा कुमार मंत्री, नंदकिशोर यादव सहित कई सदस्यों ने विरोध जताते हुए कहा कि जब लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता संशोधन कानून पास हो गया और राष्ट्रपति ने सिग्नेचर कर दिया तो इसे काला कानून बोलना सही नहीं है. इसको लेकर दोनों तरफ से तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई.
माफी मांगने तक नहीं होगी चर्चा- विजय सिन्हा
दोनों तरफ के सदस्यों ने वेल में पहुंचकर धक्का-मुक्की भी शुरू कर दी और बात हाथापाई तक पहुंच गई. इसी बीच विधानसभा की कार्यवाही को विधानसभा अध्यक्ष ने स्थगित कर दिया. मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि यह राष्ट्र दोही वाला रवैया है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. हालांकि, कई सदस्यों ने बीच बचाव भी किया. ईटीवी भारत से बात करते हुए मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने साफ कहा कि जब तक नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव माफी नहीं मांगेंगे चर्चा नहीं होने देंगे.