पटनाः उपेंद्र कुशवाहा ने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा (Upendra Kushwaha resigns) दे दिया. शुक्रवार को सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को इस्तीफा सौंपा. जेडीयू से नाराज चल रहे उपेंद्र कुशवाहा ने 20 फरवरी को जेडीयू से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने राष्ट्रीय लोक जनता दल के के नाम से नई पार्टी बनाने का भी ऐलान किया था. उसी दिन उन्होंने जेडीयू कोटे से बने एमएलसी पद से इस्तीफा देने की बात कही थी.
इसे भी पढ़ेंः Upendra Kushwaha Yatra: 28 फरवरी से शुरू होगी उपेंद्र कुशवाहा की 'विरासत बचाओ नमन यात्रा', जानें डिटेल
''हमने तो इस्तीफे की घोषणा उसी दिन कर दी थी लेकिन कुछ औपचारिकता बची हुई थी. सभापति देवेश चंद्र ठाकुर नहीं थे. जब मैंने संपर्क किया तब उस समय बाहर थे. फिर आज का वक्त तय हुआ और उसके अनुसार आज हमने इस्तीफा उन्हें सौंप दिया है.''- उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, राष्ट्रीय लोक जनता दल
जमीर बेचकर अमीर नहीं बननाः उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि 2 साल पहले वह नीतीश कुमार के कहने पर जेडीयू में आए थे. लगातार उन्होंने पार्टी को मजबूत करने के लिए काम किया, लेकिन अब अलग रास्ता चुन रहे हैं. उन्होंने बताया था कि कार्यकर्ताओं के खुले अधिवेशन में नई पार्टी बनाने का प्रस्ताव लाया गया था. 20 फरवरी को ही उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू कोटे से बने एमएलसी पद से इस्तीफा देने का मन बना लिया था. उन्होंने एक बयान में कहा था कि, जमीर बेचकर अमीर नहीं बनना है.
राष्ट्रीय लोक जनता दल के पोस्टर दिखने लगेः उपेंद्र कुशवाहा के नई पार्टी के गठन करने का ऐलान करने के बाद राजधानी पटना में उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल के पोस्टर दिखने लगे हैं. पटना के इनकम टैक्स चौराहे से लेकर सभी महत्वपूर्ण चौराहों पर उपेंद्र कुशवाहा के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD) का पोस्टर लगाये हैं. इस पोस्टर में लिखा है 'उपेंद्र कुशवाहा को लाना है नया बिहार बनाना है.' साथ ही इस पोस्टर में जय किसान, जय नौजवान भी लिखा हुआ है.