पटना: बिहार के मसौढ़ी अनुमंडल के धनरूआ थाना क्षेत्र के मोरियामा में हुए पुलिस-पब्लिक के बीच हिंसक झड़प (Violent clash between police and public) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल (Video viral) हो रहा है. वीडियो में देखा जा सका है कि घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस तैनात है. इसी दौरान पुलिस कर्मी अचानक गांव में मौजूद लोगों पर लाठियां बरसाना शुरु कर देती है. वहीं, इसके जवाब में कुछ ग्रामीण भी पुलिस पर रोड़े बरसाने शुरू कर देते हैं.
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बता दें कि धनरूआ प्रखंड के मोरियावां मुसहरी में शुक्रवार की दोपहर में पुलिस एवं पब्लिक के बीच झड़प हो गई. इस घटना में जमकर रोड़ेबाजी हुई. पुलिस ने इस दौरान लाठीचार्ज भी किया. जिसमें कई लोग जख्मी हो गए. शाम ढलते ही एक बार फिर पुलिस मुसहरी छापेमारी करने चली गई. जहां पुलिस और पब्लिक के बीच जमकर गोलीबारी हुई. जिसमें चार लोगों को गोली लगी. इस पूरी घटना में युवक रोहित चौधरी की मृत्यु हो गई. घटना में मसौढ़ी के सर्किल इंस्पेक्टर और थाना के कई पुलिसकर्मियों के अलावा कई ग्रामीण जख्मी हुए हैं.
इस घटना के बाद से इलाके में तनावपूर्ण स्थिति है. वहीं, अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें देखा जा सकता है कि मसौढ़ी सर्किल इंस्पेक्टर के नेतृत्व में भारी संख्या पुलिस बल तैनात है. इस दौरान पुलिस कर्मी कुछ ग्रामीणों पर लाठियां बरसा रहे हैं. जिसका विरोध ग्रामीणों ने करना शुरू कर दिया. लेकिन पुलिस लगातार लोगों पर लाठी बरसा रही थी. जिसके जवाब में ग्रामीण भी पुलिस पर रोड़े बरसाने शुरू कर देते है. पुलिस-पब्लिक के बीच हुई इस हिंसक झड़प में दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो जाती है.
ग्रामीणों का कहना है कि पहले पुलिसिया कार्रवाई हुई है. जिसके बाद ग्रामीण उग्र हुए और रोड़ेबाजी करने लगे. लोगों का कहना है कि पुलिस अगर पहले लाठीचार्ज नहीं करती तो इतना बवाल नहीं होता. वहीं, घटना के संदर्भ में पुलिस बयान में कहा गया है कि ग्रामीण उग्र हो गए और रोड़ेबाजी किया. उसके बाद पुलिसिया कार्रवाई हुई. लेकिन तस्वीरें जो कह रही है. उसमें यही लगता है कि पुलिस पहले कार्रवाई की और लाठी भांजी उसके बाद ग्रामीण उग्र हुए हैं.
मोरियामा मुखिया सुरेंद्र ने पुलिस पर आरोप लगते हुए कहा कि पुलिस रंजन नाम के प्रत्याशी के पक्ष में वोट दिलवाना चाह रही थी. जिसको लेकर यह कार्रवाई की गई है. वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि किसी प्रत्याशी के कहने पर लगातार मुसहरी में शराब के बहाने बेवजह मारपीट और दबाव बनाने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों की मानें तो पुलिस किसी प्रत्याशी से पैसा लेकर लगातार मुसहरी पर दबाव बना रही है.
ग्रामीणों का कहना है कि शराब बेचने के नाम पर लोगों को बेवजह मारपीट रहे हैं. घर में घुसकर घर के पूरे सामान को इधर-उधर फेंक रहे हैं, तोड़फोड़ कर रहे हैं. इसी मामले को लेकर पुलिस और पब्लिक के बीच जमकर रोड़ेबाजी हुई. उसके कुछ घंटों बाद देर शाम फिर पुलिस मुसहरी गई. उसके बाद मामला और बिगड़ गया.
इस पूरी घटना में चार लोगों को गोली लगने की सूचना है. जख्मी में रोहित कुमार पिता दुखेरी चौधरी, मिलन कुमार पिता भुनेश्वर महतो, नीरज कुमार पिता स्व. सत्येंद्र सिंह, बिजेंद्र कुमार पिता राम ईश्वर महतो हैं. जिसमें से एक मोरियामा गांव निवासी दूखेरी चौधरी के 25 वर्षीय पुत्र रोहित चौधरी की मौत हो गई है. लोगों का आरोप है कि पुलिस की गोली से ही रोहित की मौत हुई है. जिसको लेकर देर रात तक ग्रामीणों और पुलिस के बीच टकराव होता रहा. वहीं, शुक्रवार की देर रात मसौढ़ी एएसपी घटनास्थल पहुंच कर कार्रवाई करने का आश्वाशन दिया. जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए.
वहीं, इस घटना में मसौढ़ी सर्किल इस्पेक्टर राम कुमार प्रसाद भी बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं. निजी अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें पटना पीएमसीएच रेफर किया गया है. जानकारी के अनुसार, इस घटना में 20 से 25 पुलिसकर्मी सहित कई लोग जख्मी हुए हैं. धनरूआ के सर्किल इंस्पेक्टर राम कुमार का पैर टूट गया है. धनरूआ के एसएचओ राजू कुमार के सिर में चोट आयी है. एक अन्य कॉस्टेबल को भी सिर में गंभीर चोट आयी है.
बता दें कि जिलाधिकारी ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की है. साथ ही पीड़ित को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. ग्रामीणों से जिलाधिकारी ने शांति बनाए रखते हुए प्रशासनिक जांच में सहयोग की अपील की है.
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