पटना: राजधानी पटना के प्रतिष्ठित अस्पताल पीएमसीएच में कुछ जूनियर डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. जिसके बाद से पीएमसीएच में हड़कंप मच गया है. अस्पताल में अब ज्यादा एहतियात बरता जा रहा हैं. प्रशासनिक कार्यालय में अनाधिकृत प्रवेश पूरी तरह से वर्जित कर दिया गया है. अस्पताल के अधीक्षक कार्यालय में अधीक्षक टेबल पर ग्लास लगाए गए हैं, ताकि संक्रमण से बचा जा सके.
पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने बताया कि अस्पताल में अब विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं. पीएमसीएच के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए कैंटीन के ऊपर के कॉमन बॉयज हॉस्टल को 18 बेड के आइसोलेशन सेंटर में कन्वर्ट किया गया है. उन्होंने बताया कि अस्पताल का कोई कर्मी पॉजिटिव होगा, तो उसे यहां रखा जाएगा. उन्होंने बताया कि शनिवार से यह सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा.
लैब टेक्नीशियन की वैकेंसी
डॉ. विमल कारक ने बताया कि अस्पताल कर्मियों के बीच बढ़ते संक्रमण के मामले को देखते हुए 30 जुलाई को सभी विभागों के विभागाध्यक्षों की मीटिंग बुलाई गई है. उन्होंने बताया कि सरकार के स्तर पर पर प्रधान सचिव से इस मामले पर बात की गई है. अस्पताल में कुछ समस्याएं हैं, उन्हें दूर करने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं.
विमल कारक ने बताया कि कोरोना का सैंपल लेने के लिए जो समस्या उत्पन्न हो रही. उसको देखते हुए शुक्रवार के दिन उन्होंने 6 लैब टेक्नीशियन की वैकेंसी निकाली है. लैब टेक्नीशियन की कमी की समस्या को देखते हुए अस्पताल फिलहाल, 2 महीने के लिए 6 लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति करने जा रहा है.
720 बेड होंगे फंक्शनल
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने बताया कि पीएमसीएच में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. पीएमसीएच में शुक्रवार के दिन 186 सस्पेक्टेड केस आए हैं. उन्होंने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या के रफ्तार को देखते हुए अस्पताल में 720 आइसोलेशन बेड जो चिन्हित हैं उसको फंक्शनल करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है. वर्तमान में 180 आइसोलेशन बेड फंक्शनल हैं. 2 दिनों के अंदर 200 बेड आइसोलेशन के और फंक्शनल हो जाएंगे.